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जेवर एयरपोर्ट के पास होगा नोएडा प्राधिकरण का अपना लैंड बैंक

जेवर एयरपोर्ट के पास नोएडा प्राधिकरण का अपना लैंड बैंक होगा। यह लैंड बैंक मिश्रित भू-प्रयोग का होगा। जिसमे औद्योगिक गतिविधि के जरिए प्राधिकरण राजस्व हासिल करेगा।

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Published on: 19 Aug 2020 4:18 PM GMT
जेवर एयरपोर्ट के पास होगा नोएडा प्राधिकरण का अपना लैंड बैंक
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जेवर एयरपोर्ट के पास होगा नोएडा प्राधिकरण का अपना लैंड बैंक

नोएडा: जेवर एयरपोर्ट के पास नोएडा प्राधिकरण का अपना लैंड बैंक होगा। यह लैंड बैंक मिश्रित भू-प्रयोग का होगा। जिसमे औद्योगिक गतिविधि के जरिए प्राधिकरण राजस्व हासिल करेगा। यह जमीन यमुना प्राधिकरण बकाए के एवज में देगा जिसका भुगतान वह 2019-20 व 2020-21 में अब तक नहीं कर सका। यही स्थिति ग्रेटरनोएडा प्राधिकरण की भी है। वह नोएडा प्राधिकरण को भूमि उपलब्ध कराएगा। हालांकि बोर्ड ने दोनों प्राधिकरणों को किस्तों के रूप में भुगतान करने का विकल्प दिया है।

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करोड़ों की धनराशि बकाया

ग्रेटरनोएडा प्राधिकरण व यमुना विकास प्राधिकरण क्षेत्र के विकास के लिए नोएडा प्राधिकरण ने समय-समय पर दोनों को ऋण दिया। वर्तमान में ग्रेटरनोएडा पर 4591.21 करोड़ रुपए और यमुना विकास प्राधिकरण पर 1795.91 करोड़ रुपए की धनराशि बकाया है। यह धनराशि वापस लेने के लिए नोएडा प्राधिकरण द्वारा कई बार दोनों प्राधिकरण को रिमाइंडर जारी किया गया। लेकिन दोनों ही प्राधिकरणों ने बकाया धनराशि वापस नहीं की। उधर, नोएडा का अपना लैंड बैंक भी कम है।

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भूमि का अभाव

करीब 19 हजार हैक्टेयर में बसे नोएडा के पास भूमि का अभाव है। साथ ही राजस्व के लिए भूमि नहीं होने पर यह बोर्ड के समय बकाय के बदले लैंड का विकल्प रखा गया। बता दें नोएडा प्राधिकरण के पास उसकी आमदनी के दो ही रास्ते है पहला भूमि और दूसरा लीज रेंट। भूमि का विकल्प समाप्त होने के चलते प्राधिकरण ने यमुना विकास प्राधिकरण को बकाया धनराशि के बदले जेवर एयरपोर्ट के पास औद्योगिक मिश्रित भू-उपयोग की भूमि नोएडा प्राधिकरण को उपलब्ध कराने के लिए प्रस्ताव रखा था।

इसी ग्रेटरनोएडा प्राधिकरण को भी बकाया धनराशि के एवज में भूमि देने का प्रस्ताव रखा था। दोनों ही मामलों में बोर्ड ने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। ऐसे में जेवर एयरपोर्ट के पास नोएडा का अपना लैंड बैंक होगा। जिसका प्रयोग उद्यमी कर सकेंगे और प्राधिकरण के राजस्व में बढ़ोतरी के साथ भूमि के रूप में उसका बकाया भी वापस मिल जाएगा।

रिपोर्ट: दीपांकर जैन

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