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महंगाई से बेहाल जनता को बिजली का झटका देने की तैयारी में है सरकार: अखिलेश

भाजपा सरकार ने ग्रामीण घरेलू उपभोक्ताओं के फिक्स चार्ज में 500 प्रतिशत तथा शहरी घरेलू उपभोक्ताओं के फिक्स चार्ज में 69 प्रतिशत की वृद्धि की है।

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Published on: 2 July 2020 4:13 PM GMT
महंगाई से बेहाल जनता को बिजली का झटका देने की तैयारी में है सरकार: अखिलेश
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लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि जबसे भाजपा सरकार सत्ता में आई है। केन्द्र और राज्य दोनों में, जनता की परेशानियां बढ़ी हैं। मंहगाई का मुंह रोज-रोज बढ़ता ही जा रहा है। भाजपा सरकार बेहाल जनता को अब मंहगी बिजली का झटका देने की तैयारी में है। घरेलू बिजली 8 प्रतिशत तक ज्यादा मंहगी हो सकती है। भाजपा सरकार ने ग्रामीण घरेलू उपभोक्ताओं के फिक्स चार्ज में 500 प्रतिशत तथा शहरी घरेलू उपभोक्ताओं के फिक्स चार्ज में 69 प्रतिशत की वृद्धि की है।

भाजपा कर रही प्रदेश में बिजली महंगी करने की तैयारी- अखिलेश

सपा अध्यक्ष ने गुरुवार को कहा कि भाजपा ने पहले तो डीजल-पेट्रोल तथा ईंधन गैस के दामों में असाधारण वृद्धि कर जनता की कमर तोड़ दी। अब प्रदेश में बिजली भी मंहगी करने की तैयारी हो गई है। केवल यही नहीं, अब विद्युत विभाग द्वारा अभियान चलाकर बिजली के बिल जमा न होने के बहाने हजारों किसानों के निजी टयूबवेलों के कनेक्शन काटे जा रहे हैं। किसानों ने अपनी जमा पूंजी लगाकर धान की फसल लगाई थी जो अब नष्ट होने के कगार पर है। उन्होंने कहा कि आज जो भी बिजली उपलब्ध है वह सपा सरकार की देन है। उस समय लगभग 300 से ज्यादा नए विद्युत सब स्टेशनों का निर्माण हुआ।

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भाजपा के कार्यकाल में एक भी यूनिट बिजली का उत्पादन नहीं हुआ। कोई विद्युत प्लांट भी नहीं लगाया गया। यहीं नहीं, सपा सरकार में बुनकरों को बिजली की जो रियायतें दी गई थी उन्हें भी समाप्त कर दिया गया है। उनकी हालत बिगड़ रही है। छोटे कारोबारियों का धंधा बिजली की बढ़ी दरों से चैपट हो जाएगा। भाजपा सिर्फ धोखा देती रही है। नागरिकों से छल करने और उनकी गाढ़ी कमाई की लूट का भाजपा का खेल अब जनता की निगाहों में आ चुका है।

जनता की जेब पर डकैती डाल रही बीजेपी सरकार- सपा प्रमुख

अखिलेश यादव ने कहा कि राजस्व के नाम पर जनता की जेब पर डकैती डालने से भाजपा सरकार को लाज भी नहीं आती। खाद्य वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं। किसान और जनता पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ने से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। अभी बदहाली के इस दौर से लोग निकल नहीं पा रहे हैं कि अब ईंधन, गैस और बिजली की दरें बढ़ाकर लोगों पर भारी बोझ डाल दिया गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने नोटबंदी-जीएसटी लागू कर पूरे देश में व्यापारिक गतिविधियों को अवरूद्ध कर दिया है। कारोबारी उसकी मार से अभी तक उभर नहीं पा रहे हैं।

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औद्योगिक संस्थानों में कर्मचारियों की छंटनी हो गई। कोरोना संकट के साथ लॉकडाउन ने तो जीवन को ही अस्तव्यस्त कर दिया। छोटे-मोटे कारोबारियों की दुकानें भी बंद हो गईं। प्रदेश में चारों ओर अव्यवस्था फैली हुई है। पिछले 6 सालों से भाजपा केन्द्र में सत्तासीन है। उसने डीजल पर उत्पाद कर में नौ गुना वृद्धि की है। सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम गिरने के बावजूद देश में दाम कम नहीं किए। उसने स्वयं मुनाफाखोरी का यह एक दयनीय उदाहरण पेश किया है। पेट्रोलियम कम्पनियों ने घरेलू एवं कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम भी बढ़ा दिए हैं।

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