×

रेलवे का एक और कमाल, छत पर तैयार ओएचई की सर्विलांस सिस्टम

टावर वैगन विद्युत (कर्षण वितरण) विभाग के लिये एक महत्वपूर्ण उपरि उपस्कर निरीक्षण यान है। जिसका उपयोग दिन-प्रतिदिन के ओएचई अनुरक्षण कार्य एवं ब्रेक डाउन इत्यादि को अटेन्ड करने के लिये किया जाता है।

Newstrack
Published on: 19 Aug 2020 9:45 AM GMT
रेलवे का एक और कमाल, छत पर तैयार ओएचई की सर्विलांस सिस्टम
X
रेलवे का एक और कमाल, छत पर तैयार ओएचई की सर्विलांस सिस्टम

झांसी: टावर वैगन विद्युत (कर्षण वितरण) विभाग के लिये एक महत्वपूर्ण उपरि उपस्कर निरीक्षण यान है। जिसका उपयोग दिन-प्रतिदिन के ओएचई अनुरक्षण कार्य एवं ब्रेक डाउन इत्यादि को अटेन्ड करने के लिये किया जाता है। ओएचई के दिन-प्रतिदिन के अनुरक्षण कार्यो एवं संरक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाये जाने हेतु एक सर्वेलेन्स सिस्टम तैयार किया गया है, जिसमें 04 मेगा पिक्सल क्षमता के 03 सीसीटीवी कैमरे, जिसकी स्टोरेज मेमोरी क्षमता 2000 GB है, को टावर वैगन की छत पर संस्थापित किया गया है ।

ये भी पढ़ें:सुशांत डेथ केस की जांच CBI को सौंपे जाने पर सीएम नीतीश कुमार ने कही ये बड़ी बात

रेलवे का एक और कमाल, छत पर तैयार ओएचई की सर्विलांस सिस्टम

उक्त कैमरो को वाई-फाई सिस्टम से जोड़ा गया है

उक्त कैमरो को वाई-फाई सिस्टम से जोड़ा गया है तथा इसका डिस्प्ले एक मोनीटर स्क्रीन पर लिया जाता है, जो की टावर वैगन केबिन में लगाया गया है । इस योजना से टावर वैगन के लाइव लाइन मूवमेन्ट के समय ओएचई की स्थिति की आन लाइन जांच एवं वीडियो रिर्कोडिंग के द्वारा दर्ज ओएचई पैरामीटर्स की जांच के दौरान पाये गये माइनर डिफेक्टो को समय रहते दुरुस्त किया जा सकता है ।

लाइव मोनीटरिंग के कारण डिफेक्ट आदि पर है पैनी नजर

टावर वैगन की छत पर उक्त सर्वेलेन्स सिस्टम को लगाये जाने से ओएचई अनुरक्षण कार्य हेतु दिये जाने वाले पावर एवं ट्रैफिक ब्लाक का बेहतर उपयोग सम्भव हुआ है। साथ ही साथ अधिकारियो एवं कर्षण पावर नियन्त्रक द्वारा ओ0एच0ई0 अनुरक्षण कार्यो की मोबाइल/डेस्कटॉप के द्वारा लाइव मोनीटरिंग होने से अनुरक्षण कार्य की गुणवत्ता बढ़ायें जाने के साथ ही अनुरक्षण कार्य करने वाले सुपरवाईजर/स्टाफ की प्रवीणता भी बढ़ी है।

इस इंस्टालेशन से ब्रेक डाउन रेस्ट्रोरेशन कार्य प्रबन्धन में भी मदद मिल रही है । अधिकारियो द्वारा की जाने वाली लाइव मोनीटरिंग के कारण डिफेक्ट आदि पर पैनी नज़र रखी जा रही है तथा शीघ्रता से माइनर/मेजर डिफेक्ट में सुधार किये जा रहे हैं। उपरोक्त सर्वेलेन्स सिस्टम के माध्यम से ओ0एच0ई0 अनुरक्षण कार्य कि वीडियो रिर्कोडिंग एवं डाटा स्टोरेज जो की को तीन-चार माह तक स्टोर रहता है, को स्टाफ के प्रैक्टिकल प्रशिक्षण हेतु उपयोग में भी लिया जा रहा है ।

रेलवे का एक और कमाल, छत पर तैयार ओएचई की सर्विलांस सिस्टम

ये भी पढ़ें:आगरा से अगवा बस इटावा में बरामद, रिश्तेदार बोले- फाइनेंस नहीं थी बस

एलपीजीयू साइडिंग ने बनाया रिकॉर्ड

मंडल की LPGU साइडिंग में कार्यरत स्टाफ द्वारा 15 अगस्त 2020 को समर्पित ढंग से कार्य करते हुए कुल 11 फुल रेक, जिसमे प्रति रेक 58 वैगन कोयला अनलोड किया गया। इसके अतिरिक्त तीन फुल रेक कोयला रात्रि 24:00 बजे तक अंडर अनलोडिंग में रहे। LPGU साइडिंग के प्रारंभ होने के समय से अभी तक एक दिवस का रेक अनलोडिंग का यह सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड प्रदर्शन है। पिछला रिकॉर्ड 18 नवंबर 2019 को 09 रेक कंप्लीट अनलोडिंग का था।

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Newstrack

Newstrack

Next Story