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विश्व के कुल टीबी मरीजों का पांचवा हिसा भारत में- प्रो. राजकुमार

इस अवसर पर बोलते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) राजकुमार ने कहा कि लम्बे समय से देश में टीबी एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बनी हुई है।

Roshni Khan
Published on: 1 Feb 2021 6:40 AM GMT
विश्व के कुल टीबी मरीजों का पांचवा हिसा भारत में- प्रो. राजकुमार
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विश्व के कुल टीबी मरीजों का पांचवा हिसा भारत में- प्रो. राजकुमार (PC: social media)

सैफई: उ.प्र. आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग द्वारा एनटीईपी (नेशनल ट्यूबरकुलोशिस एलिमिनेशन प्रोग्राम) कोर कमिटी की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) राजकुमार ने की। इस अवसर पर प्रतिकुलपति प्रो. (डॉ.) रमाकान्त यादव, विश्वविद्यालय के चिकित्सा अधीक्षक, विभागाध्यक्ष रेस्पीरेटरी मेडिसिन एवं वाइस चेयरमैन यूपी एसटीएफ, एनटीईपी प्रो. (डॉ.) आदेश कुमार डीटीओ, इटावा डॉ. बी.एल. संजय, डब्लूएचओ की तरफ से डॉ. सृष्टि दीक्षित आदि उपस्थित रहे। बैठक में डीटीओ, डब्लूएचओ, एनटीईपी तथा विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, फैकेल्टी मेम्बर तथा चिकित्सा अधिकारी ने भाग लिया।

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लम्बे समय से देश में टीबी एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बनी हुई है

इस अवसर पर बोलते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) राजकुमार ने कहा कि लम्बे समय से देश में टीबी एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बनी हुई है। इसका अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि विश्व के कुल टीबी मरीजों का पांचवा हिस्सा भारत में निवास करता है। केन्द्र सरकार का लक्ष्य है कि क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम को व्यापक स्तर पर चलाया जाये जिससे 2025 तक ट्यूबरकुलोशिस को देश से जड से समाप्त किया जा सके। वहीं डब्लूएचओ ने 2030 तक इसे पूरी दुनिया से समाप्त करने का लक्ष्य रखा है।

उन्होंने टीबी के मरीजों को सलाह दी

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विश्वविद्यालय के चिकित्सा अधीक्षक, विभागाध्यक्ष रेस्पीरेटरी मेडिसिन एवं वाइस चेयरमैन यूपी एसटीएफ, एनटीईपी प्रो.(डॉ.) आदेश कुमार ने कहा कि विश्वविद्यायलय में टीबी के उन्मूलन के लिए सामान्य एवं बिगड़ी हुई टीबी के इलाज की सभी सुविधायें उपलब्ध हैं। उन्होंने टीबी के मरीजों को सलाह दी की टीबी की दवा से होने वाली कुछ सामान्य परेशानियों और साइड इफेक्ट के कारण टीबी की दवा को कतई बीच में न छोडें।

उन्होंने यह भी बताया कि नई गाइडलाइन के अनुसार हर कोविड-19 के मरीज की टीबी जाॅच अनिवार्य रूप से की जायेगी साथ ही हर टीबी के मरीज की कोविड-19 एवं अन्य जरूरी जाॅचें जिसमें डायबिटिज तथा एचआईवी की जायेगी।

रिपोर्ट- उवैश चौधरी

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