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Interview :  प्रदेश में लागू होगी केन्द्रीय खेल नीति

seema
Published on: 27 Dec 2019 7:00 AM GMT
Interview :  प्रदेश में लागू होगी केन्द्रीय खेल नीति
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अपनी वाकपटुता और तेजतर्रार कार्यशैली से कम समय में राजनीति की ऊंचाइयां छूने वाले उपेन्द्र तिवारी योगी मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) खेल और युवा कल्याण, पंचायती राज मंत्री है। वे लगातार दूसरी बार फेफना (बलिया) से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। इन दिनों वे लखनऊ में बार 12 से 16 जनवरी तक आयोजित होने वाले 23वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव को यादगार बनाने की तैयारी में जुटे हुए हैं। युवा महोत्सव की तैयारियों और प्रदेश की राजनीति को लेकर 'अपना भारत' के श्रीधर अग्निहोत्री ने उपेन्द्र तिवारी से वार्ता की। पेश हैं इस वार्ता के मुख्य अंश।

प्रदेश में खेल और खिलाडिय़ों को बढ़ावा देने के लिए आपके विभाग ने अब तक क्या काम किए हैं?

हमने खेल और खिलाडिय़ों को बढ़ावा देने के लिए 25 साल बाद उनकी प्रोत्साहन राशि बढ़ा दी है। इसके अलावा देश की आजादी के बाद अब तक प्रदेश में केवल 25 स्टेडियम थे, लेकिन योगी सरकार ने ढाई साल में 39 स्टेडियमों का निर्माण किया है। योगी सरकार खेलो इंडिया और फिट इंडिया के तहत कई कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने का काम कर रही है।

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आपका विभाग अगले महीने जनवरी में युवा महोत्सव का आयोजन करा रहा है। इसके लिए क्या तैयारियां हैं और कितने डेलीगेट्स आ रहे हैं?

युवा महोत्सव की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है जिसमें आठ से दस हजार प्रतिभागी आ रहे हैं। इसमें कई राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से डेलीगेट आ रहे हैं। उनके रहने और खाने का प्रबंध किया गया है। इसके अलावा उन्हें रामजन्मभूमि समेत अन्य धार्मिक स्थल भी दिखाए जाएंगे।

युवा महोत्सव का क्या स्वरूप होगा?

देखिए, ये बेहद रोचक युवा महोत्सव होने जा रहा है। इसमें लगभग 20 कला प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। युवा वर्ग अपने-अपने राज्यों की कला का प्रदर्शन मंच के माध्यम से करेंगे ताकि लोग उनके राज्यों की कला के बारे में जान सकें। जो प्रतियोगी जीतेगा, उसे प्रदेश सरकार ईनाम आदि देकर सम्मानित करेगी। महोत्सव में फूड फेस्टिवल भी होगा जिसमेें प्रदेश के प्रसिद्ध व्यंजनों जैसे बलिया का बाटी-चोखा, मथुरा का पेड़ा, लखनऊ की रेवड़ी, कबाब, आगरा का पेठा आदि से देशभर से आए युवाओं को परिचित कराया जाएगा। साथ ही इस फेस्टिवल में प्रदेश के ओडीओपी उत्पादों के तहत प्रमुख स्थलों के उत्पादों का प्रदर्शन भी किया जाएगा। इसके अलावा महोत्सव स्थल पर एडवेंचर विलेज में हॉट एयर बलून, मंकीवाल तथा अन्य रोमांचल खेलों का भी आयोजन किया जाएगा।

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केन्द्रीय खेल नीति को कब तक लागू करेंगे और इससे प्रदेश के खिलाडिय़ों को क्या लाभ होगा?

खेल नीति को लेकर बातचीत चल रही है। अभी हाल ही में केन्द्र सरकार और राज्य सरकार के बीच दिल्ली में बैठक हुई है जिसमें इसे प्रदेश में लागू करने को लेकर विचार विमर्श हुआ है। केन्द्रीय खेल नीति को यूपी में भी जल्द लागू किया जाएगा। दुनिया में सबसे ज्यादा युवा भारत में है और देश में सबसे ज्यादा युवा इसी प्रदेश से हैं। केन्द्रीय खेल नीति के लागू होने से प्रदेश को काफी लाभ मिलेगा क्योंकि इस प्रदेश की जनसंख्या काफी अधिक है और यहां प्रतिभाओं की भी कमी नहीं है। केन्द्रीय खेल नीति लागू होने से खिलाडिय़ों को काफी लाभ मिलेगा।

आपके पास पंचायती राज विभाग का भी काम है। इस विभाग ने अब तक प्रदेश के लिए क्या काम किए हैं?

पंचायती राज विभाग में तो बहुत काम हुआ है। उत्तर प्रदेश के इस विभाग को हाल में प्रधानमंत्री ने स्वच्छता अभियान को लेकर पुरस्कृत किया है। इसके अलावा प्रदेश पूरे भारत में शौचालय बनाने की दिशा में लगातार तीसरी बार सबसे आगे रहा है।

अब एक राजनीतिक सवाल। ये बताइए कि अभी हाल ही में नागरिक संशोधन विधेयक को लेकर यूपी में जो इतना उपद्रव हुआ, उस पर आपका क्या कहना है?

देखिए, विपक्ष के पास अब कोई मुद्दा नहीं है। इसलिए वह इस तरह की हरकतें करता है। जो हमारे पूर्वज अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश चले गए थे और इस समय भारत में रह रहे हैं, उनके बारे में कौन सोचेगा। ऐेसे लोग न तो वहां के हैं और न यहां के। उनके लिए यह बिल लाया गया है, लेकिन विपक्ष केवल भड़काने का काम कर रहा है। किसी की नागरिकता खत्म करने का कोई सवाल ही नहीं है। कांग्रेस, सपा और आम आदमी पार्टी जनता को भ्रमित करने का काम कर रहे हैं।

विपक्ष का तो आरोप है कि सरकार महंगाई व बेरोजगारी आदि गंभीर मुद्दों से अपनी नाकामी छिपाने के लिए ही जनता का ध्यान भटकाने का काम कर रही है। इस पर आपका क्या कहना है?

हमारी सरकार चाहे केन्द्र की हो अथवा प्रदेश की। हम अपने चुनावी एजेंडे पर ही काम कर रहे हैं। जरा पहले की यूपीए सरकार के कामकाज को याद कर लीजिए। उनकी सरकार में कितना विकास हुआ और कितनी महंगाई थी। दुनिया में भारत का कितना सम्मान था। यूपीए एक और यूपीए दो की सरकारों से और हमारी सरकारों से तुलना कर लीजिए, सबकुछ साफ हो जाएगा।

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सीमा शर्मा लगभग ०६ वर्षों से डिजाइनिंग वर्क कर रही हैं। प्रिटिंग प्रेस में २ वर्ष का अनुभव। 'निष्पक्ष प्रतिदिनÓ हिन्दी दैनिक में दो साल पेज मेकिंग का कार्य किया। श्रीटाइम्स में साप्ताहिक मैगजीन में डिजाइन के पद पर दो साल तक कार्य किया। इसके अलावा जॉब वर्क का अनुभव है।

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