TRENDING TAGS :
Sonbhadra News: बाल विवाह को लेकर जागरूकता अधूरी, लगातार सामने आ रहे मामले, फिर बचाई गईं दो बेटियां
Sonbhadra News: बाल संरक्षण अधिकारी राजेश खैरवार को सूचना मिली कि मांची थाना क्षेत्र की एक आदिवासी बालिका की शादी राबटर्सगंज स्थित दंडइत बाबा परिसर में रचाई जा रही है। मामले की जानकारी डीएम चंद्रविजय सिंह को दी गई और उनके निर्देश पर तत्काल मौके के लिए टीम भेज दी गई।
Sonbhadra News: जिले में 24 घंटे के भीतर दो बेटियों को बालिका वधू बनने से बचा लिया गया। सोमवार की शाम जहां राबटर्सगंज कोतवाली में नाबालिग की कराई जा रही शादी रोकवाई गई। वहीं मंगलवार को झारखंड से सटे विंढमगंज थाना क्षेत्र में एक नाबालिग को बालिका वधू बनने से बचा लिया गया। दोनों को विधिक संरक्षण में लेकर बाल कल्याण समिति के सामने प्रस्तुत किया गया, वहां से दोनों को बाल गृह बालिका में आवासित करा दिया गया जहां उनके वयस्क होने तक देख-रेख, शिक्षा-दीक्षा का दायित्व सरकार संभालेगी। अप्रैल से अब तक बाल संरक्षण इकाई की तरफ से 24 नाबालिगों की शादियां रूकवाई जा चुकी हैं, जो अब तक का एक रिकार्ड है। अभी तक पिछले वर्ष सर्वाधिक 15 बाल विवाह के मामले सामने आए थे। इस बार महज अप्रैल से मई तक में ही आंकड़ा 24 पहुंच चुका है।
आदिवासी बालिका की मंदिर परिसर में रचाई जा रही थी शादी
सोमवार की शाम जिला बाल संरक्षण अधिकारी राजेश खैरवार को सूचना मिली कि मांची थाना क्षेत्र की एक आदिवासी बालिका की शादी राबटर्सगंज स्थित दंडइत बाबा परिसर में रचाई जा रही है। मामले की जानकारी डीएम चंद्रविजय सिंह को दी गई और उनके निर्देश पर तत्काल मौके के लिए टीम भेज दी गई। वन स्टाप सेन्टर केंद्र प्रशासक सह नोडल दीपिका सिंह, महिला शक्ति केन्द्र से जिला समन्वयक साधना मिश्रा, जिला बाल संरक्षण इकाई से ओआरडब्ल्यू शेषमणि दुबे और मानव तस्करी रोधी इकाई की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची तो देखा कि शादी से जुड़ी रस्मों को निभाने की तैयारी चल रही थी। तत्काल शादी रूकवाते हुए बालिका की उम्र जांची गई तो उसे नाबालिग होने का मामला सामने आया। मौके की स्थिति देखते हुए टीम ने उसे विधिक संरक्षण में ले लिया और बाल कल्याण समिति के निर्देश पर देर शाम उसे बाल गृह बालिका में आवासित करा दिया गया।
झारखंड के एक युवक से रचाई जा रही थी नाबालिग की शादी
अभी इस मामले को 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि मंगलवार को जिला बाल संरक्षण अधिकारी को सूचना मिली कि विंढमगंज थाना क्षेत्र के एक गांव में 15 वर्षीय नाबालिग की शादी झारखंड के एक युवक से रचाई जा रही है। उसके घर आज ही झारखंड से बारात पहुंचेगी। सूचना मिलते ही, डीएम से निर्देश लेकर टीम मौके के लिए रवाना कर दी गई। जिला बाल संरक्षण इकाई से ओआरडब्ल्यू सह नोडल शेषमणि दुबे, संरक्षण अधिकारी रोमी पाठक, महिला शक्ति केंद्र से जिला समन्वयक साधना मिश्रा, मानव तस्करी रोधी इकाई प्रभारी निरीक्षक रामजी यादव, मुख्य आरक्षी धनंजय यादव, आरक्षी अमन द्विवेदी की मौजूदगी वाली टीम बताए गए गांव में पहुंची तो देखा कि शादी की तैयारी चल रही थी।
परिवारवालों और वहां मौजूद रिश्तेदारों को आने का प्रायोजन बताते हुए पूरी जानकारी ली गई। इसके बाद लड़की के उम्र का साक्ष्य मांगा गया। पता चला कि पीड़िता जिसे दुल्हन बनाया जा रहा था, उसने इसी वर्ष हाईस्कूल की परीक्षा उत्तीर्ण की है। शैक्षिक प्रमाणपत्रों के आधार पर उसकी उम्र महज 15 वर्ष पाई गई। उसके माता-पिता और वहां मौजूद अन्य लोगों ने बाल विवाह अपराध बताते हुए शादी रोक दी गई। कहीं गुपचुप तरीके से शादी रचा न दी जाए, इसके लिए पीड़िता को विधिक संरक्षण में लेकर जिला मुख्यालय लाया गया। यहां बाल कल्याण समिति के निर्देश पर बाल गृह बालिका में आवासित करा दिया गया।