Jhansi News: झांसी में सूर्यप्रताप शाही ने कहा- जायद फसल में करे विश्वविद्यालय कार्य

Jhansi News:कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने जायद फसल में विश्वविद्यालय को विशेष कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि विवि उड़द और मूंग की किस्मों पर विशेष कार्य करे।

B.K Kushwaha
Published on: 3 April 2023 10:33 PM GMT
Jhansi News: झांसी में सूर्यप्रताप शाही ने कहा- जायद फसल में करे विश्वविद्यालय कार्य
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झांसी में कृषि मंत्री उत्तर प्रदेश सूर्यप्रताप शाही- (Photo- Newstrack)

Jhansi News: रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झॉंसी में 02 अप्रैल 2023 को शाम कृषि मंत्री उत्तर प्रदेश सूर्यप्रताप शाही, अपर मुख्य सचिव कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग देवेश चतुर्वेदी ने विवि का भ्रमण किया। इस दौरान विवि का प्रक्षेत्र भ्रमण, पुस्कालय एवं प्रयोगशालाओं का भ्रमण किया। इस अवसर पर विवि में कृषि सुधार को लेकर बैठक आयोजित की गयी। कुलपति डॉ अशोक कुमार सिंह, अद्यिष्ठाता कृषि डॉ. एसके चतुर्वेदी, निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. एसएस सिंह, निदेशक अनुसंधान डॉ. एआर शर्मा, डॉ बीके बेहरा अद्यिष्ठाता मत्स्य पालन, डॉ एसएस कुशवाह पुस्तकालयाध्यक्ष एवं वैज्ञानिक, अधिकारियों ने कृषि और संबद्ध क्षेत्र में राज्य सरकार एवं विश्वविद्यालय के साथ मिलकर कार्य करने पर विस्तृत चर्चा हुई।

गुणवत्ता के सुधार पर कार्य की परियोजनाओं पर कार्य करना - देवेश चतुर्वेदी

कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने जायद फसल में विश्वविद्यालय को विशेष कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि विवि उड़द और मूंग की किस्मों पर विशेष कार्य करे। यहां कि लोकल किस्म थोड़ी कमजोर होती है। कृषि मंत्री ने विवि के अधिकारियों से कहा कि कृषि विवि झॉंसी में कृषि संग्रहालय स्थापित करें। इसका लाभ क्षेत्र के किसानों एवं विवि के छात्रों को मिल सके। अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी ने कहा कि विवि उत्तर प्रदेश बीज निगम को उत्तम गुणवत्ता श्री अन्न बीज उपलब्ध करवाए जिससे बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए बीज वितरण राज्य सरकार विश्वविद्यालय के माध्यम से करना चाहती है, इसके लिए आवश्यक सुविधा एवं संसाधन पर कार्य किया जाएगा। और उद्यानिकी क्षेत्र में विविधता के लिए उत्तम गुणवत्ता की रोपण सामग्री (बीज, अंकुर, कॉर्म या स्टेम कटिंग) आदि आती आवश्यक है।

यदि अच्छी रोपण सामग्री या पौधों का चयन करने में विफल रहते हैं, तो आप उन रोपण सामग्रियों से बेहतर परिणाम की उम्मीद नहीं कर सकते, इस दिशा में राज्य सरकार विश्वविद्यालय से सहयोग की अपेक्षा करती है। इस दिशा में अनुसंधान कार्य के लिए विश्वविद्यालय की परियोजनाओं को राज्य सरकार वित्तीय सहयोग प्रदान करेगी। तथा किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) को भी प्रशिक्षण की आवश्यकता है, विश्वविद्यालय के पास क्षमता है इस कार्य के लिए विश्वविद्यालय आधुनिक प्रशिक्षण केंद्र स्थापित कर सकता है इसके लिए राज्य सरकार आपनी योजनाओं के माध्यम से वित्तीय अनुदान प्रदान करेगी।

विश्वविद्यालय यदि श्री अन्न के लिए प्रसंस्करण इकाई स्थापित करना चाहे तो राज्य 100 प्रतिशत वित्तीय अनुदान प्रदान करेगा। राज्य सरकार के अधिकारी एवं विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक मिलकर उत्तर प्रदेश, बुंदेलखंड आधारित किसान, स्टार्टअप एवं समाज कल्याण की योजना बनाएं एवं कार्य करें। कुलपति डॉ अशोक कुमार सिंह ने इस कार्य के लिए अपनी सहर्ष स्वीकृति प्रदान की। कुलपति डॉ. अशोक कुमार सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय के फार्म में अरंडी पर ट्रायल लगाया जायगा। यदि ठीक हुआ तो इसको आगे प्रमोट किया जायगा।

रामदाना को मिलेट प्रोग्राम में शामिल करने का प्रस्ताव

उन्होंने रामदाना को मिलेट प्रोग्राम में शामिल करने का प्रस्ताव रखा। डॉ. सिंह ने कहा कि विवि मक्का के उत्पादन बढाने पर कार्य कर रहा है। अद्यिष्ठाता कृषि डॉ एसके चतुर्वेदी ने केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झॉसी के प्रमुख उद्देश्य कृषि और संबद्ध विज्ञान की विभिन्न शाखाओं में शिक्षा प्रदान करना, कृषि में अनुसंधान करना, विस्तार शिक्षा के कार्यक्रम चलाना और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय शैक्षणिक संस्थानों के साथ संबंधों को बढ़ावा देना है, के बारे में विस्तार से बताया।

निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ एसएस सिंह ने कहा कि इस वर्ष विवि ने 150 किसानों के यहां प्रथम पंक्ति प्रदर्शन किया है। भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान कानपुर से बीज लेकर किसानों को दिया है। झॉसी ववीन क्षेत्र में विवि विशेष कार्य कर रहा है। कुलपति ने कृषि मंत्री एवं प्रमुख सचिव कृषि को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। विश्वविद्यालय आने पर विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने मंत्री जी का एवं पर प्रमुख सचिव का आभार प्रकट किया।

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