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टूटा आजम का ड्रीम प्रोजेक्ट: सरकार ने की ये बड़ी कार्रवाई, चली जेसीबी
रामपुर में आजम खान का यह ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है। यह कार्रवाई रास्ता को चौड़ा करने के लिए की गयी है। अतिक्रमण के कारण रास्ता काफी संकरा हो गया था, इसलिए दीवार गिराकर रास्ता निकाला गया।
रामपुर: सपा नेता आजम खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रास्ता निकालने के लिए जौहर यूनिवर्सिटी की दिवार पर गुरुवार को जेसीबी चलवा दी । बता दें कि रामपुर में आजम खान का यह ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है। यह कार्रवाई रास्ता को चौड़ा करने के लिए की गयी है। अतिक्रमण के कारण रास्ता काफी संकरा हो गया था, इसलिए दीवार गिराकर रास्ता निकाला गया।
पहले भी नोटिस दिया जा चुका है
कार्रवाई के दौरान उप जिलाधिकारी समेत प्रशासन के सभी बड़े अधिकारी मौके पर मौजूद थे । इस कार्रवाई से पहले चकरोड का रास्ता देने को लेकर नोटिस भी दिया गया था। हालांकि निर्धारित समय में इसका समाधान नहीं निकल पाया। दी गई समय अवधि पूरी होने के बाद गुरुवार को प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए यूनिवर्सिटी की दीवार गिरा दी।
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जौहर यूनिवर्सिटी पर कार्रवाई रेवेन्यू बोर्ड कोर्ट के निर्देश पर की गई
पिछले महीने भी ऐसी ही कार्रवाई की गई थी। रामपुर जिला प्रशासन ने मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी परिसर के अंदर 104 बीघा जमीन जब्त की थी। यह कार्रवाई प्रयागराज स्थित रेवेन्यू बोर्ड कोर्ट के निर्देश पर की गई थी। गौरतलब है कि यूनिवर्सिटी का निर्माण समाजवादी पार्टी के सांसद मोहम्मद आजम खान ने कराया है, साथ ही वह यहां के कुलाधिपति भी हैं। रेवेन्यू बोर्ड कोर्ट के अनुसार दलित किसानों के समूह से ली गई इस जमीन की खरीद फरोख्त में नियमों की धज्जियां उड़ाई गई थीं।
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रेवेन्यू बोर्ड में चल रहा था मामला
प्रयागराज स्थित रेवेन्यू बोर्ड में सरकारी वकील दीपक सक्सेना ने कहा था, उत्तर प्रदेश जमींदारी उन्मूलन और भूमि सुधार अधिनियम के तहत छोटे दलित भूस्वामी अपनी जमीन गैर-अनुसूचित जाति के व्यक्ति के नाम स्थानांतरित नहीं कर सकते हैं और अगर वे ऐसा करते हैं तो इसके लिए उन्हें जिला प्रशासन से अनुमति लेनी होती है। वरिष्ठ सपा नेता आजम खान की ओर से संचालित जौहर ट्रस्ट ने ऐसी कोई अनुमति नहीं ली थी।"