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मेरठ: कृषि बिल पर भड़के शिवपाल, बोले- नया कानून मंडियों को खत्म कर देगा

प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव ने कहा कि किसान विरोधी बिल केवल पूंजीपतियों को लाभ पंहुचाने के लिए लाया गया है। इस बिल से किसानों की खेती पूंजीपतियों के पास चली जाएगी और किसान मजदूर बनकर रह जाएगा।

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Published on: 21 Dec 2020 4:23 PM GMT
मेरठ: कृषि बिल पर भड़के शिवपाल, बोले- नया कानून मंडियों को खत्म कर देगा
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मेरठ: कृषि बिल पर भड़के शिवपाल, बोले- नया कानून मंडियों को खत्म कर देगा

मेरठ: प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के प्रमुख शिवपाल यादव ने भाजपा को किसान विरोधी करार देते हुए कहा कि भाजपा सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानून मंडियों को खत्म करने वाले कानून है। आज यहां शहर सटे सिवालखास इलाके में पार्टी द्वारा आयोजित किसान नौजवान सम्मेलन में उन्होंने कहा कि गन्ने का रेट बढ़ाया नहीं कृषि कानून ले आए। यह कानून मंडियों को खत्म कर देगा। जिसके कारण किसानों को परेशानी का सामना करना होगा।

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पूंजीपतियों को लाभ पंहुचाने के लिए लाया गया बिल

प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव ने कहा कि किसान विरोधी बिल केवल पूंजीपतियों को लाभ पंहुचाने के लिए लाया गया है। इस बिल से किसानों की खेती पूंजीपतियों के पास चली जाएगी और किसान मजदूर बनकर रह जाएगा। नोट बंदी से अर्थव्यवस्था चौपट हो गई है। उन्होंने कहा कि जो सर्द मौसम में किसानों के ऊपर वॉटर कैनन चलवा सकते हैं उन्हें सरकार में रहने का अधिकार नहीं है।

प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव ने चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने की मांग की। रैली के दौरान उन्होंने अमित जानी को सिवालखास से प्रत्याशी घोषित किया। सिवाल खास में आयोजित किसान नौजवान सम्मेलन में पुलिस के सामने ही नियमों की धज्जियां उड़ाई गई। सम्मेलन में आए लोग कोरोना महामारी का डर ही भूल गए। सम्मेलन में किसी भी ग्रामीण ने मास्क नहीं लगाया था। हद तो तब हो गई जब शिवपाल यादव के आने पर लोग शेल्फी लेने के लिए टूट पड़े।

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रैली के संयोजक प्रसपा की युवा शाखा के अध्यक्ष अमित जानी रहे। बता दें कि काफी जद्दोजहद के बाद सम्मेलन के लिए अनुमति मिली थी। कोरोना काल और धारा 144 लागू होने के चलते पुलिस-प्रशासन अनुमति नहीं देना चाहता था, लेकिन रविवार शाम 100 लोगों की ही रैली करने की अनुमति मिली।

रिपोर्ट: सुशील कुमार, मेरठ

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