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टीम ने लिया स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा, अधिकारी बोले- लापरवाही बर्दाश्त नहीं
जिले के मेडिकल कॉलेज के कोरोना वार्ड में फैली अव्यवस्था को कंट्रोल करने के लिए आज लखनऊ से पुलिस और प्रशासन की टीम भी मेरठ पहुंच गई। इस...
मेरठ: जिले के मेडिकल कॉलेज के कोरोना वार्ड में फैली अव्यवस्था को कंट्रोल करने के लिए आज लखनऊ से पुलिस और प्रशासन की टीम भी मेरठ पहुंच गई। इस टीम में जिला नोडल अधिकारी टी वेंकटेश के अलावा आईजी लक्ष्मी सिंह भी हैं। बचत भवन में कमिश्नर, डीएम, सीएमओ के साथ की बैठक, कोरोना के हालातों पर मंथन किया गया। इस दौरान नोडल अधिकारी टी. वेंकटेश ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कहा कि जहां-जहां भी खामियां मिली हैं, वहां अधिकारियों की जिम्मेदारी तय होंगी।
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वह अलबत्ता वायरल वीडियो पर वे बचते नजर आए। सवाल-जवाब के दौरान टी वेंकटेश ने बताया कि हमारा काम लोगों को अच्छी सुविधा उपलब्ध कराना है। वार्ड में स्थिति को देखा जाएगा। अगर किसी को कोई शिकायत है तो वो सीधे उनसे संपर्क कर सकता है।
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बेहतर सुविधा देने का हर संभव प्रयास
टीम के सदस्य एवं लखनऊ स्थित केजीएमयू के विभागाध्यक्ष डॉ. सूर्यकांत त्रिपाठी ने बताया कि वे व्यवस्था में सुधार के लिए आए हैं ताकि मेरठ की स्थिति को बेहतर बनाया जा सके। वहीं, डीएम अनिल ढींगरा ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना पीडितों को बेहतर सुविधा देने के लिए अब हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि हर वार्ड में अब 4 कैमरे लगाए गए हैं। जिसकी मॉनिटरिंग सीधे सीएमओ कार्यालय से की जा रही है। वहीं, जिले में अभी 56 हॉटस्पॉट हैं। इनमें से 13 ग्रीन जोन में आ चुके हैं। जबकि 4 ऑरेंज जोन में हैं। बाकी भी जल्द ही ग्रीन जोन में आ जाएंगे। लखनऊ से आई टीम ने वार्ड में भर्ती 10 कोरोना मरीजों से बातचीत की।
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सामुदायिक संक्रमण का खतरा बढ़ा
बता दें कि मेडिकल कालेज में कुल 72 मरीज कोरोना पीडित भर्ती हैं जो कि अन्य जिलों से भी हैं। जिले में संक्रमण की चेन अब तेजी से फैल रही है। सब्जी मंडी में संक्रमण तेजी से फैल गया। जब प्रशासन की नींद खुली तो सब्जी मार्केट को शिफ्ट कराया गया लेकिन आलम यह है कि अब सामुदायिक संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। साथ ही अब कोरोना को रोकने की प्रशासन की सभी योजनाए फेल हो रही हैं। लोगों की लापरवाही भी संक्रमण को बढ़ाने का एक प्रमुख कारण बन रहा है।
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जनप्रतिनिधियों ने गिनाई खामियां
डॉ. सूर्यकांत त्रिपाठी से मिलने सर्किट हाउस राज्यसभ सांसद कांता कर्दम, विधायक डॉ. सोमेंद्र तोमर, महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल आदि भाजपा नेता भी पहुंचे। भाजपा नेताओं ने अपने संयुक्त सुझाव दिए। राज्यसभा सांसद कांता कर्दम ने मेरठ के हालात से अवगत कराते हुए कि जिले में कोविड-19 के मरीजो की संख्या लगातार बढ़ रही है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन मरीजों के साथ लापरवाही कर रहा है, उनकी देखभाल ठीक प्रकार से नहीं हो पा रही है। विधायक सोमेन्द्र तोमर ने कहा कि मेरठ स्थित लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज में मरीजों के लिए कोई भी पुख्ता व्यवस्था नहीं है। मरीजों को खाना भी ठीक समय पर नहीं दिया जाता। कोविड वार्ड में अत्यन्त गंदगी है, जिससे मरीज वहां जाने से डर रहे हैं। महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल ने भी मेडिकल प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताई।
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की ये व्यवस्थाएं
सभी ने संयुक्त सुझाव दिए कि 24 घंटे खाने के लिए अलग से पैंट्री की व्यवस्था, बाहर से आने वाले मरीजों की रिश्तेदारों के लिए रात में रुकने की व्यवस्था जब तक जाने की व्यवस्था ना हो जाए, एक घंटा प्राणायाम की व्यवस्था साथ ही चटाई भी दी जाए, मरीजों के लिए फोन की व्यवस्था, हेल्थ टीम के लिए न्यूट्रीशन का खाना, मरीज और हेल्थ टीम के लिए खाने का मेनू चेक किया जाए।
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आपको बता दें कि केजीएमयू के विभागाध्यक्ष डॉ. सूर्यकांत त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज की अव्यवस्थाओं की जांच के लिए लखनऊ से मेरठ भेजे गए हैं।
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रिपोर्ट: सुशील कुमार