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पंचतत्व में विलीन हुए बागपत के शहीद पिंकू, अंतिम विदाई देने उमड़ा जनसैलाब

बागपत के लुहारी गांव के 38 वर्षीय पिंकू कुमार वर्ष 2001 में मेरठ से सेना में भर्ती हुए थे। उन्होंने 20 साल तक अपनी देश को सेवाएं दी। वर्तमान में वह कई साल से जम्मू कश्मीर में हवलदार पद और 6 जाट बटालियन में तैनात थे।

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Published on: 29 March 2021 3:51 PM IST
पंचतत्व में विलीन हुए बागपत के शहीद पिंकू, अंतिम विदाई देने उमड़ा जनसैलाब
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पंचतत्व में विलीन हुए बागपत के शहीद पिंकू, अंतिम विदाई देने उमड़ा जनसैलाब (PC: social media)

बागपत: दो दिन पहले जम्मू कश्मीर के शोपियां में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए लुहारी के हवलदार पिंकू कुमार का पार्थिव शव आज गांव पहुंचा तो हजारों की भीड़ उनके दर्शन के लिए सड़कों पर उमड़ पड़ी। माहौल गमगीन हो गया। पार्थिव शव जैसे ही उनके घर पहुंचा तो परिवार के लोगों में कोहराम मच गया। लोगों ने उनके अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजलि दी। उसके बाद गमगीन माहौल में उनकी शवयात्रा निकाली गई, जिसमें भारत माता की जय, जब तक सूरज चांद रहेगा तब तक पिंकू तेरा नाम रहेगा। यमुना किनारे गार्ड आफ आनर और सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।

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जम्मू कश्मीर में हवलदार पद और 6 जाट बटालियन में तैनात थे

बागपत के लुहारी गांव के 38 वर्षीय पिंकू कुमार वर्ष 2001 में मेरठ से सेना में भर्ती हुए थे। उन्होंने 20 साल तक अपनी देश को सेवाएं दी। वर्तमान में वह कई साल से जम्मू कश्मीर में हवलदार पद और 6 जाट बटालियन में तैनात थे। 27 मार्च की रात लगभग सवा आठ बजे वह शोपियां में एक ऑपरेशन को अंजाम दे रहे थे। इसी दौरान आतंकवादियों की गोली से वह शहीद हो गई। देर रात ही उनकी शहादत की जानकारी घर आई तो कोहराम मच गया। उधर, आज सुबह शहीर के पार्थिव शव को सेना के वाहनों में गांव लाया गया तो उनके अंतिम दर्शन पाने के लिए हजारों लोगों की भीड़ उमड़ गई।

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लोगों ने उनके घर पर उनके अंतिम दर्शन किए

लोगों ने उनके घर पर उनके अंतिम दर्शन किए। उसके बाद उनकी शवयात्रा गमगीन माहौल में गांव की गलियों से होती हुई यमुना किनारे पहुंची तो हजारों लोगों ने भारत माता की जय, जब तक सूरज चांद रहेगा, पिंकू तेरा नाम रहेगा, जैसे नारे लगाए। लगभग चार से पांच किमी, लंबी शवयात्रा में सांसद डाक्टर सत्यपाल सिंह, विधायक केपी मलिक, डीएम राजकमल यादव, एसपी अभिषेक सिंह समेत दूसरे अधिकारी भी मौजूद रहे। शवयात्रा पर पुष्प वर्षा की गई। शवयात्रा यमुना किनारे पहुंची और गार्ड आफ आनर और सैनिक सम्मान के साथ शहीद के पार्थिव शव का अंतिम संस्कार किया गया।

रिपोर्ट- पारस जैन

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