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संदिग्धावस्था में शव मिलने से फैली सनसनी, पढ़ें भदोही की बड़ी खबरें

कंसापुर गाँव के निकट 38 वर्षीय ग्रामीण का शव खेत में मिलने से सनसनी फैल गई। गांव भिदिउरा निवासी राजू चौहान पुत्र प्रेम बहादुर चौहान बीते दिनों से घर से निकला था

Ashiki
Published on: 17 April 2020 10:25 PM IST
संदिग्धावस्था में  शव मिलने से फैली सनसनी, पढ़ें भदोही की बड़ी खबरें
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भदोही: उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में ज्ञानपुर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत कंसापुर गाँव के निकट 38 वर्षीय ग्रामीण का शव खेत में मिलने से सनसनी फैल गई। गांव भिदिउरा निवासी राजू चौहान पुत्र प्रेम बहादुर चौहान बीते दिनों से घर से निकला था। लेकिन वह वापस घर नहीं लौटा। काफी देर हो जाने पर जब वह घर नहीं आया तो परिवार के लोग परेशान होकर उसकी तलाश गांव के अगल-बगल क्षेत्र व रिश्तेदारों के यहां पता करना चाहा लेकिन राजू का कोई पता नहीं चला।

वहीं शुक्रवार की शाम जब कुछ लोगों ने गांव के बाहर खेतों में एक शव देखा। तो इससे सनसनी फैल गई। शव मिलने की सूचना मिलते ही मृतक के परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंच गए ,और इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पाकर घटनास्थल पर ज्ञानपुर कोतवाल पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं घटनास्थल पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी कालू सिंह ने बताया कि शव पर कोई चोट के निशान नहीं प्रतीत हो रहे है । लेकिन शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वजह साफ हो सकेगी।

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लाॅकडाऊन का उल्लंघन करने वालों पर प्रशासन हुआ सख्त

कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से देश में लॉकडाउन का दूसरा चरण लागू कर दिया गया है। किंतु कुछ शरारती तत्वों के द्वारा अनावश्यक घर से बाहर निकल कर लॉक डाउन का उलंघन करते देखे गए हैं। जिसके कारण लॉक डाउन सख्ती से पालन कराने के लिए पाली चौकी प्रभारी के नेतृत्व में लॉक डाउन के दूसरे चरण के तीसरे दिन पुलिसकर्मियों ने 9 बजे के बाद क्षेत्र के सभी बाजारों में दिनभर भ्रमण कर लोगों को अनावश्यक घर से बाहर न आने की अपील की।

वहीं, पाली चौकी प्रभारी गुरु ज्ञान चंद्र पटेल ने अपनी मयफोर्स के साथ पाली बाजार के पास वाहन चेकिंग अभियान चलाया तथा अनावश्यक घर से बाहर निकल कर लॉक डाउन का उलंघन कर रहे लोगों का वाहन का चालान किया गया और जिन्होंने मास्क नहीं पहना था उन्हें मास्क पहनने के लिए भी प्रेरित किया।

भदोही में क्वारंटाइन के बाद तबलीगी जमात के 14 लोगों को भेजा गया जेल

देश में कोरोना वायरस के मामलों में हुई बढ़त्तरी के पीछे तबलीगी जमात को कारण माना जा रहा है। वहीं उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जमातियों पर कड़ा एक्शन ले रही है। भदोही में 4 मार्च से क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे 14 जमातियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जिला मुख्यालय स्थित सैनिक कल्याण विभाग कार्यालय में बनाए गए अस्थाई जेल में रखा है। 14 जमातियों में से 11 बांग्लादेशी और 1 असम तथा 2 पश्चिम बंगाल के हैं।

पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह ने कहा की 31 मार्च को शहर कोतवाली इलाके के काजीपुर स्थित एक निजी गेस्ट हॉउस से इन सभी लोगों को पकड़ा गया था। उन्होंने बताया इस मामले में मरकज़ कमेटी और निजी गेस्ट हॉउस मालिक द्वारा इनको छुपाकर रखने के आरोप में कुल 21 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है जिसमें से 7 को अगले ही दिन उनके घरों पर ही निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया था।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर लक्ष्मी सिंह ने बताया ग्यारह बांग्लादेशी सहित सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कर इनके सैम्पल जांच को भेजा गया था और सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई। 14 दिनों तक क्वारंटाइन की अवधि 15 मार्च को खत्म होने पर सभी को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

जिला अधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने बताया इन सभी लोगों ने और इनको छुपाकर रखने वालों ने कोई भी सूचना प्रशासन को नहीं दी थी। इस लिए सभी विदेशियों का पासपोर्ट ज़ब्त कर लिया गया तथा सरकार ने टूरिस्ट वीज़ा पर आकर धर्म का प्रचार-प्रसार करने पर वीज़ा रद्द कर दिया है। जेल अधीक्षक कविता मीणा ने बताया की जिला अधिकारी कार्यालय के आदेश पर अस्थाई जेल सैनिक कल्याण विभाग में रहने खाने की पूरी व्यवस्था कर दी गई है।

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उप जिलाधिकारी ने कई भ्रष्ट कोटेदारों पर दर्ज कराया मुकदमा

लाकडाउन में लोगों को मुफ्त राशन मुहैया कराने की सरकार की मंशा पर कोटेदारों की मनमानी भारी पड़ रही है। भदोही तहसील के उपजिलाधिकारी आशीष मिश्र ने सरकारी राशन की कालाबाजारी करने वाले कोटेदारों के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। शुक्रवार को उप जिलाधिकारी आशीष मिश्र को शिकायत मिली की हरियांव के कोटेदार द्वारा खाद्यान्न वितरण में मनमानी किया जा रहा है।

उप जिलाधिकारी ने हरियांव गांव में राजकीय सस्ते गल्ले की दुकान का औचक निरीक्षण किया तो एक दर्जन कार्डधारकों ने खाद्यान्न मानक के विपरीत देने का आरोप लगाया। निरीक्षण के दौरान कोटेदार का ई-मशीन खराब पाया गया। रजिस्टर आदि के मिलान के बाद एसडीएम ने पूर्ति निरीक्षक व अन्य को जांच व कार्ड धारको के बयान दर्ज कर अवगत कराने को कहा।

रिपोर्ट: उमेश सिंह

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