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स्वाति सिंह का विवादों से गहरा नाता
प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर राज्यमंत्री स्वाति सिंह विवादों में हैं। उनके एक आडियो क्लिप के वायरल होने के बाद योगी सरकार बचाव की मुद्रा में है जबकि विपक्ष पूरी तरह से हमलावर होकर सत्ता पक्ष को घेरने में जुटा है।
श्रीधर अग्निहोत्री
लखनऊ: प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर राज्यमंत्री स्वाति सिंह विवादों में हैं। उनके एक आडियो क्लिप के वायरल होने के बाद योगी सरकार बचाव की मुद्रा में है जबकि विपक्ष पूरी तरह से हमलावर होकर सत्ता पक्ष को घेरने में जुटा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब आगे क्या फैसला लेते हैं इस बात का तो नहीं पता पर इतना जरूर है कि स्वाति सिंह ने विपक्ष को बैठे बिठाए एक बड़ा मुद्दा दे दिया।
दरअसल, राज्यमंत्री स्वाति सिंह का विवादों में आना कोई नई बात नहीं है। वह पिछली 32 महीनों की योगी सरकार में कई बार विवादों में आकर अपनी ही सरकार की किरकिरी करा चुकी हैं। वह पहली बार चर्चा में तब आईं जब प्रदेश में योगी आदित्नाथ की सरकार के गठन को दो ही महीने हुए थे और स्वाति सिंह मई 2017 में गोमती नगर में एक बियर शाप के उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंच गयीं। उस उद्घाटन कार्यक्रम की फोटोज जमकर सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो सरकार को इस पर सफाई देनी पड़ी।
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इसके बाद पिछले साल वह एक बार फिर वह चर्चा में आईं जब उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में एक कार्यक्रम के दौरान कन्याओं को 500-500 रूपए के नोट खुलेआम बांटे। यह मामला भी मीडिया की सुर्खिया बना। इस पर राज्यमंत्री स्वाति सिंह ने सफाई भी दी पर तब तक वह आरोपों से पूरी तरह घिर चुकी थीं। सरोजनीनगर क्षेत्र में ही अपने घर के पास बने एक मंदिर पर कब्जे को लेकर स्वाति सिंह के भाईयों पर आरोप लगे जिसमें कहा गया कि स्वाति सिंह के संरक्षण में ही मंदिर पर कब्जा किया गया। इस मामले में क्षेत्र के लोगों ने अपना विरोध भी जताया पर यह मामला सुर्खियो में नहीं आ सका। अब इस नए आडियो के आने के बाद राज्यमंत्री स्वाति सिंह एक बार फिर से विवादों में हैं।
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दरअसल स्वाति सिंह का राजनीति में आना संयोगवश हुआ। वह एक साधारण गृहणी थीं और उनके पति दयाशंकर सिंह ही छात्र राजनीति से लेकर भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष जैसे बड़े पद पर रहे। पर जब 2016 में दयाशंकर सिंह ने बसपा नेत्री मायावती पर एक अनुचित टिप्पणी की। इसके बाद बसपा के नेताओं ने भी दयाशंकर सिंह के परिजनों पर भी अपमानजनक बाते कह डाली जिस पर दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह को खुलकर सामने आना पड़ा।
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मीडिया ने उन्हें खूब हाइलाइट किया और वह अचानक सुर्खियों में आ गयीं। भाजपा को भी बैठे बिठाए एक तेज तर्रार महिला नेत्री मिल गयी। तो पार्टी ने उन्हें सरोजनी नगर सीट से टिकट दे दिया। इसके बाद 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में स्वाति सिंह, लखनऊ की सरोजनी नगर सीट जीतकर विधानसभा पहुंचने में कामयाब रहीं। ये पहला मौका था जब सरोजनी नगर विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी के किसी उम्मीदवार को जीत मिली हो।
स्वाति सिंह को इस कामयाबी के चलते ही योगी आदित्यनाथ ने मंत्रिमंडल में उन्हें जगह दी और एक नहीं कई विभागों का राज्यमंत्री बना दिया।