झुकी योगी सरकार: खुला राहुल-प्रियंका का रास्ता, अब पीड़ित परिवार अकेला नहीं

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी सरकार और उसके किलेबंदी को ध्वस्त कर दिया है। लोकतंत्र के राजनीतिक रखवाले के तौर पर दोनों नेताओं ने हाथरस जाने के अधिकार को लेकर लगातार संघर्ष किया।

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Published on: 3 Oct 2020 10:55 AM GMT
झुकी योगी सरकार: खुला राहुल-प्रियंका का रास्ता, अब पीड़ित परिवार अकेला नहीं
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झुकी योगी सरकार: खुला राहुल-प्रियंका का रास्ता, अब पीड़ित परिवार अकेला नहीं (social media)

लखनऊ: कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका की रार आखिरकार हाथरस गैंगरेप पीड़िता परिवार के लिए उम्मीद भरी साबित हुई है। दूसरी बार दिल्ली से हाथरस निकले राहुल और प्रियंका को हालांकि योगी सरकार की पुलिस ने दिल्ली-नोएडा बार्डर पर रोका लेकिन बाद में पांच सांसदों के साथ हाथरस जाने की अनुमति दे दी है।

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यूपी सरकार और उसके किलेबंदी को ध्वस्त कर दिया है

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी सरकार और उसके किलेबंदी को ध्वस्त कर दिया है। लोकतंत्र के राजनीतिक रखवाले के तौर पर दोनों नेताओं ने हाथरस जाने के अधिकार को लेकर लगातार संघर्ष किया। शनिवार को दोनों नेता जब हाथरस जाने के लिए दूसरी बार डीएनडी फ्लाईओवर पर पहुंचे तो यूपी की सीमा में नोएडा पुलिस ने उन्हें रोक लिया। लगभग 35 सांसदों के साथ हाथरस जा रहे राहुल गांधी, प्रियंका व अन्य कांग्रेसी नेताओं ने पुलिस अधिकारियों से पूछा कि किस अधिकार व कानून के तहत उन्हें जाने से रोका जा रहा है।

rahul gandhi-priyanka gandhi

सांसद होने की वजह से उनका अधिकार है कि वह देश के किसी भी हिस्से में जाकर पीड़ित लोगों से मुलाकात करें। हाथरस गैंगरेप पीड़ित परिवार को आखिर किस कानून के तहत कैद रखा गया है। पुलिस अधिकारियों ने इसके जवाब में कहा कि गैंगरेप पीड़ित परिवार पूरी तरह स्वतंत्र है। इस बारे में अफवाह फैलाई जा रही है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए वहां पुलिस तैनात की गई है। डीएनडी बार्डर पर लगभग एक घंटे तक दोनों पक्ष जमा रहे। पुलिस ने सांसदों के वाहनों को आगे बढ़ने से रोके रखा। बार्डर पर सुबह से ही बड़ी तादाद में पुलिसकर्मी तैनात थे। इसके बावजूद जब कांग्रेस सांसद नहीं माने और उन्होंने अपने विशेषाधिकार का सवाल उठाया तो पुलिस अधिकारियों के तेवर भी ढीले पड़े।



चार बजे शाम को पुलिस प्रशासन ने राहुल गांधी व कांग्रेस सांसदों को बताया

आखिरकार चार बजे शाम को पुलिस प्रशासन ने राहुल गांधी व कांग्रेस सांसदों को बताया कि पांच सांसदों का प्रतिनिधिमंडल हाथरस जाकर पीड़ित परिवार से मिल सकता है। इससे उनका मकसद भी पूरा हो जाएगा और भीड़ भी इकट्ठा नहीं होगी। इस प्रस्ताव को कांग्रेस ने स्वीकार कर लिया है। अब राहुल और प्रियंका अपने सांसदों के साथ हाथरस की ओर जा रहे हैं।

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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि एक अक्टूबर को तो राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ही हाथरस जा रहे थे। उस दिन भी योगी सरकार यह प्रस्ताव दे सकती थी लेकिन जब सरकार को अहसास हो गया कि लाठी खाने, जेल जाने से भी कांग्रेसी डरने वाले नहीं हैं। राहुल जी ने सुबह कहा भी था कि उन्हें हाथरस जाने से कोई नहीं रोक सकता। उनकी बात सही साबित हुई अब पीड़ित परिवार अपने को अकेला नहीं महसूस करेगा। कांग्रेस नेता उसकी लड़ाई लड़ेंगे।

अखिलेश तिवारी

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