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मुरादाबाद के RSS कार्यवाह विपिन चौधरी ने माउंट एवरेस्ट पर फहराया भगवा ध्वज
बता दें की विपिन चौधरी उम्र 27 वर्ष है और वे मुरादाबाद के बुद्धि-विहार इलाके में रहते हैं। वह वर्तमान में केजीके डिग्री कॉलेज में कानून विषय में अध्यनरत हैं। अपनी पढ़ाई के साथ साथ वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में भी अपनी सहभागिता दर्ज कराते रहते हैं।
मुरादाबाद: यहां के पर्वतारोही विपिन चौधरी ने 22 मई की सुबह माउंट एवरेस्ट को फतह किया। पर्वतारोही विपिन चौधरी मुरादाबाद शहर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महानगर सह कार्यवाह हैं। उन्होंने वहां तिरंगा फहराकर देश और मुरादाबाद का नाम रोशन किया।
विपिन के पारिवारिक मित्र दीक्षांत चौधरी ने बताया कि विपिन मिशन माउंट एवरेस्ट पर 2 अप्रैल को रवाना हुए थे। टीम में कुल 12 लोग शामिल थे। यूपी से अकेले विपिन चौधरी इस समूह में शामिल थे। बुद्धि-विहार में रहने वाले विपिन 22 मई को सुबह 9 बजे माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने के साथ ही भगवा भी लहराया।
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विपिन ने ना केवल शिखर तक पहुंचे बल्कि वहां संघ का भगवा ध्वज भी फहराया। विपिन के पिता गजेंद्र सिंह, पुलिस में सब-इंस्पेक्टर हैं। मां, पूनम चौधरी गृहिणी हैं। बड़े भाई नितिन सिंह, हैदराबाद में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं।
दुनिया की सर्वोच्च पर्वत चोटी पर राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ का ‘भगवा ध्वज’ फहराकर पर्वतारोही विपिन चौधरी ने एक नया इतिहास रच दिया है। विपिन द्वारा हासिल की गई इस ऐतिहासिक सफलता पर संघ एवं भारतीय हिन्दू संस्कृति के प्रसंशकों ने खूब सारी बधाइयां और शुभकामनाएं दी जा रही हैं।
बता दें की विपिन चौधरी उम्र 27 वर्ष है और वे मुरादाबाद के बुद्धि-विहार इलाके में रहते हैं। वह वर्तमान में केजीके डिग्री कॉलेज में कानून विषय में अध्यनरत हैं। अपनी पढ़ाई के साथ साथ वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में भी अपनी सहभागिता दर्ज कराते रहते हैं।
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विपिन ने माउंट एवरेस्ट से पहले कई दूसरे पर्वत शिखरों पर भी सफलता से चढ़ाई कर चुके हैं। वर्तमान की माउंट एवरेस्ट की सफलता से पहले विपिन ने एल्ब्रुस और किलीमंजारों की शिखरों पर भी फतह हासिल की थी। दुनिया के ऊंचे पर्वत चोटियों पर चढ़ाई करना विपिन का शौक बन गया है।
विपिन ने अप्रैल महीने की दो तारिख को माउंट एवरेस्ट शिखर पर चढ़ाई करना प्रारम्भ किया था। उनके साथ 12 सदस्यीय समूह भी था जिसमे उत्तर प्रदेश से वह अकेले सदस्य थे। विपिन ने शिखर पर पहुँचने में 22 मई की सुबह नौ बजे सफलता हासिल की। वहां पर उन्होंने ‘भगवा ध्वज’ के साथ साथ भारत की आन बाण शान तिरंगा भी फहराया।