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खुलेगा रेपर्टवा का पिटारा: थिएटर, म्यूजिक और कामेडी फेस्ट में जुटेंगे दिग्गज कलाकार

अपनी यात्रा के दसवें पड़ाव पर हम 12 से 16 दिसंबर तक गोमती नगर के उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी परिसर में रेपर्टवा फेस्टिवल सीजन 10-दस का पिटारा का आयोजन करने जा रहे हैं जो बेहतरीन नाटकों, संगीत और हास्य के कार्यक्रमों से सजा होगा। साथ ही इन कार्यक्रमों में भाग ले कलाकारों से मिलने का अवसर भी मिलेगा।

SK Gautam
Published on: 3 Dec 2019 10:10 PM IST
खुलेगा रेपर्टवा का पिटारा: थिएटर, म्यूजिक और कामेडी फेस्ट में जुटेंगे दिग्गज कलाकार
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लखनऊ: देश के महत्वपूर्ण समारोहों में शामिल हो चुका रेपर्टवा इस वर्ष अपने आयोजन के दस वर्षों का जश्न मना रहा है। अपने कलात्मक परिवेश और चर्चित नाट्य प्रस्तुतियों के कारण सराहे गए इस उत्सव ने न सिर्फ महत्वपूर्ण कलाकारों की रंग प्रतिभा से नगर के दर्शकों को परिचित कराया है बल्कि समसामयिक विषयों पर प्रयोगात्मक नाटक भी मंचित कराए हैं।

रंगमंच के साथ ही यह महोत्सव हर साल संगीत और हास्य के भी बेहतरीन कार्यक्रम लेकर आता है जिसे दर्शकों से लेकर मीडिया तक सभी ने इसे सराहा और प्रोत्साहित किया है।

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यही कारण है कि देश के महत्वपूर्ण कलाकार भी यहां आने को उत्साहित रहते हैं। पिछले एक दशक में कई प्रसिद्ध रंगकर्मियों, टीवी एवं फिल्म अभिनेता-अभिनेत्रियों, निर्देशकों, संगीतकारों और हास्य कलाकारों ने यहां अपनी यादगार प्रस्तुतियां दी हैं।

अपनी यात्रा के दसवें पड़ाव पर हम 12 से 16 दिसंबर तक गोमती नगर के उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी परिसर में रेपर्टवा फेस्टिवल सीजन 10-दस का पिटारा का आयोजन करने जा रहे हैं जो बेहतरीन नाटकों, संगीत और हास्य के कार्यक्रमों से सजा होगा। साथ ही इन कार्यक्रमों में भाग ले कलाकारों से मिलने का अवसर भी मिलेगा।

रंगमंच उत्सव

दिन 1:

मोहित टाकालकर निर्देशित मौसंबी नारंगी में फिल्मों की चकाचौंध और जमीनी सच्चाई से विरोधाभास पर केन्द्रित है। फिल्मों में अभिनय का ख्वाब देखने वालों को बनारस के घाट पर फिल्माए जा रहे फिल्म में काम करने का मौका मिलता है।अपनी भूमिकाओं में वे मशहूर अभिनेत्री के साथ नाचते-गाते हैं और खलनायकों से मुकाबला करते हैं लेकिन हकीकत उन्हें फिल्म में महज एक्स्ट्रा से आगे नहीं बढने देती। महज दो कलाकारों ने नाटक में स्त्री-पुरुष की तमाम भूमिकाओं का खूबसूरती से निर्वाह किया है।

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दिन 2:

प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता नसीरुद्दीन शाह निर्देशित औरत, औरत, औरत नाटक विख्यात उर्दू लेखिका इस्मत चुगताई की आत्मकथा और तीन लेखों के बहाने स्त्रियों की आजादी से जुड़े उनके विचारों को दर्शाता है तो रुढ़ियों के प्रति उनके गुस्से का इजहार भी करता है। नाटक में सभी चरित्र महिलाएं हैं।

दिन 3:

फैजह जलाली लिखित और निर्देशित नाटक बोन आफ कन्टेन्सन हमारे समाज में जिम्मेदारियों से भागने और इसे दूसरों पर थोपने की प्रवृत्ति को बहुत खूबसूरती से उजागर करता है। नाटक में इसे एक आवासीय कालोनी के बालकनी में गिरे हड्डी के माध्यम से दर्शाया गया है जिसे हर कोई एक-दूसरे के घरों में उछालता रहता है।

दिन 4:

विख्यात रंगकर्मी हबीब तनवीर का चर्चित नाटक आगरा बाजार शायर नजीर अकबराबादी की शायरी पर आधारित है जो कहा करते थे-'मुफलिस कहो फकीर कहो आगरे का है, शायर कहो नजीर कहो आगरे का है'। नाटक में आगरा एक शहर से अधिक संस्कृति है जिसमें बाजार के दुकानदार अपने सामानों के न बिक पाने पर नजीर अकबराबादी की शायरी का सहारा लेते हैं।

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दिन 5:

कई ऐसे चरित्र हैं जो सही-गलत की हमारी कसौटी को चुनौती देते हैं। बालि एक ऐसा ही चरित्र है जिस पर निम्मी राफेल का नाटक बालि केन्द्रित है। बालि और सुग्रीव के युद्ध और बालि की मृत्यु से जुड़े प्रसंग आज के सामाजिक

परिदृश्य से भी जुड़ते हैं और हमें बहुत कुछ सोचने को विवश करते हैं।

थिएटरफेस्ट कार्यक्रम (अपराह्न तीन बजे एवं सायं 6.30/7.30 बजे)

12 दिसंबर- मौसंबी नारंगी (नि.मोहित टाकालकर)

13 दिसंबर- औरत, औरत, औरत ( नि. नसीरुद्दीन शाह)

14 दिसंबर- बोन आफ कन्टेन्सन ( नि. फैजह जलाली)

15 दिसंबर- आगरा बाजार (मूल नि. हबीब तनवीर)

16 दिसंबर- बालि (नि.निम्मी राफेल)

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संगीत उत्सव:

रेपर्टवा का संगीत उत्सव देश-विदेश में लोकप्रिय विख्यात बैंड और संगीत कलाकारों से सजा होगा। 12 दिसंबर को संगीत उत्सव का पहला दिन इंडियन ओशन के नाम होगा। पिछले दो दशकों से संगीत प्रेमियों को अपने सुर-ताल से झुमाने वाला इंडियन ओशन एक बार फिर अपने खूबसूरत संगीत सम्मिश्रण (फ्यूजन) के साथ होगा जिसमें श्रोताओं को भारतीय, लोक, राक, जैज और संस्कृत श्लोकों और सूफी गीतों का संगम मिलेगा।

14 दिसंबर को संगीत उत्सव लोकल ट्रेन बैंड के सुरों पर झूमेंगा जिसने कुछ ही वर्षों में संगीत प्रेमियों में अपार लोकप्रियता प्राप्त की है। उनके गीत और यू-ट्यूब चैनल की प्रसिद्धि इसकी गवाह है।

16 दिसंबर को परवाज के साथ संगीत के सुर परवाज भरेंगे। अपने अलबमों और गीतों से विशाल प्रशंसक वर्ग तैयार करने वाला यह बैंड कश्मीरी और उर्दू शायरी के भारतीय एवं पाश्चात्य संगीत के सम्मिश्रण के लिए लोकप्रिय है।

म्यूजिक फेस्ट कार्यक्रम (रात्रि नौ बजे)

12 दिसंबर इंडियन ओशन

14 दिसंबर लोकल ट्रेन

16 दिसंबर परवाज

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हास्य उत्सव:

हास्य उत्सव में 13 दिसंबर को ऐसी तैसी डेमोक्रेसी का दल अपने चुटीले हास्य-व्यंग्य के साथ होगा। हास्य कलाकार संजय राजौरा, लेखक-गीतकार वरुण ग्रोवर और इंडियन ओशन के राहुल राम की तिकड़ी राजनीति से लेकर साफ्टवेयर इंजीनियरिंग तक के तमाम विषयों पर लोगों को गुदगुदाएगी।

वहीं, 15 दिसंबर को लेखिका-अभिनेत्री अदिति मित्तल दर्शकों से रूबरू होंगी जो देश की चर्चित महिला हास्य कलाकार हैं और समसामयिक विषयों को अपने कार्यक्रम में शामिल कर दर्शकों का खूब मनोरंजन करती हैं।

कामेडी फेस्ट कार्यक्रम (सायं 6 बजे)

13 दिसंबर- ऐसी तैसी डेमोक्रेसी

15 दिसंबर- अदिति मित्तल

SK Gautam

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