×

शामली: कृषि कानूनों के विरोध में गठवाला खाप ने 1 मार्च को बुलाई महापंचायत

ऐसे में सरकार किस तरह से किसान की फसल का पूंजीपतियों से उचित दाम दिला पाएंगे और किस प्रकार उप जिला अधिकारी किसानों की सुनवाई कर सकेंगे।

suman
Published on: 24 Feb 2021 9:24 PM IST
शामली: कृषि कानूनों के विरोध में गठवाला खाप ने 1 मार्च को बुलाई महापंचायत
X
1 मार्च को होगी गठवाला खाप की महापंचायत गठवाला खाप की 11 गांव की पंचायत में लिया गया निर्णय

शामली एक तरफ जहां भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व एक जाति विशेष के किसानों को समझाने के लिए अपने खास जाति के मंत्री व विधायकों को गांव-गांव भेज रहा है। वहीं किसी कानून के विरुद्ध लड़ाई को मजबूत बनाने के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पंचायतों का दौर जारी है।

किसानों की लड़ाई

बुधवार को शामली जनपद के कांधला क्षेत्र के गांव किवाना में गठवाला खाप के 11 गांव की एक पंचायत का आयोजन किया गया, जिसमें किसानों की लड़ाई को मजबूती से लड़ने के लिए आगामी 1 मार्च को गांव लिसाड़ में खाप से सम्बन्धित गावों की महापंचायत आयोजित करने का ऐलान किया गया। इस पंचायत में कृषि कानून के विरोध में रणनीति को तैयार किया जाएगा।

यह पढ़ें...इस दिन होगा गोरखपुर विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह, गोल्ड मेडल देंगी राज्यपाल

मंत्री व विधायकों के विरुद्ध रणनीति तैयार

कृषि कानून की लड़ाई अब बेहद नाजुक दौर में पहुंच गई हैं एक और जहां केंद्रीय सरकार कृषि कानून को लागू करने पर अड़ी हुई है, वहीं किसान संगठन जहां दिल्ली के चारों तरफ बैठे हुए हैं, वहीं इस लड़ाई को मजबूती से लड़ने के लिए तथा गावो मे पहुंच रहे, भाजपा के मंत्री व विधायकों के विरुद्ध रणनीति तैयार करने के लिए गांव-गांव में पंचायत का आयोजन किया जा रहा है।

shamali

10 गांव की पंचायत का आयोजन

मंगलवार को शामली जनपद के गांव कुडाना में 10 गांव की पंचायत का आयोजन किया गया था आज इसी क्रम में किवाना गांव में गठवाला खाप के 11 गांव की पंचायत हुई पंचायत में कृषि कानून को काला बताते हए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सवित मलिक ने कहा कि गठवाला खाप भारत से लेकर के पाकिस्तान तक फैली हुई है इतने 1440 गांव शामिल है ।

गन्ने का पेमेंट 14 दिन

जब सरकार के आश्वासन के बावजूद एक गन्ना मिल किसान को गन्ने का पेमेंट 14 दिन क्या 1 साल के अंदर नहीं दिला पाए तो ऐसे में सरकार किस तरह से किसान की फसल का पूंजीपतियों से उचित दाम दिला पाएंगे और किस प्रकार उप जिला अधिकारी किसानों की सुनवाई कर सकेंगे।

दूसरी ओर गठवाला खाप के बाबा राजेंद्र सिंह ने पंचायत को संबोधित करते हुए कहा बाबा राजेंद्र का कहना है कि सौरव गांव में मारपीट की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है इस मसले पर वह संजीव बालियान को समझाने की कोशिश करेंगे हम भाजपा नेताओं का गांव में घुसने का विरोध का समर्थन नहीं करते, लेकिन कृषि कानून की लड़ाई को मजबूती से लड़ने के लिए हम अपने आप को मजबूत कर रहे हैं, तथा खाप के सभी लोगों से बातचीत करने के बाद एक रणनीति तैयार की जाएगी ।

shamali

यह पढ़ें....हक की बात जिलाधिकारी के साथ, औरैया में DM ने सुनी महिलाओं की समस्याएं

लिसाड़ में महापंचायत

इसके लिए आगामी 1 मार्च को क्षेत्र के गांव लिसाड़ में महापंचायत बुलाई गई है। इस महापंचायत में एक खास बात गठवाला खाप के बाबा राजेंद्र द्वारा कही गई की भाजपा के केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान जी उनके भाई के समान हैं और घर आने पर वह उनका अनादर नहीं कर सकते वहीं उन्होंने किसानों द्वारा भाजपा नेताओं के गांव में घुसने के विरोध का भी समर्थन करने से इंकार कर दिया।

पंकज प्रजापति की रिपोर्ट

suman

suman

Next Story