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Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल हत्याकांड में बनाए गए दो नए आरोपी, वारदात के दौरान इस्तेमाल की गई कार से है संबंध
Umesh Pal Murder Case: पाल मर्डर केस में पुलिस ने दो नए लोगों को आरोपी बनाया है। ये हैं प्रयागराज में 'ईट ऑन बिरयानी शॉप' के मालिक नफीस अहमद और उसके रिश्तेदार रूखसार।
Umesh Pal Murder Case:चर्चित उमेश पाल हत्याकांड के छह माह से अधिक का समय बीत चुका है, मगर अभी तक केस की गुत्थी पूरी तरह सुलझ नहीं पाई है। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के मर्डर के बाद प्रयागराज पुलिस और यूपी एसटीएफ को दिवंगत माफिया ब्रदर्स की पत्नियों की तलाश है। पुलिस का मानना है कि शाइस्ता परवीण और जैनब फातिमा की गिरफ्तारी से इस केस की गुत्थी सुलझ सकती है।
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पाल मर्डर केस में पुलिस ने दो नए लोगों को आरोपी बनाया है। ये हैं प्रयागराज में 'ईट ऑन बिरयानी शॉप' के मालिक नफीस अहमद और उसके रिश्तेदार रूखसार। दोनों का उस क्रेटा कार से संबंध है, जिसे वारदात वाले दिन अतीक के तीसरे बेटे असद और अन्य शूटरों ने इस्तेमाल किया था। उमेश पाल की हत्या करने असद समेत अन्य शूटर्स उसी कार से पहुंचे थे और वारदात को अंजाम देने के बाद वापस इसी कार से फरार भी हुए थे।
उमेश पाल को मौत के घाट उतारने के बाद असद अन्य हमलावरों के साथ चकिया स्थित अपने घर पहुंचा था। गली में कार खड़ी करके सभी वहां से अलग-अलग दिशाओं में भाग निकले थे। इस कार को अरबाज चला रहा था, जो बाद में एनकाउंटर में मारा गया। पुलिस ने इस कार को अतीक के घर के बाहर से क्रेन की मदद से खींचवाकर जब्त किया था।
नफीस और रूखसार का क्या है कार से संबंध ?
अतीक अहमद का बेटा असद, शूटर साबिर और अरबाज ने जिस क्रेटा कार का इस्तेमाल घटना वाले दिन क्या था, वो 'ईट ऑन बिरयानी शॉप' के मालिक नफीस अहमद की थी। हालांकि, नफीस ने बाद में अपनी ये कार अपने एक रिश्तेदार रूखसार को बेच दी थी। पुलिस के मुताबिक, नफीस इस बात से अच्छी तरह से अवगत था कि उस कार का इस्तेमाल कौन कर रहा है। हत्याकांड के बाद से ही दोनों फरार चल रहे हैं। बीच में दोनों के पकड़ाने की अफवाह भी उड़ी थी। खबरों के मुताबिक, पुलिस ने अब दोनों का नाम आरोपियों के लिस्ट में डालकर उनकी खोजबीन चालू कर दी है।
तीन शूटर अब भी चल रहे फरार
24 फरवरी 2023 को प्रयागराज में दिनदहाड़े अधिवक्ता और बसपा विधायक राजूपाल हत्याकांड मामले के गवाह उमेश पाल की गोलियों और बमों से हत्या कर दी गई थी। इस हमले में उनके दो सरकारी गनर भी मारे गए थे। इस हत्याकांड को माफिया अतीक अहमद के गैंग ने अंजाम दिया था, जिसकी अगुवाई खुद उसका तीसरा बेटा असद कर रहा था। इस हत्याकांड में शामिल सात शूटर्स में से चार असद अहमद, अरबाज, उस्मान और गुलाम की एनकाउंटर में मौत हो चुकी है। वहीं, तीन अन्य शूटर्स गुड्डू मुस्लिम, साबिर और अरमान अभी भी फरार चल रहे हैं। इन तीनों पर 5-5 लाख रूपये का इनाम घोषित हो रखा है।