×

सरकारी तंत्र की अनदेखी से वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य को बढ़ रहा खतरा

शहर के मध्य यहां के वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य रहने के लिए प्रातः मार्निंग वाक के लिये मात्र एक सुरक्षित एवं शुद्ध वातावरण युक्त स्थान है शाही किला। जिसमें बड़ी संख्या में वरिष्ठ नागरिक सुबह के समय वाक एवं व्यायाम आदि करके स्वस्थ रहने का प्रयास करते थे।

Newstrack
Published on: 31 Oct 2020 4:25 PM GMT
सरकारी तंत्र की अनदेखी से वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य को बढ़ रहा खतरा
X
शहर के मध्य यहां के वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य रहने के लिए प्रातः मार्निंग वाक के लिये मात्र एक सुरक्षित एवं शुद्ध वातावरण युक्त स्थान है शाही किला। जिसमें बड़ी संख्या में वरिष्ठ नागरिक सुबह के समय वाक एवं व्यायाम आदि करके स्वस्थ रहने का प्रयास करते थे।

जौनपुर: जिले के हुक्मरान एवं पुरातत्व विभाग की हिटलर शाही के चलते अब शहर के वरिष्ठ नागरिक इस समय अपने स्वास्थ्य को लेकर खासे परेशान व चिन्तित है। तमाम पत्राचार के बाद भी कोई इनकी सुधि लेने वाला नहीं है। जिला प्रशासन तो आंख कान दोनों बन्द कर लिया है किला बन्द होने से वरिष्ठ नागरिक घरों में कैद पड़े हैं। सड़क पर वाक करना सुरक्षित नहीं है।

यहां बता दें कि शहर के मध्य यहां के वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य रहने के लिए प्रातः मार्निंग वाक के लिये मात्र एक सुरक्षित एवं शुद्ध वातावरण युक्त स्थान है शाही किला। जिसमें बड़ी संख्या में वरिष्ठ नागरिक सुबह के समय वाक एवं व्यायाम आदि करके स्वस्थ रहने का प्रयास करते थे।

वरिष्ठ नागरिकों को वाकिंग के लिये जनपद के निवर्तमान जिलाधिकारी अनुराग यादव ने ऐसी व्यवस्था किया था कि किला का द्वार प्रतिदिन सुबह 5 से 6 बजे तक खुल जाता रहा लोग स्वास्थ्य लाभ करते रहे। लेकिन कोरोना संक्रमण के दौरान जिलाधिकारी के आदेश पर किला गेट में ऐसा ताला बन्द हुआ कि आज तक खुलने का नाम नहीं ले रहा है।

Jaunpur

ये भी पढ़ें...झारखंड: प्रदेश BJP अध्यक्ष के खिलाफ FIR, लगा है ये गंभीर आरोप

संवेदनशील नहीं है प्रशासन से लेकर पुरातत्व विभाग के अधिकारी

शाही किला को वरिष्ठ नागरिको को वाकिंग के खोलने हेतु मार्निग वाकर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विरेन्द्र कुमार प्रधान द्वारा जिला प्रशासन सहित अधीक्षण भारतीय पुरातत्व सारनाथ वाराणसी को लगातार पत्र दिया जा रहा है कि वाकिंग के लिए सुबह 5 से 6 बजे के बीच दो घन्टे के लिए खोलने का आदेश जारी किया जाये, लेकिन किसी भी स्तर से सुनवाई न होना इस बात को प्रमाणित करता है कि जिला प्रशासन से लेकर पुरातत्व विभाग के अधिकारी तक जनपद के वरिष्ठ नागरिकों के प्रति संवेदनशील नहीं है। न ही इन्हें स्वस्थ्य देखना चाहते हैं। जब सब कुछ खुल गया है जनता अपने काम कर रही है तो वरिष्ठ नागरिकों के साथ अन्याय क्यों हो रहा है।

ये भी पढ़ें...रो रहा हर देश: नहीं रहे ये फेमस एक्टर, पूरी दुनियाभर के फैंस को लगा झटका

ये भी पढ़ें...11000 लोगों की गई नौकरीः इस बड़ी कंपनी ने लिया फैसला, कर्मचारियों की छंटनी

रिपोर्ट: कपिल देव मौर्य

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें

Newstrack

Newstrack

Next Story