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बच्चे के साथ करते हैं ये काम तो हो जाये सावधान, खतरे में पड़ सकती है जान

तस्वीर में दिख रही इस बच्ची को सोते में ही मोपेड से बांधकर माता-पिता अपने दो और बच्चों के साथ अस्पताल के अंदर दवा लेने गए। जबकि अस्पताल के बाहर बड़ी तादाद मे बंदर के अलावा जानवर घूमते रहते है। आधे घंटे तक इस बच्ची की जान खतरे में रही।

Aditya Mishra
Published on: 29 March 2019 10:57 AM IST
बच्चे के साथ करते हैं ये काम तो हो जाये सावधान, खतरे में पड़ सकती है जान
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शाहजहांपुर: ये आराम का मामला है। ये लाईन किसी युवक, बुजुर्ग या किसी महिला के लिए नहीं बल्कि तस्वीर में दिख रहे मोपेड पर दुपट्टे से बंधे इस तीन साल के बच्चे की है। जो दुनिया से बेपरवाह अपनी नींद की आगोश में है। वैसे तो इस तस्वीर को देखकर सबसे ज्यादा लापरवाही इस बच्चे के माता-पिता की है।

इस तस्वीर में दिख रही इस बच्ची को सोते में ही मोपेड से बांधकर माता-पिता अपने दो और बच्चों के साथ अस्पताल के अंदर दवा लेने गए। जबकि अस्पताल के बाहर बड़ी तादाद मे बंदर के अलावा जानवर घूमते रहते है। आधे घंटे तक इस बच्ची की जान खतरे में रही। वापस लौटे माता-पिता की लोगों ने फटकार लगाई। जिस पर पर माता-पिता मुस्कुरा कर चल दिए।

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ये तस्वीर है यूपी के शाहजहांपुर के सिंधौली के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की। जहां मोपेड से एक शख्स अपनी पत्नी और तीन बच्चो के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आया था। पिता ने मोपेड सीएचसी के बाहर खड़ी कर दी। एक बच्चे को पिता ने गोदी मे लिया और दूसरे बच्चे को मां ने गोद ले लिया। अब बचा सबसे छोटा बच्चा जो गहरी नींद मे सो गया। सबसे छोटे बच्चे की उम्र करीब तीन साल है।

बच्चे की गहरी नींद देखकर माता-पिता ने उस छोटे से बच्चे को दुपट्टे और कपड़े से मोपेड से बांध दिया। बच्चा इतनी गहरी नींद मे था कि उसको बांधते वक्त उसकी आंख भी नही खुली। बच्चा दुपट्टे बंधा लटकता रहा और सोता रहा। माता-पिता दोनो बच्चो को लेकर सीएचसी के अंदर गए।

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वहां से दवा लेकर करीब आधे घंटे बाद बाहर आए तब उन्हे भारी भीड़ मिली। भीड़ उस बच्चे को बंधा देखकर काफी गुस्से मे दिखे। मौके पर मौजूद एक शख्स ने बच्ची का फोटो लेकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। उसके बाद ये तस्वीर चर्चा का विषय बन गया।

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के बाहर मोपेड के पास लगी भीङ बच्चे को देख रहे थे। सभी उसके माता-पिता को बुरा भला कहे रहे थे। उसका कारण ये भी है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के बाहर भारी तादाद मे बंदरों का जमावड़ा रहता है। इसके अलावा जानवर भी काफी रहते है। अगर बंदर या कोई दूसरा जानवर इस बच्चे को नुकसान पहुचा देता तो उसके जिम्मेदार माता-पिता होते।

मौके पर मौजूद लोगो ने बच्ची को इस तरह से अकेला छोड़कर जाने पर माता-पिता की घोर लापरवाही बताई। और भीड़ ने माता-पिता को काफी खरी खोटी सुनाई। लेकिन माता-पिता पर उनकी फटकार का कोई असर नही दिखा। क्योंकि बच्चे के माता-पिता ने फटकार सुनकर एक मुस्कुराहट दी और मोपेड स्टार्ट करके चलते बने। लोगो का कहना है कि अगर इस बच्ची को कोई नुकसान पहुचा देता या फिर कोई भी शख्स इस बच्ची को लेकर चला जाता तो यही माता-पिता अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते।

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Aditya Mishra

Aditya Mishra

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