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Sonbhadra News: बिजली के क्षेत्र में बड़ी सौगात, सोनभद्र में ओबरा-डी परियोजना को मंजूरी, बढ़ेगा उत्पादन, कम होंगी बिजली दर
Sonbhadra News: सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में सोनभद्र के सूबे का पहला अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल पावर प्रोजेक्ट स्थापित करने को मंजूरी दे दी गई।
Sonbhadra News: सूबे के पावर कैपिटल का दर्जा रखने वाले सोनभद्र में एक और पावर प्लांट के स्थापना पर यूपी सरकार की तरफ से मुहर लगा दी गई है। मंगलवार को लोकभवन में सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में सोनभद्र के सूबे का पहला अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल पावर प्रोजेक्ट स्थापित करने को मंजूरी दे दी गई।
ओबरा-डी की स्थापना में 18 हजार करोड़ की लागत
यह प्रोजेक्ट ओबरा में ओबरा-डी के नाम से स्थापित किया जाएगा। 50 प्रतिशत राज्य सरकार और 50 फीसद एनटीपीसी की हिस्सेदारी वाली इस पावर प्राजेक्ट में 800-800 मेगावाट की अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल तकनीक वाली दो इकाइयां स्थापित की जाएंगी। परियोजना की लागत 18 हजार करोड़ तय की गई है। पहली यूनिट का कार्य 50 महीने और दूसरी यूनिट का काम 56 महीने में पूर्ण करने का मसौदा बनाया गया है।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान हुआ था समझौता
बताते चलें कि सोनभद्र के ओबरा को एशिया के सबसे पहले पावर प्रोजेक्ट के स्थापना का गौरव हासिल है। यहां ओबरा-ए प्रोजेक्ट निर्धारित अवधि पूर्ण करने के कारण समाप्त हो चुका है। एक हजार मेगावाट वाले ओबरा-बी से उत्पादन जारी है। 1320 मेगावाट क्षमता वाली ओबरा-सी का भी कार्य पूर्णता की ओर है। अब यहां 1600 मेगावाट क्षमता वाली नई बिजली परियोजना को स्थापित करने के भी मसौदे को मंजूरी मिल गई है। बताते चलें कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के समय एनटीपीसी के साथ ओबरा में एक तापीय प्लांट लगाने का समझौता किया गया था। इसी समझौते के तहत प्रदेश सरकार और एनटीपीसी ने प्लांट शुरू करने का निर्णय लिया है, जिसे मंत्रिपरिषद ने भी भी अनुमति प्रदान कर दी है। बताया गया कि इस प्लांट का निर्माण लगभग 500 एकड़ की जमीन पर किया जाएगा। इसमें उत्तर प्रदेश सरकार और एनटीपीसी की 50-50 परसेंट की भागीदारी होगी। इसमें 30 प्रतिशत इक्विटी दोनों साझीदार वहन करेंगे। शेष 70 प्रतिशत धन वित्तीय संस्थाओं से लोन के रूप में लिए जाने का प्लान है।
ओबरा-डी से 4.79 रुपए प्रति यूनिट मिलेगी बिजली
उर्जा मंत्री एके शर्मा के मुताबिक ओबरा-डी प्लांट से राज्य को 4.79 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली उपलब्ध होगी। यहां के लिए कोयला एनसीएल से लाया जाएगा। उर्जा मंत्री ने बताया कि फिलहाल यूपी में 5.50 रुपए प्रति यूनिट बिजली खरीदी जा रही है। ओबरा-डी से 4.79 रुपए प्रति यूनिट बिजली मिलेगी। इससे प्रति यूनिट एक रूपये की बचत होगी, जिसका सीधा लाभ उपभोक्ताओं को मिलेगा।
देश का पावर कैपिटल जैसा बनने को सोनभद्र अग्रसर
बताते चलें कि वर्तमान में राज्य सेक्टर के परियोजनाओं की कुल क्षमता सात हजार मेगावाट के लगभग है। उसमें से महज सोनभद्र में लगभग 5000 मेगावाट की परियोजना स्थापित की जा चुकी हैं। इसमें अनपरा में 2630 मेगावाट और ओबरा में एक हजार मेगावाट की परियोजना संचालित है। ओबरा-सी के रूप में 1320 मेगावाट की परियोजना निर्माणाधीन है। अब ओबरा-डी के रूप में 1600 मेगावाट के नई परियोजना के स्थापना के बाद सोनभद्र में स्थापित होने वाली राज्य सेक्टर की परियोजनाओं की उत्पादन क्षमता जहां 6600 के करीब पहुंच जाएगी।
वहीं, एनटीपीसी की रिहंद और शक्तिनगर परियोजनाएं संचालित हैं। शक्तिनगर में भी एनटीपीसी 1600 मेगावाट का एक और प्रोजेक्ट भी स्थापित कर रहा है। सूत्रों की मानें तो आने वाले समय अनपरा-ई और ओबरा-ई के रूप में भी दो नई तापीय परियोजनाएं सामने आ सकती हैं। इसको देखते हुए माना जा रहा है, आने वाले वर्षो में यूपी के पावर कैपिटल का दर्जा रखने वाला सोनभद्र, देश के पावर कैपिटल का दर्जा हासिल करता दिखाई दे सकता है।