TRENDING TAGS :
लखनऊ: फिक्की ने किया वेबिनार का आयोजन, इन मुद्दों पर हुई चर्चा
इस सत्र का उद्देश्य एमएसएमई के लिए एसेट रीस्ट्रक्चरिंग मॉड्यूल के बारे में जानकारी देना एवं मॉड्यूल के महत्व पर प्रकाश डालते हुए इसके लाभों के बारे में विस्तार से चर्चा करना था।
लखनऊ। पी एच डी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंड्रस्ट्री (PHDCCI) के उत्तर प्रदेश चैप्टर ने आज Asset Restructuring Modules for MSMEs – (ARM- Module) पर एक वर्चुअल सेमिनार का आयोजन किया । इस मौके पर चेयरमैन, समाधान समिति, सीनियर मेम्बर पी एच् डी चैम्बर के मुकेश कुमार शुक्ला ने बताया कि भारत में उत्तर प्रदेश में एमएसएमई की संख्या सबसे अधिक है और एसेट रिस्ट्रक्चरिंग मॉड्यूल एमएसएमई के लिए वर्तमान समय में बहुत आवश्यक है यह मॉड्यूल एमएसएमई एवं बैंकों की कार्य प्रणाली के लिए बहुत लाभदायक होगा यह साथी साथ समय की भी बचत करेगा।
ऑनलाइन वेब-पोर्टल
सिडबी के महाप्रबंधक, राजीव कुमार ने कहा कि सिडबी और उसके सहयोगी, आईएसएआरसी (इंडिया एसएमई एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड) ने एमएसएमई (एआरएम-एमएसएमई) के लिए एक वेब-आधारित "एसेट रीस्ट्रक्चरिंग मॉड्यूल" विकसित करने की पहल की है यह MSMEs के लिए एक ऑनलाइन Do-It-Yourself (DIY) वेब-पोर्टल है जो कई परिदृश्यों और राहत विकल्पों के पुनरावृत्ति द्वारा अपने पुनर्गठन प्रस्ताव अनुमानों को स्वयं बनाने के लिए है। इस मॉड्यूल के माध्यम से संबंधित बैंकों के लिए पुनर्गठन प्रस्ताव ऑनलाइन प्रस्तुत किया जा सकता है। यह मॉड्यूल व्यवहार्य माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज के उधारकर्ताओं के लिए है।
मॉड्यूल के उपयोग की लागत शून्य
एमएसएमई और बैंकों द्वारा इस मॉड्यूल के उपयोग की लागत शून्य है और उसके इसके पोर्टल के बारे में विस्तार में बताया इस पोर्टल के माध्यम से एमएसएमई को मिलने वाले लाभ के बारे में व्यापक चर्चा की। इस सत्र का उद्देश्य एमएसएमई के लिए एसेट रीस्ट्रक्चरिंग मॉड्यूल के बारे में जानकारी देना एवं मॉड्यूल के महत्व पर प्रकाश डालते हुए इसके लाभों के बारे में विस्तार से चर्चा करना था।, सहायक महाप्रबंधक, सिडबी प्रकुर्ती प्रतय चौधरीने सिडबी द्वारा एमएसएमई के लिये डायरेक्ट लैंडिंग प्रोडक्ट्स- SPEED, SPEED PLUS, PRATHAM, STAR, RETAIL LOAN जैसी योजनाओं के बारे में विस्तार में चर्चा की।
ऑनलाइन वेबसाइट के बताए लाभ
आपको बता दें कि इस अवसर पर चीफ फाइनेंसियल ऑफिसर, रिसिवेबल एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया लिमिटेड के कैलाश कुमार वरोडिया ने ट्रेड रिसिवेबल डिस्काउंटिंग सिस्टम के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह एमएसएमई को लोन उपलब्ध कराने में की बहुत बड़ी भूमिका है क्योंकि यह बायर सेलर एवं फिनेंशियल को आपस में जोड़ता है तथा ऑनलाइन एमएसएमई इसको वेबसाइट द्वारा रजिस्टर करने से मिलने वाले लाभों के बारे में बताया। सुधर्शन किडिया, सहयोगी उपाध्यक्ष, रेसरजेंट इंडिया लिमिटेड ने बताया आरबीआई द्वारा ऋणदाता के ऋण के रीस्ट्रक्चरिंग के लिए 3 योजनाएं आई हैं।
ये भी पढ़ें…कल्याण सिंह के जन्मदिन पर पीएम मोदी समेत इन दिग्गज नेताओं ने दी बधाई
वेबिनार में पी एच डी चैंबर के 100 से अधिक लोगों ने हिस्सा
जून 2019 फरवरी 2020 और अगस्त 2020 इन योजनाओं का लाभ वह एम एस एम एस ले सकती हैं जिनका कर्ज 25 करोड़ तक का है और उनके पास एमएसएमई होने का प्रमाण पत्र भी है। को- चेयरमैन, पी एच डी चैंबर सतीश श्रीवास्तव ने सभी प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिभागियों को इस सार्थक सत्र के लिए अपना बहुमूल्य समय देने के लिए धन्यवाद प्रस्ताव भी प्रस्तुत किया। वेबिनार में पी एच डी चैंबर के 100 से भी अधिक सदस्यों ने भाग लिया।
रिपोर्ट : श्रीधर अग्निहोत्री
ये भी पढ़ें…गाजीपुर: कोरोना टीकाकरण पर आम लोगों में मतभेद, आ रहे ऐसे सवाल-जवाब
दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।