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कांग्रेस बोली, UP में लगे राष्ट्रपति शासन, सिद्धार्थनाथ ने कहा- झूठ बोल रहीं प्रियंका

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पुलिस पर बदसलुकी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मेरा गला दबाने की कोशिश हुई और एक महिला पुलिसकर्मी ने उन्हें धक्का मारा जिसकी वजह से वह नीचे गिर गईं।

Dharmendra kumar
Published on: 28 Dec 2019 12:50 PM GMT
कांग्रेस बोली, UP में लगे राष्ट्रपति शासन, सिद्धार्थनाथ ने कहा- झूठ बोल रहीं प्रियंका
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लखनऊ: प्रियंका गांधी नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ लखनऊ में हुई हिंसा के आरोप में गिरफ्तार कांग्रेस नेता सदफ जफर और पूर्व आईपीएस अधिकारी एस दारापुरी के परिवार से मिलने जा रही थीं। इसी दौरान पुलिस ने उन्हें 1090 चौराहे पर रोक लिया है। पुलिस के रोकने के बाद प्रियंका गांधी पैदल ही रवाना हो गईं।

हालांकि बाद में पुलिस ने प्रियंका गांधी को दारापुरी के परिवार से मिलने की इजाजत दे दी। उन्होंने कहा कि हमें सड़क पर रोकने का कोई मतलब नहीं है और यह एसपीजी का नहीं बल्कि यूपी पुलिस का मुद्दा है। प्रियंका गांधी ने कहा कि पुलिस को मेरी गाड़ी रोकने का हक नहीं है।

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कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पुलिस पर बदसलुकी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मेरा गला दबाने की कोशिश हुई और एक महिला पुलिसकर्मी ने उन्हें धक्का मारा जिसकी वजह से वह नीचे गिर गईं। इसके बाद वह एक स्कूटर पर बैठकर कार्यकर्ता के साथ एसआर दारापुरी के परिवार से मिलने पहुंचीं।

दारापुरी के परिवार से मिलने के बाद प्रियंका गांधी ने पुलिस पर उन्हें अनावश्यक रूप से रोकने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मैं आई और परिवार के सदस्यों से मिली। मिस्टर दारापुरी को हिरासत में लिए जाने पर उन लोगों को धक्का लगा है, वे बहुत वरिष्ठ पुलिस अधिकारी रहे हैं।

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इसके बाद कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को पुलिस द्वारा लखनऊ में रोके जाने के मामले में जांच की मांग की है। पार्टी प्रवक्ता सुष्मिता देव ने कहा कि यह तानाशाही है कि प्रियंका गांधी एक विरोधी दल के नेता होने के नाते डंडे के बल पर जेल में भर्ती किए गए लोगों के परिजनों से मिलने जा रही थीं, लेकिन उन्हें रोका गया। इसकी जांच होनी चाहिए।

सुष्मिता देव ने कहा कि यूपी पुलिस की सर्किल ऑफिसर ने प्रियंका गांधी की गाड़ी को इस तरीके से रोका कि उनका एक्सिडेंट होते-होते बचा। उनकी गाड़ी में 5 लोगों से कम लोग मौजूद थे और इस तरह वो धारा 144 का उल्लंघन भी नहीं कर रही थीं, लेकिन उन्हें रोका गया।

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कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि प्रियंका गांधी को इसके बाद टू व्हीलर पर भी घेरा और जिस तरीके से घेरा वो निंदनीय है। उन्होंने कहा कि नागरिकता कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान उत्तर प्रदेश में 18 लोगों की जान गई है जिसमें 12 लोगों को गोली मारी गई है जिन अधिकारियों ने प्रर्दशनकारियों को और प्रियंका गांधी को रोका उनको बर्खास्त करनी चाहिए।

इसके साथ ही साथ ही उन्होंने कहा कि यूपी सरकार को भी बर्खास्त कर देना चाहिए। सुष्मिता देव ने कहा कि प्रियंका गांधी कांग्रेस के स्थापना दिवस पर लखनऊ में थी। जब प्रियंका गांधी रिटार्यड आईपीएस ऑफिसर से मिलने जा रही थीं, तो उनको रोका गया. उत्तर प्रदेश पुलिस ने प्रियंका गांधी का फिजिकल मैंन हैंडल किया। उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए।

प्रियंका गांधी के सुरक्षा कर्मियों (सीआरपीएफ) से भी अभद्रता हुई और इसकी शिकायत दर्ज कराई गई है। सीआरपीएफ के साथ घटी यह घटना सुबह की है।

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प्रियंका गांधी झूठ बोल रही हैं: सिद्धार्थनाथ सिंह

प्रियंका गांधी के बयान पर बीजेपी नेता और केन्द्रीय मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने ट्वीट किया कि प्रियंका गांधी झूठ बोल रही हैं, उनका बर्ताव निंदनीय है। ऐसे अस्थायी पब्लिसिटी मिल सकती है, वोट नहीं।

प्रियंका के आरोपों को यूपी पुलिस ने किया खारिज

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के आरोपों को यूपी पुलिस ने खारिज कर दिया है। पुलिस ने कहा कि उनको सुरक्षा की दृष्टि से रोका गया था।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लखनऊ कलानिधि नैथानी ने कहा कि इस मामले में माॅडर्न कंट्रोल रूम महिला क्षेत्राधिकारी अर्चना सिंह ने रिपोर्ट पेश की है। उन्होंने बताया कि प्रियंका गांधी की गाड़ी निर्धारित मार्ग पर न जाकर लोहिया पथ पर जाने लगी। तब उन्होंने सुरक्षा की वजह से गंतव्य के बारे में पूछा, क्योंकि उनकी सुरक्षा की दृषि्ट से आगे की सुरक्षा और ट्रैफिक की व्यवस्था कराना होता है। उन्होंने कहा कि क्षेत्राधिकारी ने लगाए आरोपों को खारिज किया है।

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