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राम मंदिर पर कोरोना की मार, अब कैसे हो पायेगा भूमि पूजन
अयोध्या मैं राम जन्म भूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के भूमि पूजन कराए जाने को लेकर रस्साकशी जारी है करोना महामारी के बीच भव्य कार्यक्रम हो पाना संभव नहीं लग रहा।
अयोध्या: अयोध्या मैं राम जन्म भूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के भूमि पूजन कराए जाने को लेकर रस्साकशी जारी है करोना महामारी के बीच भव्य कार्यक्रम हो पाना संभव नहीं लग रहा। मंदिर निर्माण के बाबत श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक आगामी 18 जुलाई को अयोध्या में प्रस्तावित है, लेकिन अभी तक बैठक कहां होगी स्थान निश्चित नहीं हो सका है। कायस लगाया जा रहा है ट्रस्ट के सदस्य अयोध्या राजपरिवार के विमलेंद्र मोहन मिश्र के आवास राज सदन या सर्किट हाउस मैं अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास की अध्यक्षता में संपन्न होगी।
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ट्रस्ट के सचिव चंपत राय इस समय अयोध्या में मौजूद रहकर बैठक की तैयारियों के बारे में भाग दौड़ करते देखे गए। वे राम मंदिर परिसर कार सेवक पुरम राज सदन की तरफ आते जाते दिखाई पड़ रहे हैं।
बैठक में राम मंदिर निर्माण के बाबत प्रमुख बिंदुओं पर विचार होना है जिसमें करोना महामारी संक्रमण के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों शुरुआत कराए जाने की औपचारिकता प्रमुख है, क्योंकि ट्रस्ट अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में वर्चुअल या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से नहीं बल्कि प्रधानमंत्री मोदी से स्वयं अयोध्या आकर राममंदिर निर्माण की नींव रखे जाने का अनुरोध किया है।
उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मंदिर निर्माण परिसर में समतलीकरण का कार्य भी पूरा हो चुका है। मंदिर निर्माण की विस्तृत योजना श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चम्पत राय अयोध्या में 18 जुलाई को होने वाली बैठक में ट्रस्ट के सभी पदाधिकारियों के सन्मुख रखेंगे।
कोरोना के मद्देनजर भूमिपूजन कार्य में समारोह कैसा होगा इसकी विस्तृत रूपरेखा ट्रस्ट की 18 जुलाई की बैठक में विचार होगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में दिन व तारीख निश्चित कर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर निर्णय लिए जाने की संभावना प्रबल है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 1989 में राम मंदिर का शिलान्यास हो चुका है। अब निर्माण की प्रतीकात्मक शुरुआत सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होनी है। इस दौरान कुछ केंद्रीय मंत्री इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। राम जन्म भूमि परिसर में 11 मई से ही समतलीकरण का कार्य चल रहा है। इस दौरान खुदाई में पुरावशेष भी मिले हैं।
राम जन्मभूमि परिसर का सुरक्षा सलाहकार बनने के बाद पहली बार अयोध्या पहुंचे बीएसएफ के पूर्व डीजी केके शर्मा, ने रामजन्मभूमि परिसर का निरीक्षण किया ।रामजन्मभूमि परिसर की सुरक्षा सलाहकार के पद की केके शर्मा को दी गयी है जिम्मेदारी। रामजन्मभूमि सुरक्षा प्वाइंटों का किया अवलोकन। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने अयोध्या में डेरा डाल दिया है। नृपेंद्र मिश्र चार दिन के अयोध्या प्रवास पर राम नगरी में हैं। नृपेंद्र मिश्रा अयोध्या पहुंचकर फैजाबाद सर्किट हाउस में रुके हैं। नृपेंद्र मिश्र के साथ एक इंजीनियरों का एक दल भी अयोध्या पहुंचा है, जो राम मंदिर निर्माण की बारीकियों को समझेगा राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने जिले के अधिकारियों व ट्रस्ट महामंत्री चम्पत राय सहित अयोध्या में मोजूद ट्रस्ट सदस्यों के साथ सर्किट हाउस में बैठक किया। बैठक में राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदेन सदस्य जिलाधिकारी अनुज कुमार झा अधिकारियों के साथ रहें ।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रमुख सचिव रह चुके नृपेंद मिश्र 18 जुलाई को अयोध्या में होने वाली श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में भी हिस्सा लेंगे। 18 जुलाई को बैठक में शामिल होने वाले वाले सदस्यों के रुकने सहित बैठक स्थल को लेकर तैयारियों का सिलसिला स्थानीय स्तर पर ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय के देखरेख में चल रहा है जहां पर प्रशासनिक मदद लेने की आवश्यकता है वहां पर वे प्रशासन से सहयोग प्राप्त कर रहे हैं बैठक से पहले ट्रस्ट के सभी सदस्य राम जन्मभूमि परिसर का निरीक्षण भी कर सकते हैं।
नाथ बख्श सिंह -अयोध्या
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