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मणि मंजरी केस: आरोपियों का नया पैंतरा, हाईकोर्ट की शरण में पहुंचे

नगर पंचायत मनियर की अधिशासी अधिकारी मणिमंजरी राय के आत्महत्या मामले में अब सभी की निगाहें इलाहाबाद हाईकोर्ट पर टिक गई हैं।

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Published on: 22 Aug 2020 2:46 PM GMT
मणि मंजरी केस: आरोपियों का नया पैंतरा, हाईकोर्ट की शरण में पहुंचे
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मणि मंजरी केस: आरोपियों का नया पैंतरा, हाईकोर्ट की शरण में पहुंचे

बलिया: नगर पंचायत मनियर की अधिशासी अधिकारी मणिमंजरी राय के आत्महत्या मामले में अब सभी की निगाहें इलाहाबाद हाईकोर्ट पर टिक गई हैं। न्यायालय से आरोपी नगर पंचायत अध्यक्ष भीम गुप्ता को राहत मिलती है अथवा नहीं। उधर पुलिस ने आरोपियों पर गिरफ्तारी को लेकर दबाव बढ़ा दिया है।

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27 अगस्त को सुनवाई होने की संभावना

मनियर नगर पंचायत की अधिशासी अधिकारी मणि मंजरी राय की मौत के मामले में आरोपी नगर पंचायत अध्यक्ष भीम गुप्ता इलाहाबाद हाईकोर्ट की शरण में चले गए हैं । उनके द्वारा आपराधिक याचिका दाखिल कर अपने विरुद्ध दर्ज किये गए मुकदमे को चुनौती दी गई है । इस मामले में एक अन्य आरोपी सिकंदरपुर नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी संजय राय ने भी एक अलग आपराधिक वाद दाखिल किया है । दोनों मामलों की सुनवाई 27 अगस्त को होने की संभावना है ।

आरोपियों द्वारा इलाहाबाद हाईकोर्ट में आपराधिक याचिका दाखिल करने को पुलिस की बड़ी असफलता के रूप में देखा जा रहा है । आम चर्चा है कि रसूखदार होने व शासित दल से जुड़े होने के कारण पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी का कोई ठोस प्रयास नही किया । उल्लेखनीय है कि मणि मंजरी ने गत 6 जुलाई की रात्रि जिला मुख्यालय स्थित अपने आवास पर खुदकुशी कर लिया था । इस मामले में मणि मंजरी के भाई विजया नन्द ने नगर पंचायत अध्यक्ष भीम गुप्ता, कम्प्यूटर लिपिक अखिलेश , टैक्स लिपिक विनोद सिंह व सिकंदरपुर नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी संजय राय के विरुद्ध भारतीय दंड विधान की धारा 306 में नामजद मुकदमा दर्ज कराया था ।

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नही मिल सकी पुलिस को सफलता

मुकदमा दर्ज हुए सवा माह से अधिक बीत गए हैं, लेकिन पुलिस के हत्थे अभी तक चालक चंदन कुमार ही चढ़ सका है । पुलिस का दावा है कि उसने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये लगातार छापेमारी की , लेकिन पुलिस को सफलता नही मिल सकी । गिरफ्तारी न होने के बाद पुलिस ने आरोपियों पर गिरफ्तारी अथवा आत्मसमर्पण का दबाव बनाते हुए न्यायालय में इनके विरुद्ध दफा 82 की कार्रवाई के लिए आवेदन पत्र दाखिल कर दिया है । इस आवेदन पर न्यायालय द्वारा शीघ्र सुनवाई किये जाने की संभावना है ।

उधर मनियर नगर पंचायत से विकास कार्यो से जुड़ी पत्रावली पुलिस के लिये परेशानी का सबब बनी हुई है । पुलिस को अब तक पत्रावली नही मिल सकी है । उप जिलाधिकारी दुष्यंत कुमार मौर्य ने जांच के बाद पत्रावली मनियर नगर पंचायत को वापस भेज दिया था । नगर पंचायत कार्यालय में कोई पत्रावली नही है । यदि पत्रावली नही मिलती है तो आरोपियों के विरुद्ध साक्ष्य नष्ट करने का मामला बन सकता है । उल्लेखनीय है कि प्रदेश शासन ने नगर पंचायत अध्यक्ष भीम गुप्ता के लगातार गायब होने के बाद प्रशासनिक प्रभार उप जिलाधिकारी , बांसडीह को सौंप दिया है ।

रिपोर्ट: अनूप कुमार हेमकर

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