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Hardoi News: Newstrack की खबर का असर, आज से टीबी मरीज को मिलेगी दवा

Hardoi News: हरदोई जिला अस्पताल के टीबी वार्ड में टीबी की दवा उपलब्ध नहीं थी। टीबी की दवा वितरण होने से जिला अस्पताल में भर्ती टीबी के मरीजों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा था।

Pulkit Sharma
Published on: 21 July 2023 12:51 PM IST (Updated on: 21 July 2023 3:23 PM IST)
Hardoi News: Newstrack की खबर का असर, आज से टीबी मरीज को मिलेगी दवा
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Hardoi news (photo: social media )

Hardoi News: जनपद में न्यूज़ट्रैक की खबर का असर एक बार फिर हुआ है।जनपद में आज से टीबी की दवा मिलना शुरू हो जाएगी। टीबी की दवा जिला अस्पताल में भर्ती 280 टीबी के मरीजों को आज से वितरण की जाएगी। बरेली से दवा हरदोई पहुंच गई है। बीते डेढ़ महीने से हरदोई जिला अस्पताल के टीबी वार्ड में टीबी की दवा उपलब्ध नहीं थी। टीबी की दवा वितरण होने से जिला अस्पताल में भर्ती टीबी के मरीजों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा था।

न्यूज़ट्रैक द्वारा टीबी के मरीजों को हो रही असुविधा की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था, जिसके बाद जिम्मेदारों की नींद खुली और शासन स्तर पर बैठे उच्च अधिकारियों को मामले से अवगत कराते हुए दवाई की मांग की गई। शासन को मिली जानकारी के बाद शासन भी हरकत में आया और आनन-फानन में हरदोई को टीबी की दवा उपलब्ध कराने के निर्देश जारी कर दिया। टीबी की दवा जिला चिकित्सालय में उपलब्ध ना होने से अस्पताल में ही भर्ती बच्चों की जान पर खतरा मंडराने लगा था।जिम्मेदारों ने बताया कि बरेली से टीबी की दवा हरदोई आती है। टीबी की दवा हरदोई जनपद को कई महीने की एक साथ उपलब्ध करा दी जाती थी लेकिन बीच में हरदोई को केवल 2 महीने की दवा उपलब्ध कराई जा रही थी।इसके चलते कुछ समय से टीबी की दवा उपलब्ध नहीं थी।

ड़ेढ़ महीने से टीबी वार्ड में नहीं थी दवा, मरिजो पर मंडराया जान था का ख़तरा

जनपद में न्यूज़ट्रैक की खबर का बड़ा असर हुआ है। न्यूज़ट्रैक पर प्रमुखता से खबर प्रकाशित होने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और टीबी की दवा माँगा कर आज से मरीजों में वितरण करने का कार्य शुरू होगा। न्यूज़ट्रैक द्वारा हरदोई के टीबी वार्ड में भर्ती 280 बच्चों की जान पर खतरा मंडराने की खबर को प्रमुखता से चलाया था साथ ही टीबी के रोग में दी जाने वाली दवा के क्रम के बारे में भी जानकारी दी थी। न्यूस्ट्रेक ने टीबी वार्ड को मिलने वाली धन राशि को भी उजागर किया था साथ ही जिम्मेदारों की लापरवाही भी तय की थी।न्यूज़ट्रैक पर खबर लगने के बाद जिला अस्पताल के जिम्मेदारों की कुंभकरण की नींद टूटी और शासन स्तर पर अधिकारियों से बात कर हरदोई को दवा उपलब्ध कराई गई।

सवाल यह उठता है कि समाचार पत्रों पर खबर चलने के बाद भी जिम्मेदार क्यों जागे। क्या शासन स्तर पर हुई इस लापरवाही की जिम्मेदारी तय नहीं होनी चाहिए। आखिर कैसे डेढ़ महीने तक हरदोई के टीबी वार्ड को दवा उपलब्ध नहीं कराई दवा के अभाव में यदि किसी मासूम या अन्य की जान चली जाती तो उसका जिम्मेदार कौन होता है। लोगों का कहना है कि टीबी वार्ड की इस लापरवाही का शासन या जनपद में बैठे अधिकारियों को संज्ञान लेकर जिम्मेदारी तय करनी चाहिए । जिससे भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही का सामना लोगों को ना करना पड़े।

वयस्कों के मुक़ाबले बच्चो की प्रतिरोधक क्षमता होती है कम

चिकित्सकों ने बताया कि टीबी से ग्रसित बच्चों में वयस्कों की तुलना में रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कम होती है।ऐसे में संक्रमण का खतरा अधिक बढ़ जाता है।बच्चों का उम्र के हिसाब से कम बढ़ना या वजन में कमी टीबी के लक्षण भी हो सकते हैं। बच्चों की भूख वजन में कमी 2 सप्ताह से अधिक खांसी बुखार और रात के समय पसीने की समस्या हो रही है तो चिकित्सक से परामर्श जरूर ले।



Pulkit Sharma

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