×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

सहारनपुर: बैंक निजीकरण के खिलाफ हड़ताल, कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन

सहारनपुर में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बैनर तले जिले में कई बैंकों के अधिकारी एवं कर्मचारियों ने पंजाब नेशनल बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय दिल्ली रोड पर सैकड़ों की संख्या में एकत्रित हो कर केंद्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया।

Newstrack
Published on: 15 March 2021 6:38 PM IST
सहारनपुर: बैंक निजीकरण के खिलाफ हड़ताल, कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
X
सहारनपुर: बैंक निजीकरण के खिलाफ हड़ताल, कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन

सहारनपुर: एक तरफ जहां पूरे देश में आज 10 से करीब 11 लाख बैंक कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं वहीं सहारनपुर में भी यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बैनर तले जिले में कई बैंकों के अधिकारी एवं कर्मचारियों ने पंजाब नेशनल बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय दिल्ली रोड पर सैकड़ों की संख्या में एकत्रित हो कर केंद्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया।

ये भी पढ़ें: जौनपुर: सोनानन्दन बीटीसी कालेज में पुरातन छात्र छात्राओं का हुआ सम्मान

बैंकों के निजीकरण किए जाने के प्रस्ताव के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया गया। साथ ही बैंकों को देश के आर्थिक विकास को सींचने वाले जलाशय बताया। बैंक कर्मियों ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार कर रही सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को बड़े कॉरपोरेट घरानों को सौपने की तैयारी।

[video width="640" height="352" mp4="https://newstrack.com/wp-content/uploads/2021/03/WhatsApp-Video-2021-03-15-at-18.05.40.mp4"][/video]

संजीव शर्मा जिला संयोजक बैंक फोरम यूनियन ने बताया कि आज सभी बैंक कर्मचारियों की दो दिवसीय हड़ताल है। इस हड़ताल का मुख्य कारण बैंक व एलआईसी डिपार्टमेंट को प्राइवेट सेक्टर में करने के विरोध प्रदर्शन को लेकर आज बैंक कर्मचारियों द्वारा हड़ताल की गई है व धरना प्रदर्शन जारी है।

[video width="480" height="256" mp4="https://newstrack.com/wp-content/uploads/2021/03/WhatsApp-Video-2021-03-15-at-18.05.59.mp4"][/video]

ये भी पढ़ें: Newstrack ने चढ़वाई घोड़ी: नन्हें अजीम मंसूरी बने दुल्हा, छोटा कद बना था रोड़ा

केंद्र सरकार द्वारा LIC व देश के 4 बड़े बैंकों का निजीकरण करने के बाद 1.75 लाख करोड कुल संसाधनों से प्राप्त होने की बात कही जा रही है। जबकि दूसरी ओर पूरे देश में इन्हीं बैंकों के 2018-19 में करीब 2.50 लाख करोड़ रु NPA में पड़े हैं, तो सरकार क्यो नही इस NPA के रु की वसूली कर लाभ में जाना चाहती है। हमारी सरकार से यह मांग है कि बैंकों के निजीकरण मैं करते हुए सरकार को कोई दूसरा रास्ता निकालना चाहिए।

रिपोर्ट: नीना जैन



\
Newstrack

Newstrack

Next Story