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जिले में मचा हड़कंप: बढ़ते मामलों से डरें लोग, उत्साह बढ़ाने के लिये किया ये काम

बलिया में कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या बड़ी तेजी से बढ़ रही है। रविवार को एक साथ सात नए पॉजिटिव केस मिलने से जिले में हड़कंप मच गया।

Vidushi Mishra
Published on: 31 May 2020 5:18 PM IST
जिले में मचा हड़कंप: बढ़ते मामलों से डरें लोग, उत्साह बढ़ाने के लिये किया ये काम
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बलिया। बलिया में कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या बड़ी तेजी से बढ़ रही है। रविवार को एक साथ सात नए पॉजिटिव केस मिलने से जिले में हड़कंप मच गया। जिला प्रशासन ने जिले में कैंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़ाकर 34 कर दी है। इस बीच अग्रिम मोर्चे पर डटे शिक्षकों व अन्य कर्मियों का उत्साह बढ़ाने के लिए बीएसए शिवनारायण सिंह ने फेसबुक पर कविता पोस्ट की है तो भोजपुरी लोकगायक अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए वर्चुअली मनोरंजन कर रहे हैं ।

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एक्टिव केसों की संख्या 37

जिले में कोरोना नए-नए क्षेत्रों में पांव पसार रहा है। अभी तक कोरोना की आंच से बचे रहे गड़हांचल में भी तीन केस मिले हैं। गड़हांचल अंतर्गत नरही थाना क्षेत्र के कैथवली में दो व दौलतपुर में एक कोरोना पॉजिटिव केस मिलने की पुष्टि हुई है।

वहीं गड़वार थाना के रतसर में एक, पकड़ी थाना के चकरा प्रसादपुर में एक, नगरा थाना के डिहवा में एक व हल्दी थाना के बहादुरपुर नई बस्ती में एक कोरोना पॉजिटिव केस मिला है। इनको मिलाकर अब जिले में कुल 49 कोरोना पॉजिटिव केस हो गए हैं।

हालांकि इनमें से 12 की रिपोर्ट निगेटिव आने से एक्टिव केसों की संख्या 37 है। इनमें से चार को आजमगढ़ मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है।

जिलाधिकारी एसपी शाही ने सात नए कोरोना केसों की पुष्टि करते हुए कहा कि पहले के और आज छह गांवों में मिले सात नए मामलों को लेकर जिले में अब कंटेनमेंट जोन 34 हो गए हैं। इन सभी गांवों को सील कर दिया जाएगा।

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कोविड 19 को लेकर दहशत के मध्य बेसिक शिक्षा अधिकारी शिव नारायण सिंह कोरोना योद्धा बने शिक्षकों के लिए कवि बन गए हैं ।बेसिक शिक्षक फ्रंट लाइन पर कोरोना से दो-दो हाथ कर रहे हैं।

ऐसे में उनका हौसला न टूटे, बीएसए ने कविता के जरिए उनका उत्साहवर्धन किया है। अग्रिम मोर्चे पर डटे शिक्षकों व अन्य कर्मियों का उत्साह बढ़ाने के लिए बीएसए शिवनारायण सिंह ने फेसबुक पर एक कविता पोस्ट की है।

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सलाम है उस जज्बे को,

जिसे विश्वास है हम जीतेंगे!

नहीं हारेंगे चाहे कुछ भी करना पड़े!

नहीं हटेंगे, डटे रहेंगे !

देखा है मैंने, उन निगाहों को,

जो ताड़ती रहती हैं कि,

ट्रेन आने वाली है!

भीड़ में तड़पते लोगों को,

संभालना होगा !

कुछ तो उन्हें ढांढस बंधाना होगा!

तभी अचानक खयाल आता है कि,

बस भी आने वाली है बस अड्डे पर,

वहां भी तांडव होगा,

भीड़ को संभालना होगा!

सलाम है उस शख्सियत को,

जिसने यह बनाया होगा कि,

आई यह किस तरह की आपदा में,

हमें अपनी इंसानियत को जगाना होगा,

तैयार करना होगा,

युद्ध की तरह ही हमें निपटना होगा!

मन में जज्बात पैदा करके,

हर संभव,

इस लड़ाई को जीतना होगा!

तभी हम गाथा गा पाएंगे कि,

हमने कुछ किया है,

कुछ खोया है !

उन हालातों में भी,

बिना किसी सुरक्षा के,

अपना आपा भी नहीं खोया !

चाहे दिन हो या रात,

किसी ने नहीं देखा ऐसे हालात!

डटे रहे,

बिना किसी परवाह के,

निडर होकर!

सिर्फ अपना फर्ज निभाया!

मर मिटने को,

जंग जीत जाने को!

मन में उत्साह लिए,

ऐसे जाबांजों को मेरा सलाम है,

जो बेसिक शिक्षा की शान हैं।

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उधर भोजपुरी लोकगायक अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए वर्चुअली मनोरंजन कर रहे हैं । लॉकडाउन में लोग मानसिक तनाव में न आएं, इसकी कमान भोजपुरी लोक गायकों ने सम्भाल ली है ।

गायक व भोजपुरी फिल्मों के अभिनेता गोपाल राय ने सबसे पहले वर्चुअल जगत का इस्तेमाल करना शुरू किया। उन्होंने पूर्णबन्दी के पहले चरण की शुरुआत में ही फेसबुक लाइव के जरिए 'चीन से चलि के आइल बिया कोरोना बेमारी....एगो नीमन कहाउत पुरान बा जान बा त जहान बा हो...' गाकर लोगों का न सिर्फ मनोरंजन किया, बल्कि कोरोना के प्रति जागरूक भी किया।

इसके बाद गोपाल राय अपने फेसबुक पेज और गड़हा विकास मंच के फेसबुक पेज के माध्यम से रोज लाइव आकर भोजपुरी गीतों से लोगों को घर बैठे मनोरंजित करते रहते हैं ।

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उन्होंने 'कवना बिरिछिया ए चिरई खोतवा लगवलू, सुन कइके अंगना हमार हो...' गाकर तो कभी बेटी के विदाई के गीत 'धिया (बेटी) भइली आजु आपन से आन कि सांझे से बिहाने में हो...' गाकर लोगों को झकझोरने का काम किया। उनका यह सिलसिला धीरे-धीरे लोकप्रिय हुआ।

लोगों ने वर्चुअली ही उनके इस प्रयास की खूब प्रसंशा भी की। लोगों के समर्थन से उत्साहित गोपाल राय ने अपने संग भोजपुरी गीतों के अन्य मजे हुए कलाकारों को भी जोड़ना शुरू किया।

भोजपुरी की लोकप्रिय गायिका प्रियंका पायल के साथ उन्होंने पारंपरिक गीत 'गोदवा लअ गोदनवा....' युगल रूप में गाया तो खूब वाहवाही मिली। यही नहीं गोपाल ने कोरोना काल में वर्चुअल जगत के सहारे प्रधानमंत्री मोदी के बेटी बचाओ अभियान को भी अपने सुरों से गति देने का प्रयास किया।

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उन्होंने भ्रूण हत्या पर अपने लोकप्रिय गीत 'माई जनिहे जे कोखिया में धिया बिया त जनि दिहे कोखिए में मारी....' गाया तो फेसबुक लाइव पर जुड़े लोगों के आंखों से आंसू भी निकल पड़े।

गोपाल यहीं नहीं रुके उन्होंने गोलू राजा, अजीत आनंद जैसे अन्य लोकप्रिय कलाकारों को भी गड़हा विकास मंच का वर्चुअल मंच प्रदान कर यूपी-बिहार के भोजपुरी प्रेमी जनमानस का बखूबी मनोरंजन किया।

इसके अलावा जिले के मशहूर रंगकर्मी आशीष त्रिवेदी ने अपनी सांस्कृतिक संस्था 'संकल्प' के फेसबुक पेज का आभासी मंच नवोदित से लेकर मजे हुए कलाकारों को मुहैया कराया।

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रिपोर्ट- अनूप कुमार हेमकर



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Vidushi Mishra

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