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IAS की दरियादिली: बुजुर्ग चने वाले बाबा को किया सम्मानित, दिए 11 हजार कैश
जिलाधिकारी से सम्मान पाकर और सबकुछ देखकर बुजुर्ग की आंखों से आंसू निकल आए। वहीं जब विजय पाल सिंह को ये सारे सम्मान मिले तो उनकी आंखें भर आईं, यह देख डीएम वैभव श्रीवास्तव की आंखों से भी आंसू आ गए। उन्होंने तहे दिल से डीएम वैभव श्रीवास्तव को धन्यवाद किया।
रायबरेली: अपने कंधों पर घर के खर्च का बोझ लिए 98 साल के बुजुर्ग विजय पाल सिंह की समस्या को जब न्यूज़ट्रैक ने प्रमुखता से प्रकाशित की तो इस पर संज्ञान लेते हुए मदद के लिए डीएम ने हाथ बढ़ा दिए हैं। गुरुवार को डीएम ने बुजुर्ग को अपने चैंबर में बुलाया, उन्हें ग्यारह हजार कैश के साथ एक शौचालय बनवाने के लिए पैसा एकाउंट में भेजा। फिर चाय पिलाकर बुजुर्ग की आव भगत भी किया।
डीएम से सम्मान पाकर छलक पड़े आंसू
जिलाधिकारी से सम्मान पाकर और सबकुछ देखकर बुजुर्ग की आंखों से आंसू निकल आए। वहीं जब विजय पाल सिंह को ये सारे सम्मान मिले तो उनकी आंखें भर आईं, यह देख डीएम वैभव श्रीवास्तव की आंखों से भी आंसू आ गए। उन्होंने तहे दिल से डीएम वैभव श्रीवास्तव को धन्यवाद किया। इसके बाद डीएम वैभव श्रीवास्तव उनको अपने ऑफिस से आदरपूर्वक हरचंदपुर के वीडियो की गाड़ी पर बैठाकर घर के लिए भेजवाया।
रायबरेली जिले के हरचंदपुर के रहने वाले है विजयपाल सिंह
बता दें कि 98 साल के बुजुर्ग विजयपाल सिंह रायबरेली जिले के हरचंदपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत कंडोरा गांव के रहने वाले हैं। इनके कमजोर कंधों पर जिम्मेदारी का बड़ा बोझ था, इस कारण सुबह होते ही वो ठेले पर चना लेकर सड़कों पर बेचने निकल पड़ते थे। एक लड़का है वो भी परिवार लेकर दिल्ली में मजदूरी कर रहा। उसकी जो आमदनी हो रही उससे उसका अपना खर्च चला पाना मुश्किल है।
वो यूं कि बेटे के कंधों पर तीन बेटियों की शादी का भार है। उसके हिस्से का जो थोड़ा बहुत खेत है उसे भी विजयपाल सिंह स्वयं देख लेते हैं। 22 साल पहले उनके हाथ की उंगली कट गई थी लेकिन फिर भी वो हिम्मत नही हारे आजतक वैसे ही ठेला लेकर निकलते हैं।
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विधायक अदिति सिंह ने भी की मदद
उनका एक वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो विधायक अदिति सिंह ने पहले स्वयं मदद की और फिर इस खबर को न्यूज़ट्रैक ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया और आज डीएम वैभव श्रीवास्तव ने विजय पाल सिंह को आफिस बुलाया। यहां उन्होंने उन्हें ग्यारह हजार रूपए, एक शाल, एक छड़ी भेंट की और शौचालय का पैसा उनके एकाउंट में भेजा। बुजुर्ग ने डीएम और विधायक को धन्यवाद कहा।
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डीएम ने बताया कि दो दिन पूर्व इन्हें शौचालय की किस्त दे दी गई है। आज इनका राशन कार्ड भी बनवाया जा रहा है। उन्होंने बताया की बातचीत में विजय पाल सिंह ने बताया कि हाथ पैर चलते रहें इसके लिए वो ठेला चलाते हैं।
रिपोर्ट- नरेन्द्र सिंह, रायबरेली
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