TRENDING TAGS :
सीतापुर: अनूप गुप्ता का अफवाहबाजों को जवाब, बोले- सपा में हूं और सपा में ही रहूंगा
तमाम तरह की अफवाह व अटकलें लग रहीं हैं, इसके मुताबिक अनूप गुप्ता सपा छोड भाजपा में शामिल होकर शहर सीट से चुनाव लडेंगे, लेकिन अनूप गुप्ता ने न्यूजट्रैक से बातचीत में स्पष्ट किया कि वे सपा में हैं, सपा में ही रहेंगे।
सीतापुर: समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक अनूप गुप्ता को लेकर राजनीतिक गलियारों में आजकल खूब चटखारे लिए जा रहे हैं। तमाम तरह की अफवाह व अटकलें लग रहीं हैं, इसके मुताबिक अनूप गुप्ता सपा छोड भाजपा में शामिल होकर शहर सीट से चुनाव लडेंगे, लेकिन अनूप गुप्ता ने न्यूजट्रैक से बातचीत में स्पष्ट किया कि वे सपा में हैं, सपा में ही रहेंगे। बोले, समाजवादी पार्टी जिंदाबाद, अखिलेश यादव जिंदाबाद! अनूप की इस साफगोई से जाहिर है कि वे सपा में रहेंगे और वे सपा के ही टिकट पर महोली सीट से चुनाव लडने के तैयारी कर रहे हैं, साथ ही यह भी कहा, अखिलेश यादव जो भी निर्देश देंगे, उसका पालन करेंगे, अगर शहर सीट से चुनाव लडने को कहेंगे तो यहां से लड जाएंगे, जीतेंगे।
दल बदलने की अफवाह इस वजह से फैली थी...
दरअसल, भाजपा के दिग्गज नेता रहे स्वर्गीय राजेंद्र गुप्त की कल यानी सात जनवरी को 18वीं पुण्यतिथि थी। स्वर्गीय गुप्त की मूर्ति शहर के भाजपा कार्यालय के बाहर लगी है। पूर्व विधायक अनूप गुप्ता कल सुबह सबसे पहले श्रद्धांजलि देने पहुंच गए थे। श्रद्धांजलि देते हुए कुछ लोगों ने फोटो भी खींच ली, जिसे खूब वायरल किया गया। सोशल मीडिया पर सिर्फ फोटो ही वायरल कर यह अफवाह फैलाने की कोशिश की जा रही है कि अनूप गुप्ता सपा छोड भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं, इसी के तहत वे दिवंगत भाजपा नेता को श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। चर्चाओं का दौर गरम था। तमाम लोगों ने तो गंभीरता से ले लिया और यह मान बैठे कि अनूप गुप्ता दल बदलने वाले हैं।
ये भी पढ़ें: सवर्ण महासंघ फाउंडेशन के प्रमुख संरक्षक बनाए गए पूर्व IAS आलोक रंजन
अनूप ने कहा, हर साल श्रद्धांजलि अर्पित करते रहे हैं...
इस मामले पर न्यूजट्रैक ने पूर्व विधायक अनूप गुप्ता से बात की तो उन्होंने खुलकर सच्चाई बताई। उन्होंने कहा, राजेंद्र गुप्ता जी रिश्ते में मेरे बाबा थे, बिरादरी के थे, मेरे पूर्वज थे। जब वे जीवित थे तब भी पारिवारिक संबंध थे। निधन के बाद भी। उन्होंने कहा, हर साल पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देते जाते थे, तब कोई चर्चा नहीं हुई। क्योंकि इससे पहले भाजपा के लोग श्रद्धांजलि देने जाते ही नहीं थे, कुछ लोग जाते भी थे तो दोपहर बाद। जबकि मैं सुबह ही श्रद्धांजलि अर्पित कर चला आता था, ऐसा ही इस बार भी किया। क्योंकि मुझे श्रद्धांजलि के माध्यम से चर्चा में आने का शौक नहीं है।
इस बार भाजपा के भी कई लोग सुबह ही श्रद्धांजलि देने पहुंच गए, इस कारण मेरी फोटो वायरल कर आफवाह फैला दी गई। कहा, जिन लोगों ने अफवाह फैलाई है उनकी गंदी मानसिकता है। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। अनूप ने कहा, मैं सपा में हूं, सपा में ही रहूंगा। नारा लगाते हुए कहा, समाजवादी पार्टी जिंदाबाद, अखिलेश यादव जिंदाबाद।
ये भी पढ़ें: जहरीली शराब से मौत: अजय लल्लू बोले- कौन है जिम्मेदार, जवाब दें योगी
अटकलों को इसलिए मिल गया बल
दरअसल, शहर सीट से 2017 में भाजपा के राकेश राठौर विधायक बने थे। राकेश राठौर की अपेक्षाएं पूरी नहीं हो रहीं थीं, इसलिए वे सत्तारूढ दल के विधायक होने के बावजूद वजूदहीन हैं। भाजपा ने भी उनसे किनारा कर लिया है। अब सिर्फ वे नाम के लिए भाजपा विधायक हैं। इसलिए यह तय है कि शहर सीट से भाजपा कोई नया चेहरा लाएगी। यह भी तय है कि भाजपा उम्मीदवार पिछडा वर्ग से होगा। चूंकि अनूप गुप्ता भी पिछडा वर्ग से आते हैं इस कारण अटकलों को और बल मिल गया। एक सच्चाई यह भी है कि अनूप गुप्ता को अखिलेश यादव का करीबी माना जाता है। ऐसे में, वे सपा छोड कर भाजपा में जाएंगे, यह अपने आप में हल्कापन है।
रिपोर्ट. पुतान सिंह