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खौफ में मरीज: मौत से परिजनों में दहशत का माहौल, पढे पूरी खबर

पूरा मामला जनपद शामली के थाना बाबरी क्षेत्र के गांव बनती खेड़ा का है जहां के रहने वाले अय्याज़ के बेटे समीर को बीते 7 जून को पेड़ से गिरकर चोट लग गई थी। जिसके बाद उसे इलाज के लिए मेरठ के एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था।

Rahul Joy
Published on: 17 Jun 2020 2:26 PM IST
खौफ में मरीज: मौत से परिजनों में दहशत का माहौल, पढे पूरी खबर
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shaamli case

शामली: कोरोनावायरस जैसी भयंकर महामारी ने जहां देश ही नहीं पूरे विश्व में हाहाकार मचा रखा है और यह एक ऐसी महामारी बन कर सामने आई है कि और लोगों को अपने परिजनों के लाश को भी हाथ लगाने नहीं दिया जा रहा है। मामला जनपद शामली का है जहां पर कोरोनावायरस के चलते 12 साल के बच्चे की हुई मौत के बाद उसके परिजन उसको सुपुर्द ए खाक भी ना कर सके और डॉक्टरों की टीम ने बच्चे को सुपुर्द ए खाक किया।

कोरोना बीमारी ने आज आम आदमी को इस मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया है कि वह चाह कर भी अपने लोगों के नजदीक नहीं जा पा रहे हैं और अगर कोरोना से उनके किसी परिवार के सदस्य की मौत हो जाती है तो उसको सुपुर्द ए खाक या उसका अंतिम संस्कार भी नहीं कर पा रहे हैं।

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बीच रास्ते में हुई बच्चे की मौत

आपको बता दें कि पूरा मामला जनपद शामली के थाना बाबरी क्षेत्र के गांव बनती खेड़ा का है जहां के रहने वाले अय्याज़ के बेटे समीर को बीते 7 जून को पेड़ से गिरकर चोट लग गई थी। जिसके बाद उसे इलाज के लिए मेरठ के एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। मेरठ में इलाज के दौरान बच्चे का सैंपल लेकर कोरोना जाँच के लिए भेजा गया था लेकिन मेरठ अस्पताल में बच्चे की बिगड़ती हालत को देखते हुए उसे चंडीगढ़ के लिए रेफर किया गया था लेकिन बीच रास्ते में ही बच्चे की मौत हो गई।

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पूरे गांव में सन्नाटा पसरा

बीच रास्ते मे ही बच्चे के दम तोड़ने के बाद बच्चे के परिजन उसे लेकर सीधे गाँव पहुँच गए। गांव के बच्चे की कोरोना के कारण मौत होने की बात गांव में आग की तरह फैल गई और पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया। गांव की गलियां सूनी पड़ी है और कोई भी व्यक्ति गांव में अपने घर से बाहर नहीं निकल रहा है। ग्रामीणों में बच्चे की मौत के बाद दहशत का माहौल व्याप्त है। कोरोना से बच्चे की मौत होने की सूचना प्रशासन को मिलते ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में डॉक्टरों की टीम गांव के लिए रवाना की गई। बच्चे को गांव में पहुंची डॉक्टरों की टीम ने अपने सुपुर्द ले लिया और डॉक्टरों की टीम ने ही बच्चे को सुपुर्द ए खाक किया।

देश में अपने पैर पसार रही कोरोनावायरस भयंकर महामारी ने आज मनुष्य को उस मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया है कि वह चाह कर भी अपनों के नजदीक नहीं जा सकता और अगर परिवार के किसी सदस्य की कोरोना से मौत हो जाए तो वह ने तो उसका अंतिम संस्कार कर सकता है और ना ही सुपुर्द ए खाक।

कोरोनावायरस रिपोर्ट की सूचना आज शाम को मिली

वह इस पूरे मामले पर जिलाधिकारी शामली जगजीत कौर ने बताया कि जनपद शामली में एक 11 वर्षीय बच्चे की मृत्यु की सूचना प्राप्त हुई है। इस बच्चे का इलाज अनंता हॉस्पिटल मेरठ में चल रहा था और वही उनके कोरोनावायरस रिपोर्ट की सूचना आज शाम को मिली है। अस्पताल से उनको पीजीआई चंडीगढ़ के लिए रेफर किया गया था और रास्ते में ले जाते हुए बच्चे की मृत्यु हो गई है। यह बनती खेड़ा गांव को बिलोंग करता है और इनके परिवार को सूचित कर दिया गया है बॉडी का डिस्पोजल स्वास्थ्य विभाग द्वारा जाकर परिजनों की मौजूदगी में अपने प्रोटोकॉल का पालन करते हुए कराया जाएगा।

रिपोर्टर- पंकज कुमार प्रजापति , शामली

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