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Sonbhadra News: बगैर नक्सा मंजूरी हाइवे किनारे खड़ी कर ली करोड़ों की बिल्डिंग, प्रशासन के संज्ञान पर नोटिस जारी
Sonbhadra News: ताजा मसला बगैर नक्सा मंजूर कराए करोड़ों की बिल्डिंग खड़ी कर लेने का है। 1980 से पूर्व संबंधित स्थल को सरकारी जमीन के रूप में चिन्हित किए जाने को लेकर भी आरोप लगाया जा रहा है।
Sonbhadra News: एक तरफ जहां संवेदनशील इलाकों में बगैर नक्सा मंजूर कराए निर्माण न कराए जाने का प्रावधान है। वहीं, संवेदनशील एरिया के रूप में चिन्हित जिला अस्पताल-कलेक्ट्रेट के पास वाले पाॅश इलाके में बगैर नक्सा मंजूर हुए ही, करोड़ों की बिल्डिंग खड़ी कर लिए जाने का मामला सामने आया है। मामला जिला अस्पताल के सामने हाइवे किनारे संचालित प्रतिष्ठित अस्पताल लाइफ केयर हास्पिटल से जुड़ी बिल्डिंग से जुड़ा है। प्रकरण संज्ञान में आते ही, प्रशासन की तरफ से अस्पताल संचालक-भवन स्वामी को नोटिस जारी कर दी गई है। इसके जरिए बगैर नक्सा मंजूर कराए निर्माण को लेकर जवाब तो मांगा ही गया है। उपसा सहित अन्य से बगैर एनओसी लिए भवन निर्माण शुरू किए जाने को लेकर भी आपत्ति जताई गई है और उससे जुड़े दस्तावेज तलब किए गए हैं।
सदर एसडीएम और नियत प्राधिकारी दोनों के यहां से मांगे गए हैं जवाब
बताते चलें कि बगैर नक्सा मंजूर कराए और संवेदनशील एरिया का मामला होने के कारण बगैर एनओसी हासिल किए करोड़ों की बिल्डिंग खड़ी कर लेने और उसमें अस्पताल संचालन शुरू करने को मामला पिछले कई महीने से गरमाया हुआ है। जहां अस्पताल संचालन जिला अस्पताल के बिल्कुल पास होने को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। वहीं लगभग 20 वर्ष पूर्व तत्कालीन डीएम द्वारा संबंधित स्थल को संवेदनशील एरिया के हिस्से के रूप में चिन्हित करने के मसले को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। ताजा मसला बगैर नक्सा मंजूर कराए करोड़ों की बिल्डिंग खड़ी कर लेने का है। 1980 से पूर्व संबंधित स्थल को सरकारी जमीन के रूप में चिन्हित किए जाने को लेकर भी आरोप लगाया जा रहा है। इसको लेकर सदर एसडीएम एक शिकायत भी की गई है, जिसका संज्ञान लेते हुए जहां सदर एसडीएम ने, प्रकरण में नोटिस जारी करने के साथ ही, मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं निनियमित प्राधिकारी की तरफ से भी बगैर नक्सा मंजूर हुए ही बिल्डिंग खड़ी कर लेन और बगैर सभी संबंधितों से एनओसी मिले संवेदनशील एरिया में भवन निर्माण को लेकर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। फिलहाल धारा 10 के तहत एक्शन लेते हुए सभी संबंधितों बिंदुओं पर जवाब मांगा गया है। उपसा सहित अन्य संबंधितों से एनओसी के लिए क्या प्रक्रिया अपनाई गई है, इसके संबंध में भी दस्तावेज तलब किए गए हैं। उधर, नियत प्राधिकारी निखिल यादव ने कहा कि फोन पर जैसे ही बगैर नक्सा मंजूर हुए हाइवे किनारे बिल्डिंग खड़ी करने का मामला उनके संज्ञान में आया है, वैसे ही आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी गई है। फिलहाल बगैर नक्सा मंजूर हुए और बगैर एनओसी आदि की प्रक्रिया पूरी हुए, भवन निर्माण को लेकर जवाब मांगा गया है। एनओसी से जुड़े दस्तावेज भी तलब किए गए हैं।
इस संबंध में जवाब और दस्तावेज मिलते ही, कार्रवाई आगे बढ़ा दी जाएगी। बगैर नक्सा मंजूर हुए, भवन निर्माण करना सही है या गलत के सवाल पर कहा कि यह नियमानुसार गलत है। इसके संबंध में कार्रवाई के लिए आवश्यक प्रक्रिया अपनाई जा रही है। वहीं इस बारे में अस्पताल संचालक एवं भवन स्वामी बताए जा रहे डा. प्रमोद प्रजापति से सेलफोन पर बात हुई तो उनका कहना था कि उन्होंने नक्से के लिए जरूरी फीस समय से अदा कर दी थी। नक्सा अब तक मंजूर क्यूं नहीं हुआ? इसके बारे में, इससे संबंधित लोग ही बता सकते हैं।