TRENDING TAGS :
तबाही की बारिशः यहां बाजारों में भरा पानी, घरों में कैद हैं लोग
बारिश सुबह से रुक-रुक कर पड़ रही है। शहर नदी नालों में तब्दील हो गया है। अगर यही हाल रहा तो पानी दुकानों में घुस जाएगा। हालात और बदतर हो जाएंगे
शामली: जिले में मूसलाधार बारिश से शहर बना टापू। पूरे शहर में कोई गली हो या या मेन रोड हर जगह 2 से 3 फुट तक पानी भरा हुआ है। जनजीवन पूरी तरीके से अस्वस्थ हो चुका है। मेन मार्केट में जल भरने से बुरा हाल है। दुकानदारी पूरी तरीके से चौपट हो गई है। रोजमर्रा की बातें दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठान पर खोले हुए हैं। लेकिन लगातार बारिश के चलते जल भराव के कारण कोई भी ग्राहक दुकानों पर नहीं आया है।
नदी-नालों में तब्दील हुआ शहर
इस घोर असुविधा के समय में दुकानदारों का कहना है कि नालों की सफाई व्यवस्था ना होने के कारण समस्या लगातार चलती आ रही है। इस ओर नगर पालिका का कोई भी इस पर ध्यान नहीं है। बारिश सुबह से रुक-रुक कर पड़ रही है। शहर नदी नालों में तब्दील हो गया है। अगर यही हाल रहा तो पानी दुकानों में घुस जाएगा। अब तो ग्राहकों को दुकानदारों की चिंता फिर बिजनेस चौपट होने का भी खतरा मंडरा रहा है। क्योंकि मौसम का मिजाज अभी भी बदला दिखाई नहीं दे रहा है।
ये भी पढ़ें- अब ये रहेगी मंगल पांडेय की जन्मतिथिः सरकारी अभिलेखों में होगा बदलाव
लगातार बारिश होने की संभावना नजर आ रही है। लगातार यमुना का जल स्तर बढ़ता जा रहा है। अगर बारिश के यही हाल रहे तो यमुना नदी मैं तूफान के चलते यमुना किनारे बसे गांव में बाढ़ का खतरा मंडराने लगेगा। शामली के दुकानदारों ने इस जल भराव का कारण कुदरत तो है ही ही साथ ही नगर पालिका को भी इन हालातों जिम्मेदार ठहराया है।
दुकानदारों का हाल बेहाल, हर जगह पानी-पानी
शामली में हल्की सी बारिश ने नगरपालिका के कारनामों की पोल खोल कर रख दी है। छोटी गलियों से लेकर बाजारों व रोड़ पर कुछ ही मिनटों की बारिश ने हर जगह पानी ही पानी कर दिया। आलम यह था कि दुकानदारों को अपना सामान अंदर रखकर काउंटर पर बैठना पड़ गया। वहीं दुकानदारों का कहना है कि जब-जब यहां बारिश होती है तब-तब यहां यही हालात होते है। शामली में लगभग हर मोहल्ले हर बाजार में पानी भरा हुआ है। एक दर्जन दुकानदारो का कहना है कि सुबह से पानी भरा हुआ है।
ये भी पढ़ें- चारधाम देवस्थानम बोर्ड पर हाई कोर्ट का फैसला, सरकार ने किया स्वागत
लेकिन कोई भी सुनने वाला नही है। ना ही सुबह से एक रुपए की दुकानदारी हुई है। क्योंकि सुबह से पानी भरा हुआ है और जो ग्राहक आने की सोचता है वो दुकान के बाहर पानी भरा देख उल्टा वापस चला जाता है। कई बात शिकायत भी की लेकिन कुछ भी नही होता। यह हाल सड़कों व गलियों का ही नही था, बल्कि शामली नगरपालिका के बाहर भी कुछ यूंही आलम नजर आया। आप तस्वीरों में साफ देख सकते है शामली शहर के कबाड़ी बाजार पर पानी भर गया है। नगरपालिका में हर तरफ जल ही जल नजर आया। तो शहर में जलभराव की समस्या नगरपालिका कैसे दूर कर पायेगी।
बाजारों में 2-3 फुट भरा पानी
दुकानदारों का यह भी कहना है कि 1 घंटे की बारिश से कबाड़ी बाजार में दो से 3 फुट पानी भर जाता है। पहले कोरोना काल से 3 महीने दुकानों पर काम नहीं रहा। उसके बाद यह बारिश में भी सब धंधे चौपट कर दिए हैं। जिसमें 2 से 3 फुट पानी भरा हुआ है। नगर पालिका गंदे नालों की सफाई नहीं करती है। जिससे पानी की निकासी नहीं हो रही है जिसके चलते दुकानदारों को कोरोना काल के साथ-साथ पानी की समस्या से भी जूझना पड़ रहा है।
ये भी पढ़ें- चाट के शौकीन लालजी टंडन के आवास पर अटल जी किया करते थे भोजन
शामली के कबाड़ी बाजार और नेहरू मार्केट का तो हाल बहुत ही बुरा है। जिधर देखो उधर ही पानी भरा हुआ है। लोग अपनी-अपनी दुकानों से पानी बाहर निकाल रहे हैं और सामान को बचा रहे हैं कोरोना काल के बाद अब बारिश दुकानदारों की समस्या बन चुकी है। क्योंकि पहले कोरोना के चलते 3 महीने दुकानें बंद रही उसके बाद अब खुलने का समय आया तो बारिश ने दुकानदारों की मुसीबत खड़ी कर दी सुबह से एक रुपया की दूकानदारी नही हुई।
दुकानदारों ने बताया अपना दर्द
आशु बत्रा का कहना है कि करीब 10 साल से यहां पर लगातार पानी भरता है कारण है गंदे नालों की सफाई न होना जिससे काफी समस्या पैदा होती है। दुकानों में पानी भर जाता है और नगर पालिका की लापरवाही तो आप देख ही रहे होंगे कि किस कदर हमारी दुकानों में पानी भरा हुआ है और हम कैसे पानी को निकाल रहे हैं। यह हर साल की तरह जब भी बारिश का मौसम होता है तभी 102 फुट पानी भर जाता है। क्योंकि अपन निकासी नहीं है पानी निकालने की जिससे गंदे नाले भरे पड़े हुए हैं और पानी नहीं जा पाता है जिसकी वजह से हमें काफी समस्या उठानी पड़ती है।
ये भी पढ़ें- राजस्थान: विधानसभा अध्यक्ष को कोर्ट का निर्देश, 24 जुलाई तक विधायकों पर कोई कार्रवाई न करें
जाहिद का कहना है कि हमारा सब काम चौपट हो गया पानी में ना तो कोई आम लेने के लिए आता है ना ही कुछ पानी भरने की वजह से कोई भी सामान लेने नहीं आता है जिससे काफी समस्या उठानी पड़ती है सुबह से बनी भी नहीं कर पाए सुबह से ही धीरे-धीरे बारिश हो रही है और 1 घंटे की बारिश से ही सब कुछ खत्म हो जाता है।
रिपोर्ट- पंकज प्रजापति