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प्रदेश को गारमेन्ट हब के रूप में किया जाये विकसितः योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजस्व प्राप्ति की सभी सम्भावनाओं पर कार्य करने पर बल दिया है। उन्होंने कहा है कि कोविड-19 से आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुई हैं

Ashiki
Published on: 9 May 2020 1:56 PM GMT
प्रदेश को गारमेन्ट हब के रूप में किया जाये विकसितः योगी आदित्यनाथ
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लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजस्व प्राप्ति की सभी सम्भावनाओं पर कार्य करने पर बल दिया है। उन्होंने कहा है कि कोविड-19 से आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुई हैं, इसलिए राजस्व वृद्धि के वैकल्पिक स्रोत चिन्हित करने के लिए कार्ययोजना तैयार की जाए। उन्होंने बताया कि प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों के लिए लगभग 20 लाख रोजगार सृजित किये जाने के लिए वृहद कार्ययोजना तैयार किये जाने को कहा हैं।

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शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर कोरोना से बचा जा सकता है

प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन स्थित मीडिया सेल में प्रेस प्रतिनिधियों को बताया कि कोरोना की केमिस्ट्री को समझते हुए ट्रीटमेंट करने की आवश्यकता है। यह भी महत्वपूर्ण है कि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर कोरोना से बचा जा सकता है। प्रदेश सरकार द्वारा लाॅन्च किए गए ‘आयुष कवच-कोविड’ एप में जड़ी-बूटियों पर आधारित आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति से जुड़ी उपयोगी जानकारियों का समावेश किया गया है, जिन्हें अपनाकर लोग अपनी इम्युनिटी को विकसित कर सकते हैं। इसके दृष्टिगत ‘आयुष कवच-कोविड’ एप का व्यापक प्रचार-प्रसार कर लोगों को इसे डाउनलोड करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।

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अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में एल-1, एल-2 तथा एल-3 कोविड चिकित्सालयों के 52,000 बेड के क्षमता विस्तार के लक्ष्य के सापेक्ष 53,459 बेड की व्यवस्था कर ली गई हैं। पूल टेस्टिंग में प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि मेडिकल इंफेक्शन से सुरक्षा के लिए डाॅक्टरों तथा अन्य चिकित्सा कर्मियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम लगातार संचालित किए जाएं। डिग्री व इण्टर काॅलेजों के प्रधानाचार्याें व शिक्षकों को भी प्रशिक्षित किया जाए, जिससे यह लोग आमजन को जागरूक कर सकें।

सभी मेडिकल काॅलेजों के प्रधानाचार्यों तथा सभी जनपदों में डिप्टी सीएमओ से भी नियमित संवाद किया जाए। सभी जनपदों में पीपीई किट तथा एन-95 मास्क की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा है कि निजी अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाओं के संचालन की अनुमति सम्बन्धित जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी की कमेटी प्रदान करेगी।

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कमेटी यह सुनिश्चित करेगी कि इमरजेंसी सेवा प्रदान करने जा रहे चिकित्सालय में मेडिकल इंफेक्शन से सुरक्षा के सभी उपाय लागू हो गए हैं तथा अस्पताल की मेडिकल टीम को संक्रमण से बचाव के सम्बन्ध में प्रशिक्षित कर दिया गया है।

रिपोर्ट: श्रीधर अग्निहोत्री

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