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Prayagraj News: मुक्त विश्वविद्यालय में एंटी रैगिंग दिवस पर ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन, रैगिंग के समाधान पर हुई चर्चा

Prayagraj News: उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज की शिक्षा विद्या शाखा द्वारा एंटी रैगिंग दिवस के अवसर पर शनिवार को ऑनलाइन ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

Syed Raza
Published on: 12 Aug 2023 2:45 PM GMT
Prayagraj News: मुक्त विश्वविद्यालय में एंटी रैगिंग दिवस पर ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन, रैगिंग के समाधान पर हुई चर्चा
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मुक्त विश्वविद्यालय में एंटी रैगिंग दिवस पर ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन: Photo- Newstrack

Prayagraj News: उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज की शिक्षा विद्या शाखा द्वारा एंटी रैगिंग दिवस के अवसर पर शनिवार को ऑनलाइन ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता प्रो.पी के साहू, पूर्व कुलपति, इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने कहा कि निश्चित रूप से भारत परिवर्तन के इस दौर मेंsuyd विश्व पटल पर अपनी श्रेष्ठता स्थापित किए हुए है।

उन्होंने कहा कि आज के दौर में रैगिंग की जो कुपरंपरा व्याप्त है। वह निश्चित रूप से भयावह रूप ले चुका है। सभी शैक्षिक संस्थानों में इसे चुनौती देने की जरूरत है। प्रोफेसर साहू ने कहा कि रैगिंग की भयावह स्थिति को दूर करने की आवश्यकता है ताकि शांत वातावरण में विद्यार्थी खुद को समाहित करते हुए शिक्षा ग्रहण करें। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थाओं का व्यवहार ऐसा बनाना चाहिए कि सभी विद्यार्थी एक दूसरे के साथ मिलकर एवं एक दूसरे का सहयोग करते हुए आगे बढ़ें। शिक्षण संस्थान सभी कठिनाइयों का संगठित तरीके से समाधान करने का प्रयास करें।

गौतम बुद्ध के द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने के लिए किया प्रेरित

प्रोफेसर साहू ने कहा कि शांति के तीन पक्ष हो सकते हैं। आत्मिक, पारिवारिक व सामूहिक। तीनों में तालमेल बनाते हुए हमें ऐसा वातावरण तैयार करना होगा, जहां शांति एवं सुरक्षा का भाव प्रकट हो। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रो एस. कुमार, निदेशक, समाज विज्ञान विद्या शाखा ने कहा कि भारत के मूल में जो दर्शन है वह महात्मा बुद्ध की विरासत है। उन्होंने गौतम बुद्ध के द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि अहिंसा के बिना सत्य की खोज असंभव है। सत्य व अहिंसा एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। बुद्ध के व्यक्तित्व से व्यक्ति बनने पर बल देना आज के वातावरण की प्रासंगिकता है।

कार्यक्रम के आरंभ में विद्वतजनों का वाचिक स्वागत शिक्षा विद्या शाखा के निदेशक प्रोफेसर पी के स्टालिन द्वारा किया गया। आभासी मंच पर उपस्थित अतिथियों का परिचय डॉ.सुरेंद्र कुमार ने तथा कार्यक्रम की विषय वस्तु के बारे में डॉ.बाल गोविंद सिंह ने विस्तार से बताया। कार्यक्रम का संचालन डॉ.पुष्पेंद्र कुमार वर्मा ने तथा धन्यवाद ज्ञापन कर्नल विनय कुमार, कुलसचिव ने किया।

अरविंद कुमार वर्मा व डॉ. आर. एन. सिंह ने दस्तावेजीकरण में सहयोग प्रदान किया। ऑनलाइन ओरिएंटेशन कार्यक्रम में निदेशक, आचार्य, सह आचार्य, सहायक आचार्य, कर्मचारियों व शिक्षार्थियों सहित दो दर्जन से अधिक लोगों ने प्रतिभाग किया।

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