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Muzaffarnagar News: किसानों ने गन्ना मिल पर जड़ा ताला, ये थी नाराजगी की वजह

Muzaffarnagar News: जनपद में स्थित भैसाना बजाज शुगर मिल पर गन्ने के भुगतान को लेकर किसानों का पिछले 25 दिनों से धरना चल रहा है। जिसके चलते शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में किसानों ने मिल में स्थित केन डिपार्टमेंट की तालाबंदी करते हुए जमकर हंगामा काटा।

Amit Kaliyan
Published on: 23 Jun 2023 12:00 PM GMT
Muzaffarnagar News: किसानों ने गन्ना मिल पर जड़ा ताला, ये थी नाराजगी की वजह
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गन्ना भुगतान को लेकर नाराज किसानों ने गन्ना मिल पर लगाया ताला: Photo- Newstrack

Muzaffarnagar News: जनपद में स्थित भैसाना बजाज शुगर मिल पर गन्ने के भुगतान को लेकर किसानों का पिछले 25 दिनों से धरना चल रहा है। जिसके चलते शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में किसानों ने मिल में स्थित केन डिपार्टमेंट की तालाबंदी करते हुए जमकर हंगामा काटा।

बजाज शुगर मिल पर किसानों के गन्ने का 325 करोड़ बकाया!

आपको बता दें कि बुढ़ाना तहसील में स्थित भैसाना बजाज शुगर मिल पर किसानों के गन्ने का 325 करोड़ रुपए भुगतान बकाया बताया जा रहा है। जिसको लेकर किसानों का मिल परिसर के गेट पर पिछले 25 दिनों से धरना चल रहा है। गन्ने के भुगतान और गन्ने के डायवर्जन को लेकर आज मिल पर सैकड़ों किसानों ने भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर केन डिपार्टमेंट की तालाबंदी कर दी।

प्रशासन ने किया तालाबंदी से इनकार

इस बाबत जब एसडीएम बुढ़ाना अरुण कुमार सिंह से बात की गई तो उनका साफ तौर पर कहना था कि तालाबंदी कहीं नहीं की गई है। आज भारतीय किसान यूनियन की धरने को लेकर कॉल थी। वह लोग धरने पर बैठे हुए हैं। यहां के किसानों का थोड़ा सा भुगतान पहले से ही बकाया चल रहा है। मिल प्रशासन से बात हुई है। उन्होंने कहा है कि दो-तीन महीने में किसानों के गन्ने का भुगतान करा दिया जाएगा।

किसान यूनियन ने मांगा लिखित में आश्वासन

इस बारे में भारतीय किसान यूनियन के बुढ़ाना तहसील अध्यक्ष अनुज बालियान ने बताया कि मामला गन्ना भुगतान व गन्ने के डायवर्जन का है। इसलिए केन डिपार्टमेंट पर तालाबंदी की गई है। इसकी जरूरत नहीं है, चूंकि अब गन्ना हमें दूसरी फैक्ट्री को देना है। मिल पर 350 करोड़ रुपए बकाया है। आज हमें धरने पर 25-26 दिन हो गए हैं। लेकिन कुछ नहीं हुआ, मिल वाले हमें लिखित में दस्तखत करके आश्वासन दें तभी हम विरोध प्रदर्शन खत्म करेंगे। अन्यथा यह आंदोलन विकराल रूप लेगा। समाधान होने तक हम पीछे नहीं हटेंगे चाहे इस बार कुछ भी हो जाए।

Amit Kaliyan

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