TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

SGPGI: देश का हर चौथा व्यक्ति फैटी लीवर का शिकार-डा. सुरेंद्र सिंह

SGPGI: विश्व यकृत दिवस पर एसजीपीजीआई के हेपेटोलॉजी विभाग में वेबिनार का आयोजन। शरीर के वजन का 5 प्रतिशत वजन कम करने से फैटी लिवर ठीक हो सकता है और अगर हम अपना 10 प्रतिशत वजन कम कर सकते हैं तो लिवर की चोट और लीवर फाइब्रोसिस भी उलट सकता है।

Ashish Pandey
Published on: 20 April 2023 2:55 AM IST
SGPGI: देश का हर चौथा व्यक्ति फैटी लीवर का शिकार-डा. सुरेंद्र सिंह
X
देश का हर चौथा व्यक्ति फैटी लीवर का शिकार (फोटो-सोशल मीडिया)

SGPGI: एसजीपीजीआई के हेपेटोलॉजी विभाग ने बुधवार को विश्व यकृत दिवस‘ मनाया गया। 19 अप्रैल को हर साल विश्व यकृत दिवस मनाया जाता है। देश में यकृत रोगों के बढ़ते बोझ के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए एक वेबिनार का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता प्रोफेसर आर के धीमन, निदेशक पीजीआई एवं प्रोफेसर हेपेटोलॉजी, प्रोफेसर राजन सक्सेना, विभागाध्यक्ष, सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजीय प्रोफेसर अमित गोयल, विभागाध्यक्ष हेपेटोलॉजी, और डॉ. सुरेंद्र सिंह, सहायक प्रोफेसर, हेपेटोलॉजी ने की।

प्रो धीमन ने देश और राज्य में लिवर की बीमारियों के बढ़ते बोझ पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने विशेष रूप से लिवर की बीमारियों का जल्दी पता लगाने पर जोर दिया ताकि सिरोसिस और लिवर कैंसर को बढ़ने से रोका जा सके।

प्रोफेसर सक्सेना ने चिकित्सकों से सिरोसिस के रोगियों को प्रारंभिक अवस्था में हेपेटोलॉजिस्ट को समय पर रेफर करने का आग्रह किया, ताकि उन्हें समय पर लिवर प्रत्यारोपण के साथ ठीक किया जा सके। उन्होंने बताया कि अगर हम निजी और सरकारी अस्पतालों में आईसीयू का नेटवर्क बना सकते हैं, तो हम लखनऊ शहर में ही कम से कम एक लिवर डोनर तैयार सकते हैं।

वजन कम करनें से फैटी लीवर हो सकता है ठीक

प्रोफेसर अमित गोयल ने देश के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में भी फैटी लिवर के बढ़ते मामलों के बारे में बात की। नवीनतम अध्ययनों के अनुसार, देश में हर चैथे व्यक्ति में फैटी लिवर है। फैटी लिवर के मुख्य कारण गतिहीन जीवन शैली, जंक फूड खाना और लोगों में व्यायाम और खेल गतिविधियों की कमी है। इस बात पर भी जोर दिया गया कि वसायुक्त यकृत रोग के लिए वजन कम करना और व्यायाम सबसे प्रभावी उपचार है। शरीर के वजन का 5 प्रतिशत वजन कम करने से फैटी लिवर ठीक हो सकता है और अगर हम अपना 10 प्रतिशत वजन कम कर सकते हैं तो लिवर की चोट और लीवर फाइब्रोसिस भी उलट सकता है।

डॉ. सुरेंद्र सिंह ने लिवर प्रत्यारोपण के विभिन्न पहलुओं और संस्थान में इसकी उपलब्धता के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि एसजीपीजीआई देश का पहला ऐसा संस्थान है जिसने लिविंग डोनर लिवर ट्रांसप्लांट किया है और निजी अस्पतालों की तुलना में काफी कम खर्च में लिवर ट्रांसप्लांट कर रहा है। उन्होंने राज्य भर के सभी चिकित्सकों से आग्रह किया कि वे लिवर सिरोसिस के रोगियों को लिवर प्रत्यारोपण हेतु मूल्यांकन के लिए संजय गांधी पीजीआई जल्दी रेफर करें। यहां लिवर ट्रांसप्लांट की सुविधा उपलब्ध है। लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत वाले मरीज सप्ताह के प्रत्येक सोमवार और शुक्रवार को हेपेटोलॉजी ओपीडी में परामर्श के लिए आ सकते हैं। वेबिनार में संस्थान की फैकल्टी और स्टाफ सदस्यों और राज्य के 38 मेडिकल कॉलेजों के चिकित्सकों ने भाग लिया।



\
Ashish Pandey

Ashish Pandey

Next Story