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UP News: पति को गिरफ्तार कर ले जा रही थी पुलिस, उनके पीछे स्कूटी से भागी पत्नी और भतीजा, टैंकर ने मारी टक्कर
Meerut News: पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने घटना के बारे में ‘न्यूजट्रैक’ को बताया कि कल रात हापुड़ पुलिस यहां दबिश में आई थी। मेरठ के टीपी नगर थाना क्षेत्र की गुप्ता कालोनी निवासी चेतन प्रकाश गर्ग के खिलाफ वारंट था। जिससे उनको गिरफ्तार कर ले जाया जा रहा था। उसका पीछा उनकी पत्नी और भतीजे जा रहे थे। जिनकी स्कूटी की एक टैंकर से टक्कर हो गई। जिससे उनकी मौत हो गई।
Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ जनपद में कल देर रात तेज रफ्तार टैंकर ने स्कूटी सवार महिला और उनके भतीजे को कुचल दिया। महिला की मौके पर और भतीजे की अस्पताल पहुंच कर मौत हो गई। घटना के समय महिला और उसका भतीजा कथित रुप से पुलिस गाड़ी पीछा कर रहे थे। पुलिस गाड़ी में महिला का पति सवार था, जिसको पुलिस चेक बाउंस के एक मामले में घर से उठा कर लाई थी। हादसा मेरठ के खरखोदा थाना क्षेत्र अंतर्गत लोहियानगर के नजदीक बुलंदशहर मेरठ हाइवे पर हुआ।
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हापुड़ पुलिस आई थी दबिश देने
पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने घटना के बारे में ‘न्यूजट्रैक’ को बताया कि कल रात हापुड़ पुलिस यहां दबिश में आई थी। मेरठ के टीपी नगर थाना क्षेत्र की गुप्ता कालोनी निवासी चेतन प्रकाश गर्ग के खिलाफ वारंट था। जिससे उनको गिरफ्तार कर ले जाया जा रहा था। उसका पीछा उनकी पत्नी और भतीजे जा रहे थे। जिनकी स्कूटी की एक टैंकर से टक्कर हो गई। जिससे उनकी मौत हो गई। पुलिस ने टैंकर को कब्जे में ले लिया था, लेकिन उसका चालक मौके से फरार हो गया था।
पुलिस कार्रवाई पर उठे सवाल
मृतक पक्ष के लोगों का कहना है कि पुलिस जबरदस्ती चेतन प्रकाश गर्ग को घर से उठा कर ले गई थी। फिलहाल,लिखित शिकायत मिलने पर पुलिस इसमें विधिक कार्रवाई करेगी। पुलिस ने हादसे के बाद चेतन प्रकाश को छोड़ क्यों दिया, जब उनके खिलाफ वारंट था। इस पर पुलिस अधीक्षक का कहना है कि जमानतीय वारंट था उन्होंने जमानत दी,जिसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया। उधर, मृतक पक्ष ने स्थानीय मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया गया है।
सादी वर्दी में थी पुलिस
पुलिस ना सिर्फ सादी वर्दी में थी बल्कि निजी वाहन से भी थी। जैसा कि मृतक मोहित के भाई सौरभ का कहना है कि पुलिस वाले सादी वर्दी में आए थे और उनकी गाड़ी भी सरकारी नहीं थी, जिस वजह से चाची और मोहित स्कूटी पर बैठकर उनके पीछे-पीछे गई थीं। मृतक युवक सीए था। परिवार मोहित प्रकाशन के नाम से प्रकाशन का काम करता है। जिसे उसके पिता प्रमोद गर्ग,चाचा चेतन प्रकाश समेत परिवार के सभी लोग मिलकर चलाते हैं।
लेनदेन का दूसरा पक्ष भी था साथ
चेतन प्रकाश गर्ग ने बताया कि बुलंदशहर के कारोबारी संजीव अग्रवाल हैं। जिसके साथ हमारा बिजनेस लेनदेन चलता था। उसकी हमारे परिवार से लेन-देन संबंधी रंजिश चल रही है, घटना के दिन यानी कल रात संजीव अग्रवाल भी पुलिस के साथ आया। उन लोगों ने हमें जबरन घर से उठाया। यही नहीं पुलिस ने हमारी पत्नी और भतीजे के पूछने पर भी यह नहीं बताया कि वो हमें कहां ले जा रहे हैं। बस कहा कि हापुड़ जाना है। इस पर किसी अनहोनी के डर के चलते उन्हीं का पीछा करते हुए मेरी पत्नी, भतीजा स्कूटी से भागे थे।
पुलिसवालों ने नहीं दिया अपना परिचय
चेतन के बड़े भाई प्रमोद गर्ग ने मीडिया से कहा कि पुलिसवालों ने अपना परिचय नहीं दिया। कुल 5 पुलिसवाले और एक लेडी पुलिस थी। 10 अन्य लोग संजीव अग्रवाल के साथ हमारे घर आए थे। मेरे छोटे भाई चेतन प्रकाश गर्ग को जबरन धक्कामुक्की करके ले गए। उसके पीछे मेरा बेटा मोहित और चेतन की पत्नी चित्रा स्कूटी से भागते गए। वहीं रास्ते में टैंकर की टक्कर से दोनों की मौत हो गई।