×

घर में पड़ा हो सोना तो फिर काहे रोना, लॉकडाउन ने छीना पैसा तो सोने ने ही रखी लाज

एक फाइनेंस कंपनी अपने टैगलाइन में कहती है घर में पड़ा हो सोना तो फिर काहे का रोना। इस लॉकडाउन ने इस टैगलाइन को सच्चाई में बदल दिया...

Newstrack
Published on: 15 July 2020 3:13 PM GMT
घर में पड़ा हो सोना तो फिर काहे रोना, लॉकडाउन ने छीना पैसा तो सोने ने ही रखी लाज
X

लखनऊ: एक फाइनेंस कंपनी अपने टैगलाइन में कहती है घर में पड़ा हो सोना तो फिर काहे का रोना। इस लॉकडाउन ने इस टैगलाइन को सच्चाई में बदल दिया। दरअसल कोरोना आपातकाल और उसके बाद हुए लॉकडाउन के दौरान सोना गिरवी रखने वालों की संख्या एक चौथाई बढ़ गयी है।

ये भी पढ़ें: राजस्थान घटनाक्रम पर वीरप्पा मोइली ने अपनी ही पार्टी पर बोला हमला-उठाये सवाल

सोने ने बचाई लाज

सोने को अक्सर इज्जत से जोड़कर देखा जाता है लेकिन यही सोना मुश्किल घड़ी में इज्जत बचाने के भी काम आता है। ऐसा ही कुछ हुआ यूपी की राजधानी लखनऊ में, यहां पर लॉकडाउन के दौरान लोगों ने घर में रखे सोने से खुद को मुसीबतों से बाहर निकाला। लॉकडाउन में जहां लोगों की नौकरियां गईं, बिजनेस ठप हुए और नकदी की कमी हुई तो लोगों की लाज सोने ने बचाई।

ये भी पढ़ें: BJP के 75 नेताओं को कोरोना: तेजस्वी ने पूछा, अब बताएं कौन फैला रहा वायरस

कम से कम उत्तर प्रदेश में आंकड़े तो यही गवाही देते हैं। उत्तर प्रदेश में सोना गिरवी रखने वालों की संख्या में 25 प्रतिशत का इजाफा हुआ है, यानी सोना गिरवी रखने वालों की संख्या आम दिनों के मुकाबले एक चौथाई बढ़ गई है। लखनऊ सर्राफा एसोसिएशन की मानें तो बाजार में जो ट्रेंड देखने को मिल रहा है उसके हिसाब से लोगों ने लॉकडाउन से पहले अपने माल बुक करा लिए थे। लॉकडाउन होने के बाद उनका कारोबार एकदम ठप हो गया जिससे उनके सामने नगदी की बेहद कमी हो गयी। ऐसी स्थिति में लोगों ने अपने घर के रखे सोने को बेचकर अपनी इज्जत गिरवी रख कर अपनी इज्जत बचाई।

सोना नहीं साख जरुरी

घर में पड़े सोने को गिरवी रख कर माल लेने वाले कारोबारी कहते हैं कि सोना तो फिर आ जाएगा लेकिन अगर एक बार माल नहीं लिया तो धंधे में साख बिगड़ जाएगी। हमें तो धंधा करना है। किसी भी तरह इसे चालू रखना है। धंधा जारी रखने के लिए हमारे पास एक ही ऑप्शन हैसोना गिरवी रखने का बचा है।

ये भी पढ़ें: विकास दुबे कांड: शिक्षा मंत्री ने एनकाउंटर पर सवाल उठाने वाली पार्टियों पर बोला हमला

घर के पास के सुनार पर ही भरोसा

फाइनेंस कंपनियों से लेकर बैंक तक गोल्ड लोन देते हैं। लेकिन अगर नवाबों के शहर की बात की जाए तो अब भी लोगों का विश्वास अपने घर के पास के सुनार पर ही है। लखनऊ के सर्राफा कहते हैं कि अनलॉक के बाद लोग सोना बेचने आने लगे थे लेकिन सोने के दाम बढ़ने की खबर आते ही लोगों ने बेचने के बजाय अब सोना गिरवी रखना ही बेहतर ऑप्शन माना है।

नौकरीपेशा लोगों का संकटमोचक बना सोना

लॉकडाउन में सिर्फ बिजनेस करने वाले ही नहीं बल्कि नौकरी पेशा लोगों को भी सोना गिरवी रखना पड़ा क्योंकि बहुत से ऐसे लोग हैं जिनकी नौकरियां गई या फिर उनकी तनख्वाह नहीं मिल रही है ऐसी स्थिति में लोगों ने अपने घर का सोना गिरवी रख कर उसे उसे अपने घर का काम चलाया। कुछ लोग नौकरी जाने के बाद अब घर का सोना गिरवी रखकर लोग नए व्यवसाय भी शुरु कर रहे हैं।

रिपोर्ट: तनवीर फातिमा

ये भी पढ़ें: राजस्थान घटनाक्रम पर वीरप्पा मोइली ने अपनी ही पार्टी पर बोला हमला-उठाये सवाल

Newstrack

Newstrack

Next Story