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Sonbhadra News: सोनभद्र में बाल विवाह पर बड़ी कार्रवाई, शादी की आड़ में मानव तस्करी का खेल, दूल्हे सहित 3 पर केस
Sonbhadra News: जांच के दौरान मानव तस्करी का मामला सामने आने के बाद दूल्हा सहित तीन के खिलाफ घोरावल थाने में एफआईआर दर्ज करा दी गई है।
Sonbhadra News: बाल विवाह के मामले को लेकर जिला बाल संरक्षण इकाई और मानव तस्कररोधी इकाई की तरफ से बड़ी कार्रवाई सामने आई है। बृहस्पतिवार की रात जहां अलग-अलग जगहों पर हो रही दो शादियों को रोकवा दिया गया। वहीं, जांच के दौरान मानव तस्करी का मामला सामने आने के बाद दूल्हा सहित तीन के खिलाफ घोरावल थाने में एफआईआर दर्ज करा दी गई है। तस्करी के एवज में किए गए लेनदेन के ₹1,10,000 भी बरामद कर लिए गए हैं। मामले में पुलिस तीनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ में जुटी हुई है।
शादी के मंडप में धमकी टीम तो मच गया हड़कंप
बृहस्पतिवार की रात्रि नौ बजे जिला बाल संरक्षण अधिकारी राजेश खैरवार को सूचना मिली कि घोरावल थाना क्षेत्र के एक गांव में 14 वर्षीय बालिका की शादी गैर प्रांत निवासी दोगुनी उम्र के युवक के साथ कराई जा रही है। जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह और पुलिस अधीक्षक डा. यशवीर सिंह के संज्ञान में मामला लाने के साथ ही, जिला बाल संरक्षण इकाई से ओआरडब्ल्यू शेषमणि दुबे, वन स्टाप सेन्टर से केंद्र प्रशासक दीपिका सिंह, थाना एएचटीयू के प्रभारी निरीक्षक रामजी यादव, मुख्य आरक्षी धनंजय यादव को मौके पर पहुंच कर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
इसके बाद टीम घोरावल थाने से समन्वय स्थापित करते हुए मौके पर पहुंची, जहा जयमाल हो चुका था और शादी के मंडप में विवाह की रस्में निभाने की तैयारी चल रही थी। तत्काल शादी रोकवाते हुए बालिका के माता पिता से, बालिका के उम्र के संबंध में साक्ष्य चाहा गया लेकिन वह कोई भी साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर पाए। बालिका से पूछा गया तो उसने बताया कि वह कक्षा 5 तक पढ़ी है। प्रथमदृष्टया बालिका को नाबालिग प्रतीत होने पर उसे विधिक अभिरक्षा में ले लिया गया।
सौदेबाजी में बिचौलियागिरी करने वाला व्यक्ति चाचा बनकर रचा रहा था शादी
टीम ने जांच आगे बढ़ाई तो पता चला कि मामला सिर्फ बाल विवाह का ही नहीं है बल्कि यह मानव तस्करी से भी जुड़ा हुआ है। वहां मौजूद मिले वर-कन्या दोनों पक्ष के लोगों से अलग-अलग पूछताछ की गई तो पता चला कि शादी के एवज में ₹1,20,000 का लेनदेन किया गया है। तलाशी लेने पर मौके से आरोपियों के जेब से लेन-देन की गई रकम में से लगभग ₹1,10,000 बरामद कर लिए गए। पता चला कि मुन्नीलाल पुत्र रामलाल पाल निवासी छतरपुर, मध्यप्रदेश जो अपने को दूल्हे का चाचा बता रहा था, ने ही इस सौदेबाजी में बिचौलिया गिरी की भूमिका निभाई थी। पूरी रकम की अदायगी दूल्हा बने दयाराम पुत्र रामाधीन पाल निवासी छतरपुर मध्य प्रदेश ने की थी। लड़की के पिता की भी सौदेबाजी में सहमति पाई गई।
इसके बाद टीम की तरफ से लड़की के पिता, दूल्हा और दुल्हे के कथित चाचा को पुलिस के हवाले करने के साथ ही, घोरावल थाने में तहरीर दी गई जिसके आधार पर पुलिस ने जेजे एक्ट की धारा 81, बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम की धारा 10, 11 (1) और आईपीसी की धारा 370 के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया। समाचार दिए जाने तक आरोपियों से पूछताछ जारी थी। जिला बाल संरक्षण अधिकारी राजेश खरवार ने बताया कि मामले में एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही पकड़े गए आरोपियों को टीम की तरफ से घोरावल पुलिस को सौंप दिया गया है। वहीं पीड़िता को बाल कल्याण समिति के सामने प्रस्तुत करने के बाद बाल गृह बालिका में आवासित करा दिया गया है।
बीना चौकी क्षेत्र में 13 वर्षीय बालिका का होता मिला विवाह
इसी तरह शक्तिनगर थाना अंतर्गत बीना पुलिस चौकी क्षेत्र के एक गांव में भी 13 वर्षीय बालिका की शादी रचाई जाने की जानकारी मिली। अधिकारियों के निर्देश पर पहुंची महिला शक्ति केंद्र से महिला कल्याण अधिकारी नीतू यति सिंह, जिला समन्वयक सीमा द्विवेदी और बीना चौकी प्रभारी शिव कुमार सिंह, मुख्य आरक्षी राजू आदि की संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर शादी रोकवा दी। जांच के दौरान पीड़िता को नाबालिग होने की पुष्टि हुई। बाल विवाह को कानूनी अपराध बताते हुए तत्काल पीड़िता को विधिक अभिरक्षा में ले लिया गया। बताया गया कि मामले में पीड़िता की काउंसलिंग और काउंसलिंग के दौरान मिली जानकारी की जांच के बाद कार्रवाई आगे बढ़ाई जाएगी। फिलहाल पीड़िता को बाल गृह बालिका में आवासित करा दिया गया है।