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मंडरा रहा टिड्डी दल के हमले का खतरा, कृषि मंत्री ने बचाव के लिए उठाया बड़ा कदम
कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने टिड्डी दल के प्रकोप की आशंका को देखते हुए उनके नियंत्रण के लिए जनपदीय अधिकारियों को लोकस्ट वार्निंग आर्गनाइजेशन की तकनीकी टीम व क्षेत्रीय निवासियों व कृषकों से निरन्तर समन्वय बनाये रखने के निर्देश दिये हैं।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने टिड्डी दल के प्रकोप की आशंका को देखते हुए उनके नियंत्रण के लिए जनपदीय अधिकारियों को लोकस्ट वार्निंग आर्गनाइजेशन की तकनीकी टीम व क्षेत्रीय निवासियों व कृषकों से निरन्तर समन्वय बनाये रखने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कृषि विश्वविद्यालयों और केन्द्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबन्धन केन्द्रों लखनऊ, गोरखपुर तथा आगरा का भी सहयोग लेने के भी निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि टिड्डी दल प्रायः दिन डूबने के समय किसी न किसी पेड़, पौधों पर दिन निकलने तक आश्रय लेती है। उन्होंने सघन सर्वेक्षण द्वारा आश्रय चिन्हित करने के निर्देश दिये।
उत्तर प्रदेश में राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब तथा हरियाणा के कुछ क्षेत्रों में टिड्डी दल के प्रकोप को देखते हुए उनके नियंत्रण के लिए किये जा रहे उपायों की समीक्षा करते हुए शाही ने कहा कि टिड्डी दल के हमले पर एक साथ इकट्ठा होकर ढोल, नगाडों, टीन के डिब्बों, थालियों आदि को बजाते हुए शोर मचाने की एडवाइजरी जारी कर दी गई है।
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शाही ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रदेश स्तर पर टिड्डी दल के नियंत्रण के लिए नियंत्रण कक्ष तथा गठित टीमों द्वारा जो टिड्डी दलों के प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में आक्रमण व उनकी गतिविधियों का नियमित पर्यवेक्षण तथा सम्बन्धित जिलों को आवश्यक सुरक्षात्मक निर्देश भेजता रहे। उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालयों पर इसके लिए नोडल अधिकारी, टाॅस्क फोर्स एवं नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के निर्देश के क्रम में जनपदों में भी गठन की कार्यवाही की गई है।
टिड्डी दल के प्रकोप से बचाव तथा सावधानियों से सम्बन्धित विस्तृत जानकारी विषयक एक फोल्डर तैयार कर प्रदेश के सभी जनपदों के विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सोशल मीडिया के माध्यम से उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने इसे किसानों तथा जन सामान्य को भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
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उन्होंने बताया कि टिड्डियों के आक्रमण की दशा में उन्होंने अधिकारियों को ट्रैक्टर माउन्टेड स्पे्रयर्स, पावर स्पे्रयर्स, नगर निगम व नगर निकाय के छिड़काव यंत्रों, अग्निशमन विभाग की गाड़ियों से संस्तुत कृषि रक्षा रसायनों को रात से सुबह सूर्योदय तक गहन छिड़काव की संस्तुति के अनुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये है, ताकि टिड्डी दल को उनके प्रवास के ठिकानों पर ही नियन्त्रित व समाप्त किया जा सके। कृषि मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रदेश में टिड्डी दलों के संचलन पर लगातार निगरानी बनाये रखी जाय। विभागीय कर्मचारी व अधिकारी जन सामान्य से निरन्तर क्षेत्र में सम्पर्क करते हुए टिड्डी दल के नियंत्रण के लिए सम्बन्धित संस्थाओं के साथ समन्वय कर प्रभावी कार्यवाही करें। प्रदेश में बीज, उर्वरकों तथा पेस्टीसाइड्स की पर्याप्त उपलब्धता सुनिष्चित करायी जाय तथा उनकी गुणवत्ता के नियंत्रण के लिए प्रभावी कार्यवाही की जाए। जिससे किसानों को खरीफ फसलों की बुवाई में कोई कठिनाई न हो।
उन्होने प्रमुख सचिव (कृषि) को निर्देशित किया कि बांदा जिलें में बवेरू स्थित कृषक सहकारी समिति पर दलहन क्रय के लिए केन्द्र खुलवाया जाए। किसानों को समय से सोलर पम्प उपलब्ध कराने के लिए कार्ययोजना के अनुसार कार्यवाही की जाए। कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता में होने वाली मण्डलीय खरीफ बैठकों के आयोजन को भारत सरकार व राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार सोशल डिस्टेसिंग अपनाते हुए आवष्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। इसके लिए स्थानों के निर्धारण के सम्बन्ध में प्रमुख सचिव (कृषि), कृषि निदेशक से विचार-विमर्श कर आवश्यक कार्यवाही करें।
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कृषि मंत्री ने बताया कि दौसा, राजस्थान के पास वाला टिड्डी दल एक बड़े और कई छोटे-छोटे दलों में विभाजित हो गया, इसमें से बड़ा वाला दल अलवर, राजस्थान के भारगढ़ के पास देखा गया है। जो कि आगरा से 200 किमी. की दूरी पर है। अधिकांश छोटे दलों को टिड्डी नियंत्रण दल ने दौसा के पास नियंत्रित कर लिया गया है। सिर्फ एक बहुत छोटा सा दल दौसा से 10 किमी. दूर अलूदा के पास देखा गया है। इन दलों से आगरा जनपद को सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि पारीछा बांध, झांसी के पास सुबह टिड्डियों का एक दल देखा गया जो वहां से झांसी के बंगरा ब्लाक के सकरार होते हुए मध्य प्रदेश के निवाड़ी की तरफ निकल गया। उसी दल के फिर से वापस बरुआ सागर, झांसी के पास आनेे की सूचना प्राप्त हुई है।
कृषि रक्षा अधिकारी, सोनभद्र के अनुसार विकासखण्ड-घोरावल के कर्मा में कल देखा गया टिड्डी दल मिर्जापुर के अहरौरा जंगल की तरफ जाता हुआ देखा गया। मिर्जापुर जनपद के हलिया विकासखण्ड के कुसियरा गांव में पहुंचे टिड्डी दल को गांव वालों ने शोर मचाकर भगा दिया, जो कि मध्य प्रदेश की तरफ जाता हुआ देखा गया।