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NRC-CAA को लेकर जिले में निकली रैली, हिंदू-मुस्लिम ने एक दूसरे को दिए फूल-खिलाई मिठाई
मंगलवार को जिले के सभी थानों में एसपी डा. ख्याति गर्ग के नेतृत्व में एनआरसी व सीएए को लेकर फैलाई जा रही अफवाहो पर रोक लगाने के लिए हिन्दू-मुस्लिम एक साथ सड़क पर आए।
असगर नकवी
अमेठी: मंगलवार को जिले के सभी थानों में एसपी डा. ख्याति गर्ग के नेतृत्व में एनआरसी व सीएए को लेकर फैलाई जा रही अफवाहो पर रोक लगाने के लिए हिन्दू-मुस्लिम एक साथ सड़क पर आए। बड़ी संख्या में दोनो समुदाय के लोगों ने पुलिस के साथ मिलकर जागरूकता सद्भावना रैली निकाली। दोनों समुदाय के लोगों ने एक-दूसरे को गुलाब का फूल देकर और मिठाई खिलाकर गंगा-जमुनी तहजीब का परिचय दिया। अंत में ये रैली जायस कोतवाली पर ख़त्म हुई, जहां एसपी ने लोगों को एड्रेस किया।
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जायस में एसपी ने लोगों को किया एड्रेस
जायस कोतवाली में भीड़ को संबोधित करते हुए एसपी डा. ख्याति गर्ग ने कहा कि रामजन्मभूमि के ऐतिहासिक फ़ैसले या नागरिकता संशोधन अधिनियम के चलते जो साम्प्रदायिक सौहार्द्र यहां क़ायम रहा उसका अभूतपूर्व उदाहरण अमेठी की जनता ने दिया है। इस साम्प्रदायिक सौहार्द्र बनाए रखने के लिए हम अमेठी की जनता को सम्मानित कर आभार व्यक्त करते हैं। जनपद में धारा 144 लागू है, कोई भी राजनैतिक, साम्प्रदायिक कार्य से चार से अधिक लोग इकट्ठे न हों। कोई भी घरेलू, व्यवसाईक कार्य करना है तो उसकी विधिवत कार्यक्रम करना है तो परमिशन लेकर उसको अंजाम दें।
बच्चों को भ्रम से बचाने के लिए गार्जियन को किया जागरूक
उन्होंने कहा कि इसलिए अमेठी का सौहार्द्र अभूतपूर्व है उसको बिगाड़ने की कोशिश कई अराजकतत्व करेंगे जो अमेठी की जनता का हिस्सा नही है। बाहर से लोग आएंगे, सोशल मीडिया पर भ्रांति की हुई फोटोज, वीडियोज, पम्प्लेट तोड़ मरोड़ कर बांटेंगे। मेरी अपील है जो इस तरह की भ्रामक पोस्ट करते हैं, बाहर से आकर मीटिंग करते हैं तो तुरंत प्रशासन और पुलिस से संपर्क करें।
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मैने कई जगह देखा है जहां साम्प्रदायिक सौहार्द्र बिगड़ा वहां छोटे-छोटे बच्चे जो स्कूल में जा रहे हैं, कालेज में जा रहे हैं वो भीड़ का हिस्सा बन गए। जल्दी भ्रमित हो गए और एक भावना में बहकर इस तरह के कार्य कर बैठे के पुलिस प्रशासन की नजर में वो आपराधिक दृष्टि से देखे जाने लगे। उन पर मुकदमें क़ायम हुए, नाबालिग पर नाबालिग बच्चों वाले मुकदमें क़ायम हुए, जो कालेज में जाते हैं बालिग हैं वो अराजकतत्व की दृष्टि से देखे जाने लगे। इसलिए मैं गार्जियन से कहूंगी के बच्चों को क्योंकि न वो अधिनियम को समझते हैं, न अधिनियम की नियमावली को पढ़ा है, न संविधान को पढ़ा है उन्हें ऐसे स्थानो पर जाने से रोकें।