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Sonbhadra News: ...तो आबकारी विभाग की सरपरस्ती में चल रहा शराब तस्करी का रैकेट, पुलिस के हत्थे चढ़ा अंतर्राज्यीय गैंग
Sonbhadra News: पकड़े गए तस्करों से पूछताछ में पुलिस को जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक सामने आए शराब तस्करी के इस गैंग का सीधा जुड़ाव सोनभद्र से है और यहां से थोक के भाव में शराब ले जाकर बिहार में विभिन्न जगहों पर खपाई जा रही है।
Sonbhadra News: सोनभद्र में लगातार शराब तस्करी पर कसते पुलिस के शिकंजे और इस मामले में आबकारी विभाग के जिम्मेदारों की कथित उदासीनता भरी भूमिका ने कई तरह के सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं। ताजा चर्चा चोपन थाना क्षेत्र में पकड़े गए सोनभद्र और बिहार से जुड़े तस्करी के गैंग को लेकर है। पकड़े गए तस्करों से पूछताछ में पुलिस को जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक सामने आए शराब तस्करी के इस गैंग का सीधा जुड़ाव सोनभद्र से है और यहां से थोक के भाव में शराब ले जाकर बिहार में विभिन्न जगहों पर खपाई जा रही है। इससे पहले रायपुर और पन्नूगंज थाना क्षेत्र की फुटकर बिक्री दुकानों से थोक में शराब ले जाकर बिहार में खपाए जाने की बात चर्चा में रह चुकी है लेकिन श आबकारी महकमे के ज्यादातर जिम्मेदार, आफ द रिकार्ड राजस्व मिलने की बात कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं।
सोनभद्र में संचालित दुकान से थोक में खरीदारी कर बिहार के लिए ले जाई जा रही शराबः
बताते चलें कि शुक्रवार को चोपन थाना अंतर्गत गुरमा चौकी इंचार्ज मनीष द्विवेदी की अगुवाई वाली टीम ने सोनभद्र स्थित शराब की दुकानों से थोक में अंग्रेजी शराब खरीद कर बिहार ले जाए जाने का खुलासा किया है। अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय कालू सिंह ने चोपन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस कामयाबी की जानकारी दी थी। पिकअप में छिपा कर रखी गई लगभग 340 लीटर अवैध अंग्रेजी शराब बरामद करने के साथ, दो तस्कर अवधेश साह पुत्र रामबाबू साह, निवासी सराय अकबर मलाही, थाना सराय वैशाली (बिहार) गोलू पुत्र राजेश साव निवासी सिमली नवाबगंज, थाना माल सलामी, हाल मुकाम मीना बाजार (बकटिया टोला), थाना आलमगंज, पटना (बिहार) गिरफ्तार भी किए गए थे। इस गिरोह के मास्टरमाइंड बताए जा रहे राजीव यादव उर्फ राजीव राय पुत्र निवासी तेरसिया दियर, थाना गंगा ब्रिज, वैशाली (बिहार) की तलाश जारी है ।
फुटकर वितरण वाली दुकानों से थोक में हो रही बिक्री पर क्यों नहीं पड़ रही नजर?
इस खुलासे के जरिए पुलिस ने जो सबसे बड़ा दावा किया है वह यह है कि सोनभद्र में संचालित शराब की दुकानों पर फुटकर में बिकने वाली शराब थोक में खरीदकर बिहार पहुंचाई जा रही है। बता दें कि सोनभद्र की एक बड़ी एरिया झारखंड और बिहार से सटी है। इस कारण, शराब तस्करी के लिहाज से यहां की स्थितियां बेहद संवेदनशील हैं। दूसरे राज्यों से भी लाई जाने वाली शराब सोनभद्र के रास्ते बिहार ले जाई जाती है। ऐसे में सोनभद्र में ही, जड़ जमाते अंतर्राष्ट्रीय शराब तस्करी के गैंग पर, आबकारी विभाग की नजर न पड़ पाना ढेरों सवाल खड़े कर रहा है।
Officers choice और 8pm पर है तस्करों की नजर:
जो खुलासा सामने आया है उसमें Officers choice और 8pm ब्रांड वाली शराब की तस्करी सामने आई है। तस्करी पर नजर ना पड़ने पाए इसके लिए जहां वाहन का नंबर प्लेट बदल दिया गया थाः वहीं पिकअप में डेढ़ फुट गहरा चेंबर बनाकर शराब की बोतल और पाउच छिपाया गया था।
मारकुंडी स्थित दुकान से की गई थी शराब की खरीदारीः
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक पकड़े गए शराब की खरीदारी मारकुंडी में गुरमा मोड़ से 100 मीटर अंदर स्थित विनोद कुमार सिंह की अंग्रेजी शराब की दुकान से की गई थी, जिसका संचालन गुरमा मारकुंडी के रहने वाले आदित्य पाल सिंह करते हैं। सवाल उठता है कि प्रतिमाह स्टॉक चेक करने की जिम्मेदारी संभालने वाले, जिम्मेदारों की इस गोरखधंधे पर नजर क्यों नहीं पड़ रही? यह मसला इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि एसटीएफ और सिविल पुलिस की तरफ से कई बार नकली शराब और अवैध शराब के कारोबार में लाइसेंसी दुकान संचालकों की संलिप्तता और इसकी आड़ में गिरोह के संचालन का खुलासा हो चुका है।
लिखित सूचना मिलने पर होगी कार्रवाईः जिला आबकारी अधिकारी
-- जिला आबकारी अधिकारी तुलसीराम वैश्य ने सेलफोन पर बताया कि चोपन में शराब पकड़े जाने की तो जानकारी है लेकिन उसे कहां से खरीदा गया था? इसकी कोई लिखित जानकारी अभी उन्हें