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देश के स्वास्थ्य सेवाओं और सरकारी दफ्तरों को गांवों से जोड़ेगा 'पार्क्स ऑफ़ इंडिया'
मुख्य अतिथि कुमार प्रशांत ने बताया कि डिजिटल इंडिया भारत सरकार की एक पहल है जिसके तहत सरकारी विभागों को देश की जनता से जोड़ना है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बिना कागज के इस्तेमाल के सरकारी सेवाएं इलेक्ट्रॉनिक रूप से जनता तक पहुंच सकें। इस योजना का एक उद्देश्य ग्रामीण इलाकों को हाई स्पीड इंटरनेट के माध्यम से जोड़ना भी है।
लखनऊ : सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ़ इंडिया लखनऊ द्वारा आज गोमती नगर स्थित कार्यालय में डिजिटल इंडिया के चार वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में आई टी व इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के विशेष सचिव श्री कुमार प्रशांत तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में आई टी इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के विशेष सचिव श्री रिशिरेन्द्र कुमार उपस्थित रहे।
बिना कागज के इस्तेमाल के सरकारी सेवाएं इलेक्ट्रॉनिक रूप से जनता तक पहुंचेंगी
मुख्य अतिथि कुमार प्रशांत ने बताया कि डिजिटल इंडिया भारत सरकार की एक पहल है जिसके तहत सरकारी विभागों को देश की जनता से जोड़ना है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बिना कागज के इस्तेमाल के सरकारी सेवाएं इलेक्ट्रॉनिक रूप से जनता तक पहुंच सकें। इस योजना का एक उद्देश्य ग्रामीण इलाकों को हाई स्पीड इंटरनेट के माध्यम से जोड़ना भी है।
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डिजिटल इंडिया के तीन कोर घटक हैं- 1- डिजिटल आधारभूत ढाँचे का निर्माण करना, 2- इलेक्ट्रॉनिक रूप से सेवाओं को जनता तक पहुंचाना, 3- डिजिटल साक्षरता।
विशिष्ट अतिथि रिशिरेन्द्र कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि डिजिटल इंडिया प्रोग्राम भारत को डिजिटल तौर पर सशक्त बनाने के लिए शुरू किया गया कार्यक्रम है। इस अभियान के तहत शिक्षा, अस्पताल समेत सभी स्वास्थ्य सेवाओं और सरकारी दफ्तरों को गांव से देश की राजधानी से जोड़ा जाएगा। जिसके माध्यम से आम आदमी सरकार से प्रत्यक्ष तौर पर जुड़ेगा।
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भारत बी पी ओ प्रोत्साहन योजना को देश में 48300 सीटो का लक्ष्य रखा गया
एसटीपीआई के अपर निदेशक सूर्य कुमार पट्टनायक ने बताया कि डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत भारत बी पी ओ प्रोत्साहन योजना का प्रारंभ किया गया है जिसके अंतर्गत देश में 48300 सीटो का लक्ष्य रखा गया था एवं उत्तर प्रदेश में 8800 सीटो के सापेक्ष 3420 सीटों पर आवंटन हो चुका है जिससे कि छोटे शहरों में रोजगार का सृजन हो रहा है । इस योजना का कार्यान्वयन एसटीपीआई के द्वारा किया जा रहा है ।
यूपीएलसी के डी जी एम् प्रवीण कुमार ने बताया कि प्रदेश में एसटीपीआई के चार केंद्र हैं नॉएडा, लखनऊ, प्रयागराज व कानपुर जिनके माध्यम से आई टी कम्पनिओं द्वारा 18508 करोड़ रुपये (वि.वर्ष 17-18) का सॉफ्टवेयर निर्यात किया जा रहा है। साथ ही मेरठ, आगरा, गोरखपुर व वाराणसी में भी एसटीपीआई के माध्यम से आई टी पार्क का निर्माण कराया जा रहा है ।
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कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में आई ई टी लखनऊ के कंप्यूटर विभाग के प्रो. एस पी त्रिपाठी, स्टार्टअप एडुगोरिल्ला के संस्थापक व मुख्या कार्यकारी अधिकारी रोहित मांगलिक, प्रोयुगा टेक्नोलॉजीज के सीनिअर वाईस प्रेसिडेंट ससांक परिमि, यू पी एल सी के डी जी एम् प्रवीण कुमार ने भी सभा को संबोधित किया । एसटीपीआई-लखनऊ के संयुक्त निदेशक प्रवीण द्विवेदी ने सभा में उपस्थित सभी लोगो का धन्यवाद एवं आभार प्रकट किया।