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राम सबके हैं और सबका कल्याण चाहते हैं: प्रियंका गांधी

अयोध्या में इस भूमि पूजन के कार्यक्रम को लेकर लगातार राजनीतिक बयानबाजी भी चल रही है। केंद्र की विपक्ष पार्टी कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की ओर से बयान जारी किया गया है।

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Published on: 4 Aug 2020 8:17 AM GMT
राम सबके हैं और सबका कल्याण चाहते हैं: प्रियंका गांधी
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नई दिल्ली: पांच अगस्त का दिन एक इतिहास बनने जा रहा है। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन की तैयारियां चल रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों भूमिपूजन और शिलान्यास होगा। अयोध्या में इस भूमि पूजन के कार्यक्रम को लेकर लगातार राजनीतिक बयानबाजी भी चल रही है। केंद्र की विपक्ष पार्टी कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की ओर से बयान जारी किया गया है। यह बयान प्रियंका ने ट्वीट कर जारी किया है उन्होंने कहा कि "भूमिपूजन का कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का अवसर बने।"

राम सबमें हैं, राम सबके साथ हैं-प्रियंका

मंगलवार को जारी अपने संदेश में कांग्रेस महासचिव ने कहा है कि भारतीय मनीषा रामायण के प्रसंगों से धर्म, नीति, कर्तव्यपरायणता, त्याग, उदात्तता, प्रेम और सेवा की प्रेरणा पाती रही है। उत्तर से दक्षिण, पूरब से पश्चिम तक रामकथा अनेक रूपों में स्वयं को अभिव्यक्त करती चली आ रही है। श्रीहरि के अनगिनत रूपों की तरह ही रामकथा हरिकथा अनंता है।

उन्होंने कहा कि युग-युगांतर से भगवान राम का चरित्र भारतीय भूभाग में मानवता को जोड़ने का सूत्र रहा है। भगवान राम आश्रय हैं और त्याग भी। राम सबरी के भी हैं, सुग्रीव के भी। राम वाल्मीकि के हैं और भास के भी। राम कंबन के हैं और एषुत्तच्छन के भी। राम कबीर के हैं, तुलसीदास के हैं, रैदास के हैं। सबके दाता राम हैं। 'गांधी के रघुपति राघव राजा राम सबको सम्मति देने वाले हैं। वारिस अली शाह कहते हैं जो रब है वही राम है।'

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पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भूमि पूजन का समर्थन किया

बता दें कि प्रियंका गांधी वाड्रा की ओर से ये बयान तब आया है जब कांग्रेस की ओर से राम मंदिर को लेकर अलग-अलग तरह के बयान सामने आ रहे थे। एक तरफ मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भूमि पूजन का समर्थन किया, साथ ही स्वागत भी किया। उन्होंने लोगों को भूमि पूजन की बधाई भी दी। इतना ही नहीं कमलनाथ ने अपने ट्विटर पर प्रोफाइल फोटो भी बदल ली है और भगवा वस्त्र में नज़र आ रहे हैं।

राम साहस हैं, राम संगम हैं, राम संयम हैं, राम सहयोगी हैं

प्रियंका ने कहा कि राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त राम को 'निर्बल का बल' कहते हैं। तो महाप्राण निराला 'वह एक और मन रहा राम का जो न थका' की कालजयी पंक्तियों से भगवान राम को 'शक्ति की मौलिक कल्पना' कहते हैं। राम साहस हैं, राम संगम हैं, राम संयम हैं, राम सहयोगी हैं। 'राम सबके हैं। भगवान राम सबका कल्याण चाहते हैं।' इसीलिए वे मर्यादा पुरुषोत्तम हैं। उन्होंने कहा कि आगामी 05 अगस्त को रामलला के मंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम रखा गया है। भगवान राम की कृपा से यह कार्यक्रम उनके संदेश को प्रसारित करने वाला राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का कार्यक्रम बने। जय सियाराम ।

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दिग्विजय सिंह की ओर से भूमि पूजन पर सवाल खड़े किए गए

वहीं दूसरी ओर दिग्विजय सिंह की ओर से भूमि पूजन के वक्त पर सवाल खड़े किए गए थे, उन्होंने कहा था कि अभी शुभ मुहूर्त नहीं है ऐसे में इसे कुछ वक्त के लिए टाल देना चाहिए। इतना ही नहीं दिग्विजय सिंह ने शुभ मुहूर्त ना होने और भाजपा नेताओं को कोरोना होने के कनेक्शन को जोड़ दिया था जिसपर काफी विवाद हुआ था। इन बयानों के बाद ही भाजपा की ओर से आरोप लगाया जा रहा था कि कांग्रेस एक बार फिर मंदिर निर्माण में अड़ंगा लगा रही है।

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