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Sonbhadra News:एक्सपायर हो चुके भंडारण लाइसेंस आईडी से करोड़ों का फर्जीवाड़ा
Sonbhadra News: सरकारी खजाने को एक करोड़ से अधिक की चपत, दो खनन व्यवसायियों सहित 6 पर केस।
Sonbhadra News: जिले में गिट्टी भंडारण की आड़ में ऑनलाइन परमिट जारी करने को लेकर करोड़ों का फर्जीवाड़ा सामने आया है। भंडारण की लाइसेंस अवधि एक्सपायर होने के बाद भी परमिट जारी करने को लेकर हुए खेल ने लखनऊ तक हड़कंप मचा दिया है। प्रकरण में ज्येष्ठ खान अधिकारी आशीष कुमार की तरफ से दो क्रशर संचालकों/खनन व्यवसायियों सहित छह के खिलाफ आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, कूटरचना की धाराओं के साथ ही प्रीवेंशन आफ डैमेज टू पब्लिक प्रॉपर्टी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज करा दी गई है।
ऐसे पकड़ में आया फर्जीवाड़ा:
गत 14 मई को खान महकमे के संज्ञान में आया कि मेसर्स एस कंस्ट्रक्शन एंड सप्लायर्स बिल्ली मारकुंडी, प्रोपराइटर सत्यप्रकाश केशरी निवासी शिवाजीनगर ओबरा के नाम जारी भंडारण लाइसेंस की अवधि गत 20 अप्रैल को ही समाप्त हो चुकी है। बावजूद नौ मई को लाइसेंस आईडी एक्टिव कर उसके नाम पर गिट्टी परिवहन के लिए ई प्रपत्र सी जनरेट किया जा रहा है। जांच में पाया गया कि अवधि समाप्त होने के बाद इस आईडी से नौ से 14 मई के बीच 7573 घन मीटर गिट्टी परिवहन के लिए ई प्रपत्र जारी किया जा चुका है। मामला संज्ञान में होने के बाद संबंधित लाइसेंस आईडी का पासवर्ड रिसेट कर दिया गया।
सामने आई सच्चाई ने अफसरों को भी कर दिया हैरानः
पासवर्ड रिसेट किए जाने के बावजूद 15 मई को जब संबंधित लाइसेंस आईडी को खान विभाग के दफ्तर में खोलकर देखा गया तो पता चला कि दोबारा इस आईडी को एक्टिव कर दिया गया है और चंद घंटों के भीतर 6061 घन मीटर गिट्टी परिवहन के लिए 344 पेज का ई प्रपत्र सी जारी कर दिया गया। जांच आगे बढ़ाई गई तो इसमें मेसर्स दुर्गा माइनिंग एंड कंस्ट्रक्शन मीतापुर, प्रीतनगर, चोपन पार्टनर गणेश अग्रवाल निवासी राम मंदिर कॉलोनी ओबरा की भी संलिप्तता सामने आई।
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सरकारी राजस्व को एक करोड़ से अधिक की लगाई चपतः
छानबीन आगे बढ़ी तो मां दुर्गा माइनिंग एंड कंस्ट्रक्शन के कंप्यूटर ऑपरेटर श्याम कुमार प्रजापति निवासी जुड़ा हरधन थाना बलुआ जिला चंदौली, आशुतोष मिश्रा निवासी गौरवनगर, चोपन, रविकांत पांडेय पुत्र दीनानाथ पांडेय निवासी अहरौरा, मिर्जापुर सहित अन्य की संलिप्तता पाई गई। जस्ट थाना अधिकारी आशीष कुमार के मुताबिक छानबीन के आधार पर जो सामने आया उसके मुताबिक, सरकारी खजाने को रॉयल्टी और खनिज मूल्य की चोरी कर 1,39,04,640 रुपए की चपत लगाई गई है। प्रभारी निरीक्षक चोपन के विश्वनाथ प्रताप सिंह ने बताया कि खान विभाग की तरफ से मिली तहरीर के आधार पर संबंधितों के खिलाफ मामला दर्ज कर कर छानबीन शुरू कर दी गई है।