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कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने के लिए इन दो बड़े संस्थानों ने मिलाया हाथ

कोरोना वायरस से जहां पूरी दुनिया परेशान है और दुनिया के अधिकांश देशों में यह वायरस मौत का तांडव मचा रहा है। इस खतरनाक वायरस को समाप्त करने के लिए दुनिया के कई देशों में इसकी वैक्सीन बनाने का काम चल रहा है।

Aditya Mishra
Published on: 14 April 2020 5:25 PM IST
कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने के लिए इन दो बड़े संस्थानों ने मिलाया हाथ
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लखनऊ: कोरोना वायरस से जहां पूरी दुनिया परेशान है और दुनिया के अधिकांश देशों में यह वायरस मौत का तांडव मचा रहा है। इस खतरनाक वायरस को समाप्त करने के लिए दुनिया के कई देशों में इसकी वैक्सीन बनाने का काम चल रहा है।

ऐसे ही कई प्रयास भारत के कई संस्थानों में भी किए जा रहे है। इसी क्रम में यूपी की राजधानी लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (एनबीआरआई) आपसी समन्वय कर कोरोना वायरस के लिए वैक्सीन बनाने का काम करेंगे।

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केजीएमयू और एनबीआरआई के बीच एमओयू

कोरोना वायरस से निपटने के लिए वैक्सीन बनाने के संबंध में दोनों संस्थानों के बीच एमओयू भी हो गया है। एमओयू के तहत दोनों संस्थान आपसी संबंध स्थापित कर कोरोना संक्रमण कोविड-19 के वैक्सीनेशन के निर्माण के लिए क्लीनिकल ट्रायल शुरू करेंगे।

इसके साथ ही दोनों संस्थान अन्य विभिन्न बीमारियों की प्रक्रियाओं तथा उपचार के विकास और शोध के लिए भी सहयोग और कैंसर, गठिया, डायबिटीज तथा मोटापे जैसी बीमारियों पर भी संयुक्त रूप से शोध करेंगे।

केजीएमयू द्वारा जारी विज्ञप्ति में यह जानकारी देते हुए कहा गया है कि इस एमओयू पर केजीएमयू के कुलपति प्रोफेसर एमएलबी भट्ट और सीएसआईआर- एनबीआरआई के निदेशक ने हस्ताक्षर कर इस समझौते को अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है।

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विज्ञप्ति के अनुसार इस समझौते का मुख्य उद्देश्य दोनों संस्थाओं के मध्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में शिक्षण एवं सहभागिता को बढ़ाना है। इस समझौते के तहत दोनों संस्थान एक दूसरे संकाय सदस्यों को शैक्षिक एवं तकनीकी स्रोतों को प्रयोग करने की अनुमति प्रदान करेंगे।

एमओयू हस्ताक्षरित होते समय इस अवसर पर केजीएमयू के बायोकेमिस्ट्री विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. अब्बास अली मेंहदी, माइक्रोबायोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. अमिता जैन, नेत्र रोग विभाग के डा. सिद्धार्थ अग्रवाल, ट्रामा सर्जरी विभाग के प्रो. समीर मिश्रा तथा एनबीआरआई के डा. पीके सिंह मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

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Aditya Mishra

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