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IIT कानपुर:फ्रांसीसी छात्रा से छेड़छाड़ का मामला,दोषी प्रोफेसर को किया जबरन बर्खास्त
विदेशी छात्रा से छेड़खानी और उत्पीड़न के मामले में दोषी कानपुर आईआईटी के प्रोफेसर को जबरन सेवानिवृत्त करने का फैसला लिया गया है। शनिवार देर रात तक चली संस्थान के बोर्ड ऑफ गवर्नेंस (बीओजी) की बैठक में बातचीत व बहस के बाद इस पर दोषी प्रोफेसर की सेवाएं समाप्त हो गईं हैं। उनको रिटायरमेंट लेना होगा। अभी आरोपी प्रोफेसर की नौकरी के 10 साल शेष हैं।
कानपुर : विदेशी छात्रा से छेड़खानी और उत्पीड़न के मामले में दोषी कानपुर आईआईटी के प्रोफेसर को जबरन सेवानिवृत्त करने का फैसला लिया गया है। शनिवार देर रात तक चली संस्थान के बोर्ड ऑफ गवर्नेंस (बीओजी) की बैठक में बातचीत व बहस के बाद इस पर दोषी प्रोफेसर की सेवाएं समाप्त हो गईं हैं। उनको रिटायरमेंट लेना होगा। अभी आरोपी प्रोफेसर की नौकरी के 10 साल शेष हैं।
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आईआईटी कानपुर के अभी तक के इतिहास में ऐसी यह पहली घटना है। फैसला आने के बाद से संस्थान में हड़कंप है। आईआईटी कानपुर के सिविल इंजीनियरिंग विभाग में स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत बीटेक करने आई फ्रांस की छात्रा ने अपने विभाग के एक वरिष्ठ प्रोफेसर पर शारीरिक उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था।
पीड़िता ने संस्थान के निदेशक व दूतावास में शिकायत की थी। मामले में विदेश मंत्रालय ने भी संस्थान से रिपोर्ट मांगी थी। आईआईटी निदेशक प्रो. अभय करंदीकर ने आईसीसी (इंटर्नल कंप्लेंट कमेटी) को जांच का आदेश दिया था। टीम ने रिपोर्ट में प्रोफेसर को दोषी ठहराया और कार्रवाई की गई थी।
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आईआईटी कैंपस में हुई बीओजी की बैठक में विदेशी छात्रा के साथ यौन शोषण को गंभीरता से लिया गया। आईआईटी से मिली खबरों के मुताबिक प्रोफेसर के पुराने मामलों पर भी विचार किया गया। अंत में बीओजी ने आरोपी प्रोफेसर को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने पर सहमति जताई। बैठक में कई फैकल्टी में हुई भर्तियों के अनुमोदन समेत कई नीतिगत मुद्दों पर चर्चा हुई। बीओजी ने तय किया कि एक जनवरी से प्रो. शलभ व प्रो. गौतम देव सीनेट के नए मेंबर होंगे। इन फैसलों के बारे में आईआईटी के आलाधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं।
सिविल इंजीनियरिंग विभाग के आरोपी प्रोफेसर का कार्यकाल अभी तक 10 साल का बचा है। प्रोफेसर की उम्र 55 साल है और रिटायरमेंट की उम्र 65 साल है। अब उनके पास कोर्ट का विकल्प बचा है। सूत्रों की माने तो सभी सबूत उनके खिलाफ थे, फ्रांसीसी छात्रा के अलावा भी कई अन्य छात्र-छात्राओं ने भी उनके ऊपर आरोप लगाए थे