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UP BJP Loksabha Election: बीजेपी के 30 प्रतिशत सांसदों का कटेगा टिकट, जानिए किसका कहां से हो सकता पत्ता साफ!
UP BJP Loksabha Election: भाजपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों को जीतने का लक्ष्य निर्धारित किया है। ऐसे में यूपी के अंदर बीजेपी 30 प्रतिशत सांसदों का टिकट काटने जा रही है।
UP BJP Loksabha Election: भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। भाजपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों को जीतने का लक्ष्य निर्धारित किया है। ऐसे में यूपी के अंदर बीजेपी 30 प्रतिशत सांसदों का टिकट काटने जा रही है। इसको लेकर राजनीति हलचल तेज कर दी गई है, जिससे नेताओं की बीच बेचैनी बढ़नी शुरू हो गई है। पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में ऐसे किसी भी प्रत्याशी को मैदान में नहीं उतारना चाह रही है, जिन पर लोगों का अविश्वास बढ़ा है या फिर लगातार उनकी शिकायतें मिल रही हैं। ऐसे में सांसदों की उम्मीदवारी का खतरा मंडराने लगा है। टिकट कटने वाले सांसदों में कई मौजूदा सांसद और हारी हुई सीटों के प्रत्याशी शामिल हैं।
75 साल से अधिक उम्र वाले सांसदों का कट सकता है टिकट
सूत्रों का कहना है कि पार्टी के अंदर इस बात को लेकर सहमति बनी है, जिन सासंदों की उम्र 75 साल से ज्यादा है, उनका टिकट इस बार काट दिया जाएगा, ये नियम लागू हुआ था उत्तर प्रदेश के अंदर भाजपा के कई मौजूदा सांसदो का टिकट कट जाएगा।
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2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन
2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी गठबंधन ने 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था। बीजेपी ने 78 सीटों पर चुनाव लड़कर 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि भाजपा की सहयोगी पार्टी अपना दल सोनेलाल ने दो सीटों पर जीत दर्ज की थी। इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी को 10 सीट, समाजवादी पार्टी को पांच सीट और कांग्रेस को एक सीट पर जीत मिली थी। बीते वर्ष हुए उपचुनाव में बीजेपी ने रामपुर और आजमगढ़ की सीट पर जीत दर्ज की है, ऐसे में बीजेपी गठबंधन के पास कुल मिलाकर 66 सीटें हैं।
सांसदों की तैयार की जा रही लिस्ट
बीजेपी ने उन सीटों पर भी इस बार कमल खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिन सीटों मैनपुरी और रायबरेली में 2014-2019 के लोकसभा चुनावों में जीत दर्ज नहीं कर पाई है। बीजेपी इन सभी सीटों को जीतने का रिकार्ड बनाने की तैयारी में है, इसीलिए बीजेपी प्रदेश की एक-एक सीट का बारीकी से निरीक्षण करके ही प्रत्याशियों को उतारना चाह रही है। पार्टी की ओर से लोकसभा चुनाव के लिए सर्वे करवाया जा रहा है। सर्वे में मौजूदा सांसदों की जनता में मजबूत पकड़ और छवि का आंकलन कराया जा रहा है। इसके अलावा किन सांसदों को पत्ता कटना है उनकी लिस्ट तैयार की जा रही है, साथ ही इस लिस्ट में संभावित नए प्रत्याशियों को भी शामिल किया जा रहा है।
सांसदों के टिकट कटने के मामले को मोदी सरकार ने 9 साल पूरे होने पर चलाए जा रहे महाजनसंपर्क अभियान से भी जोड़कर देखा जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि कई सांसदों और केंद्रीय मंत्रियों ने अपने क्षेत्र में महानजसंपर्क अभियान चलाने में रूचि नहीं दिखाई या फिर कार्यकर्ता उनका साथ नहीं दे रहे हैं। पार्टी ने महाजनसंपर्क अभियान 30 जून तक चलाया है। ऐसे में माना जा रहा है कि जिन सांसदों की लोकप्रियता कम हुई है, उनका टिकट कटना संभव है।