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Sant Kabir Nagar News: लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी बैठक को लेकर आपस में भिड़े सपा कार्यकर्ता
Sant Kabir Nagar News: पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने बड़े ही गड्स के साथ जिले की कमान अनुभवी हाथों में सौंपी थी,
Sant kabir Nagar News: जिले की कमान जब से अब्दुल कलाम ने संभाली है तब से सपा के लिए कुछ भी शुभ नही हो रहा है, पार्टी के अंदर गुटबाजी तो देखने को ही मिल रही है वहीं सपाई आपस में भी भिड़ते नजर आए। एक तरफ जहां पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव 2024 को जीतने की कवायद में जुटे हैं वहीं उन्ही के कार्यकर्ता आपस में उलझकर सिर फुटौव्ल पर आमादा नजर आ रहें हैं। पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने बड़े ही गड्स के साथ जिले की कमान अनुभवी हाथों में सौंपी थी, अखिलेश को ये भरोसा था कि लगातार तीन बार विधायक रहने वाले अब्दुल कलाम पार्टी के लिए संजीवनी बनेंगे पर परिणाम इसके ठीक उलट नजर आ रहा है।
अब्दुल कलाम के जिलाध्यक्ष बनने के बाद से लेकर अबतक पार्टी कार्यालय पर आयोजित बैठकों में जिस तरह से सपाई आपस में भिड़े उसे देख आप भी यही कहेंगे कि ये सब एक दल के लिए शुभ संकेत नहीं। गौरतलब हो कि पार्टी कार्यालय पर पिछले 15 मई को मेंहदावल विधान सभा के पूर्व प्रत्याशी जयराम पांडेय और जिलाध्यक्ष अब्दुल कलाम के बीच जहां जमकर तू तू मैं मैं हुआ था वहीं ठीक 19 वें दिन पूर्व सांसद के बेटे पूर्व विधान सभा प्रत्याशी आलोक उर्फ सोनू यादव और उनके भांजे का पार्टी के वरिष्ठ नेता सिराज अहमद खान जो कभी पूर्व सांसद स्वर्गीय सुरेंद्र यादव के निजी सचिव रहे थे उनके साथ कहा सुनी हो गई। ये सब पार्टी कार्यालय पर ही हुआ। दरअसल पूर्व सांसद के बेटे आलोक उर्फ सोनू यादव अपने स्वर्गीय पिता के निजी सचिव रहे सिराज अहमद खान से इस बात के लिए नाराज थे कि सिराज अहमद ने उस दिन फेसबुक पर एक पोस्ट डाला था जिस दिन पूर्व सांसद की पुण्यतिथि थी, सिराज अहमद को मंच पर जगह नही मिली थी इसलिए उन्होंने अपना दर्द फेसबुक पर साझा करते हुए लिखा था कि स्वर्गीय सुरेन्द्र यादव जी को कदम कदम पर धोखा देने वाले उनकी पुण्य तिथि के अवसर पर मंच की शोभा बढ़ा रहे थे।
पार्टी नेता सिराज अहमद का यह दर्द इसलिए उभरा था कि उस दिन सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव स्वयं पूर्व सांसद को श्रद्धांजलि देने खलीलाबाद के जूनियर हाईस्कूल के मैदान में आए थे। पार्टी नेता सिराज के इसी पोस्ट से नाराज दिखे पूर्व सांसद पुत्र आलोक उर्फ सोनू यादव और उनके भांजे राहुल यादव बादल आज पार्टी की मीटिंग के दौरान भड़के थे, सिराज के इसी पोस्ट पर भड़के सोनू यादव और राहुल ने सिराज के साथ तीखी नोकझोंक की, नोक झोंक के दौरान बीच बचाव की जिम्मेदारी जिलाध्यक्ष पर थी पर वो काफी देर तक चुप रहे, जिलाध्यक्ष लाचारी स्थिति में दिखे थे, इस दौरान पूर्व विधायक जय चौबे अगर आगे नहीं आए होते तो पार्टी की बड़ी फजीहत होती। पूर्व विधायक जय चौबे ने पहले सिराज अहमद को शांत कराया फिर खुद कुर्सी छोड़ सोनू यादव और राहुल के पास पहुंच शांत रहने के लिए कड़े शब्दो मे आदेश दिया तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ।
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